यह समस्या अधिकतर बारिश के मौसम होती है। यह जो समस्या है जिसकी बात यहां हो रही है वो 'हैंड ब्लिस्टर' है। इसका मतलब है हाथों में लाल छोटे-छोटे पानी वाले दाने, जिस पर खुजली होती है। यह आपकी हाथ और पैरों की उंगलियों पर नजर आने लगते हैं। इसमें एक पस भरने लगता है, जिसमें कई बार दर्द भी होता है।
यह कई कारणों से हो सकते हैं, जिनमें फ्रिक्शन, खुजली, इन्फेक्शन आदि कई स्थितियां जिम्मेदार होती है। इनमें कई बार सिर्फ खुजली होती है मगर स्थिति गंभीर हो तो दर्द का सामना भी कई लोगों को करना पड़ता है।
हाथ के फफोले के प्रकार
फफोले का नाम आमतौर पर उनके कारण के नाम पर रखा जाता है। तीन मुख्य प्रकार हैं:
- हीट ब्लिस्टर जिसे बर्न ब्लिस्टर भी कहा जाता है
- कोल्ड ब्लिस्टर्स (चिलब्लेन्स)
- फ्रिक्शन ब्लिस्टर्स
इन ब्लिस्टर्स के होने का क्या कारण है?
हाथों पर छाले होने के कई कारण हो सकते हैं। इनमें फ्रिक्शन, एग्जेमा, इंफेक्शन, डायबिटीज की बीमारी आदि कारण शामिल हैं।
डाइशिड्रॉटिक एग्जेमा
आपके हाथों पर फफोले एक त्वचा की स्थिति के कारण हो सकते हैं जिसे डाइशिड्रॉसिस या डाइशिड्रॉटिक एक्जिमा कहा जाता है। इस स्थिति वाले लोगों को हाथों की हथेलियों और उंगलियों के किनारों पर छोटे, खुजली वाले छाले दिखाई देंगे। फफोले आपके पैरों के तलवों पर भी दिखाई दे सकते हैं। इस स्थिति का कोई इलाज नहीं है। यह आता है और दो से तीन सप्ताह के भीतर साफ भी हो जाता है।
फ्रिक्शन
अगर किसी खराब फैब्रिक या अन्य किसी वस्तु से त्वचा का फ्रिक्शन होता है, तो भी छाले या फफोले पड़ सकते हैं। कई बार बिना दस्ताने के घर के काम करना, बर्तन धोना आदि के कारण भी ऐसा हो सकता है।
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ठंडा
जी हां, अत्यधिक ठंड से आपकी हथेलियों, उंगलियों और फोरआर्म्स पर छाले पड़ सकते हैं। जब कोई व्यक्ति कई घंटों तक ठंड के संपर्क में रहता है, तो उंगलियों के पीछे और किनारों पर चिलब्लेन्स दिखाई देते हैं। ये खुजली वाली लाल सूजन केवल गंभीर मामलों में ही फफोले में विकसित हो सकती है।
इरिटेशन
कुछ रसायनों या एलर्जी के संपर्क में आने पर त्वचा में छाले हो सकते हैं। कई अध्ययनों से पाया गया है कि निकेल युक्त खाद्य पदार्थों से भी किसी को एलर्जी हो सकती है और इसके कारण हाथों में फफोले हो सकते हैं (स्किन एलर्जी की रेमेडी)।
क्या है इसका ट्रीटमेंट?
कई बार इन फफोले को किसी खास ट्रीटमेंट की जरूरत नहीं होती, क्योंकि यह होकर कुछ दिनों में ठीक हो जाते हैं। अगर आपकी स्थिति थोड़ा ज्यादा खराब है तो उसे विशेष उपचार की आवश्यकता होती है। सबसे पहली बात ध्यान रखें कि इन्हें कभी फोड़े नहीं। अगर यह फट गया है तो इसे साफ करके, गर्म पानी से साफ कर लें। इस पर बैंडेज लगा लें। गंभीर स्थिति में तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें। वो इसके लिए आपको एंटी-इच क्रीम, इम्यून-सप्रेसिंग ओइंटमेंट्स आदि प्रिस्क्राइब करेंगे।
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डॉक्टर को कब दिखाएं?
जैसा कि हमने बताया कि अधिकांश छाले/फफोले अपने आप ठीक हो जाएंगे। हालांकि, आपको कुछ स्थितियों में डॉक्टर से परामर्श करने की आवश्यकता हो सकती है।
- आपको अगर आखिरी टिटनेस इंजेक्शन 10 साल पहले लगा हो।
- फफोले के बाद से आपके लिम्फ नोड्स सूज गए हैं।
- आपके प्रभावित क्षेत्र में सूजन और दर्द बढ़ जाए।
- आप संक्रमण के लक्षण देखें जैसे मवाद की उपस्थिति, छाले के आसपास वॉर्म और लाल त्वचा या बुखार।
अगर आप भी हाथों में इस तरह के दाने, छाले या फफोले देखें तो एहतियात बरतें। खुद ही घर पर इन चीजों का इलाज न करें, इसके लिए डॉक्टर की सलाह लें।
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Image Credit: Freepik & Google Searches
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