रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्रों के अनुसार, हार्ट डिजीज महिलाओं में नंबर वन किलर है। स्ट्रेस हार्ट डिजीज के लिए जिम्मेदार प्रमुख जोखिम कारकों में से एक है। पुरी परवानी, एमडी, लोमा लिंडा यूनिवर्सिटी इंटरनेशनल हार्ट इंस्टीट्यूट हार्ट डिजीज विशेषज्ञ जो महिलाओं के हार्ट डिजीज पर फोकस करते हैं, का कहना है कि महिलाओं में हार्ट डिजीज के कारण हाई मृत्यु दर केवल तभी बदल सकती है, जब महिलाएं अपने दिल की सेहत का सबसे पहले ध्यान रखें। परवानी कहती हैं, ''महिलाओं को हार्ट हेल्थ की ओनरशिप लेनी चाहिए।''
जी हां दुनिया भर में हार्ट डिजीज मौत के सबसे बड़े कारणों में से एक है। वर्ल्ड हार्ट फेडरेशन के अनुसार, एक साल में हार्ट डिजीज के कारण लगभग 1.75 करोड़ लोगों की मौत हो जाती है। इनमें से करीब 67 लाख लोगों की मौत स्ट्रोक से होती है, जबकि कोरोनरी हार्ट डिजीज के कारण 74 लाख लोग अपनी जान गंवाते हैं। अवीवा लाइफ इंश्योरेंस की मुख्य ग्राहक विपणन और डिजिटल अधिकारी अंजली मल्होत्रा ने बिजी लाइफ में हार्ट समस्याओं को रोकने के लिए 5 सरल और स्मार्ट तरीके बताए हैं। आइए इन तरीकों के बारे में जानें।
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ऐसे कई अध्ययन हुए हैं जिन्होंने स्ट्रेस को हार्ट डिजीज का सबसे बड़ा कारण माना है। इससे दर्द और तकलीफ हो सकती है, चिंता और डिप्रेशन की भावनाएं पैदा हो सकती हैं, और आपकी एनर्जी कम कर सकता है। स्ट्रेस को दूर रखने का प्रयास करें। काम के अलावा अन्य एक्टिविटी की तलाश करें जो स्ट्रेस लेवल को कम करने में मदद करें। एक शौक या एक सकारात्मक आत्म-चर्चा करें, संगीत सुनें या अच्छी किताब पढ़ें या ध्यान करें। इन तकनीकों से स्ट्रेस कम करने और काम और जीवन के प्रति पॉजिटीव दृष्टिकोण विकसित करने में हेल्प मिलती है।
स्मोकिंग और अल्कोहल लेने से हार्ट डिजीज होने का जोखिम बढ़ेगा। इन आदतों को ब्लड प्रेशर बढ़ाने के लिए जाना जाता है, जिसके कारण दिल की धड़कन अनियमित होती है और स्ट्रोक्स होते हैं। इतना ही नहीं, यह हार्ट की सामान्य क्रिया कलाप में व्यवधान पैदा करता है। इसलिए, यह सलाह दी जाती है कि दोनों का सेवन न करें या इसे कम करते-करते खत्म करें। यह करना कठिन हो सकता है लेकिन प्रयास के लायक है।
बहुत ज्यादा वजन दिल के लिए खतरनाक है। इसलिए वजन पर नजर रखें क्योंकि यह हाई कोलेस्ट्रॉल की संभावना को बढ़ाता है, जिससे डायबिटीज, धमनी रोग का खतरा और ब्लड प्रेशर हो सकता है। बीएमआई (बॉडी मास इंडेक्स) पर भी नजर रखें और इसे उचित लेवल तक बनाए रखें।
अपने हार्ट को हेल्दी रखने के लिए रोजाना एक्सरसाइज करना बहुत जरूरी है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि धमनियों में लचीलापन रहे, 30-45 मिनट की अवधि के लिए किसी भी फिजिकल एक्टिविटी के रूप में दैनिक एक्सरसाइज जरूरी है। अध्ययनों से पता चला है कि तेज चलने से कुछ वयस्कों की जीवन अवधि में लगभग दो घंटे जुड़ सकते हैं। लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव जैसे एलेवेटर के बदले सीढ़ियों से चढ़ना, पार्किंग स्थल के अंतिम भाग में पार्किंग करना और अपने दोपहर भोजन के समय में से थोड़ी देर के लिए ऑफिस से ब्रेक लेकर पैदल चलने से न केवल बॉडी को दुरुस्त रखने में हेल्प मिलती है बल्कि हेल्दी लाइफ की एक आदत भी बनती है।
अच्छी और हेल्दी डाइट, हेल्दी हार्ट और हेल्दी लाइफ जीने की कुंजी है। लेकिन, हम में से अधिकांश इसे अनदेखा करते हैं। व्यक्ति जो खाता है, वह सीधे उसके दिल को प्रभावित करता है। इसलिए हरे और पत्तेदार सब्जियों का सेवन सुनिश्चित करें, चीनी और गैस युक्त पेय से परहेज करें, जितना संभव हो मीठे पेय पदार्थो को पानी से बदल दें और प्रसंस्कृत फूड्स और परिष्कृत आटे का सेवन हेल्दी लाइफ और हेल्दी हार्ट के लिए कम करें।
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फोर्टिस एस्कॉर्ट्स हार्ट इंस्टीट्यूट ओखला की प्रमुख सलाहकार कार्डियोलॉजिस्ट अपर्णा जसवाल के अनुसार, ''दर्द निवारक दवाओं का लगातार लेना, भोजन के बाद शारीरिक परिश्रम, भारी शारीरिक श्रम, भारी मात्रा में शराब लेने के साथ-साथ स्वयं से दवा लेना या दवा बंद करना जैसी बुरी आदतें हार्ट फेल्योर का कारण बन सकती हैं।''
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