प्रेग्नेंसी में कैलोरी की आवश्यकताओं के अनुसार सही भोजन करना सबसे अच्छी चीजों में से एक है, क्योंकि इससे आपके बच्चे की नॉर्मल ग्रोथ में मदद मिलती है। प्रेग्नेंसी के दौरान एक महिला को जितना भोजन चाहिए, वह प्रेग्नेंसी से पहले बॉडी मास इंडेक्स या बीएमआई, वजन, उम्र और भूख के बढ़ने की दर सहित कई चीजों पर निर्भर करता है।
प्रेग्नेंसी के दौरान वजन बढ़ना
बच्चे की अच्छी ग्रोथ के लिए बहुत जरूरी है कि प्रेग्नेंसी के दौरान महिला का वजन बढ़े। प्रेग्नेंसी के दौरान कितना वजन बढ़ना चाहिए, इसमें बदलाव हो सकते हैं। ये सामान्य दिशानिर्देश हैं:
- एक हेल्दी महिला का नार्मल वजन कुल 11 से 16 किलो तक बढ़ता है।
- अधिक वजन वाली महिलाओं का प्रेग्नेंसी के दौरान सिर्फ 4 से 9 किलो तक वजन बढ़ना चाहिए।
- कम वजन वाली महिलाएं या वह महिलाएं जिनके जुड़वां या उससे अधिक बच्चे होने की संभावना हो, प्रेग्नेंसी के दौरान उनका वजन 16 से 20 किलो तक बढ़ना चाहिए।

कैलोरी की आवश्यकता
एक स्वस्थ प्रेग्नेंसी के लिए प्रति दिन हल्के व्यायाम के साथ-साथ सही पोषक तत्वों वाले भोजन का करना महत्वपूर्ण है।
सामान्य तौर पर, प्रेग्नेंट होने से पहले हेल्दी बीएमआई वाली महिलाओं को 2,200 से 2,900 कैलोरीज के बीच की आवश्यकता होती है।
बच्चे के बढ़ने के साथ प्रेग्नेंस महिला को अपना कैलोरी इनटेक भी धीरे-धीरे बढ़ाना चाहिए। प्रत्येक ट्राइमेस्टर के दौरान कैलोरी को इस प्रकार बदलना चाहिए :
- फर्स्ट ट्राइमेस्टर में किसी को भी एक्स्ट्रा कैलोरीज की आवश्यकता नहीं होती है।
- सेकंड ट्राइमेस्टर के दौरान एक दिन में 340 एक्स्ट्रा कैलोरीज लेने की सलाह दी जाती है।(प्रेग्नेंसी के दौरान हाइड्रेटेड रहना क्यों जरूरी है?)
- थर्ड ट्राइमेस्टर में नार्मल महिला की तुलना में एक प्रेग्नेंट महिला को रोज़ाना के कैलोरी काउंट से 450 ज्यादा कैलोरीज लेने की सलाह दी जाती है।
जुड़वां या अधिक बच्चों के लिए अधिक कैलोरी लेने की सलाह दी जाती है।
अतिरिक्त कैलोरीज वाले पोषक तत्व-इसमें लीन प्रोटीन, साबुत अनाज, लो फैट और फैट फ्री डेरी, सब्जियां और फल आदि शामिल हैं। ठोस फैट्स और अधिक शक्कर वाले खाद्य पदार्थों जैसे- सोडा, मिठाई और तले हुए भोज में कटौती कर अनावश्यक अतिरिक्त कैलोरी लेने से बचें।
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हेल्दी डाइट लेने से फायदे-
- बहुत अधिक वजन बढ़ने से रोकती है
- जेस्टेशनल डायबिटीज को रोकती है
- सी-सेक्शन की आवश्यकता के अवसरों को कम करती है
- मां को एनीमिया और इन्फेक्शन की संभावना से बचाया जा सकता है
- बच्चे के जल्दी जन्म की संभावना कम हो जाती है
- कम वजन वाले बच्चे के जन्म की संभावना कम होती है
बच्चे की सही वृद्धि और विकास के लिए हर ट्राइमेस्टर के साथ होने वाली मां की कैलोरी की जरूरत बढ़ जाती है। हालांकि कैलोरीज को पौष्टिक और बैलेंस्ड डाइट का पालन करके ही बढ़ना चाहिए न कि अनहेल्दी फूड का सेवन करके
एक्सपर्ट सलाह के लिए डॉक्टर अमिता त्रिपाठी (एमबीबीएस, एमएस, एफआईसीओजी) को विशेष धन्यवाद।
Reference
https://medlineplus.gov/ency/patientinstructions
https://www.eatright.org/health/pregnancy/prenatal-wellness/healthy-weight-during-pregnancy
https://americanpregnancy.org/pregnancy-health/pregnancy-nutrition/
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