बारिश के मौसम में भी चिपचिपी गर्मी ने किया है लोगों को परेशान, जानें बॉडी हीट बढ़ने पर शरीर को होने वाले नुकसान और बचाव के उपाय

यूं तो मानसून आ चुका है। लेकिन, चिपचिपी गर्मी अभी भी लोगों की परेशानी की वजह बनी हुई है। बॉडी हीट बढने के कारण, सेहत पर बुरा असर हो रहा है। चलिए, इससे बचने के उपाय जानते हैं।

excessive heat impact on body precautions

तेज गर्मी के बाद जब मानसून आता है, तो सभी के लिए राहत लेकर आता है। यूं तो मानसून में कई बीमारियों का खतरा रहता है। लेकिन, हीट वेव के बाद, बारिश बेशक तन-मन दोनों को सुकून देती है। इस बार गर्मी ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए थे। पारा भी कई जगहों पर 50 डिग्री के आस-पास पहुंचा था। ऐसे में लोगों को बारिश का बेसब्री से इंतजार था। इस बार मानसून तो आया। लेकिन, अपने साथ, ज्यादा राहत नहीं लाया। जी हां, मैं, आप हम सभी इस बात को महसूस कर रहे हैं कि इस बार बारिश के मौसम में भी चिपचिपी गर्मी और उमस ने हमें परेशान किया हुआ है। वातावरण में उमस इतनी है कि बॉडी हीट भी बढ़ रही है और बारिश में भीगने के बजाय, हम पसीने में भीगते जा रहे हैं।

लोग इस चिपचिपी गर्मी से कितना परेशान हैं, इसका अंदाजा आप इस बात से भी लगा सकते हैं कि 'Google Trends' पर 'Excessive Heat' को कितना सर्च किया गया है। हमने भी इस परेशानी को समझने और इसकी जड़ तक जाने के लिए, गूगल ट्रेंड्स का सहारा लिया और लोगों के सवालों को समझने की कोशिश की। तो, चलिए, पहले आपको गूगल ट्रेंड्स के आधार पर दिखाते हैं कि किस तरह गर्मी लोगों की परेशानी की वजह बनी हुई है। साथ ही, बॉडी हीट बढ़ने के कारण, सेहत पर क्या असर होता है और कैसे इससे निपटना है, इस बारे में डॉक्टर से जानते हैं। यह जानकारी, डॉक्टर विनीत बंगा, एसोसिएट डायरेक्टर, न्यूरोलॉजी, बीएलके मैक्स सुपर स्पेशिलिटी हॉस्पिटल दे रहे हैं।

गूगल ट्रेंड्स पर Excessive Heat की सर्च में आया उछाल

excessive heat on google trends

गूगल पर हम सभी अलग-अलग चीजें सर्च करते हैं। अपनी जरूरत और समय के हिसाब से, अपने सवालों के जवाब भी ढूंढते हैं। गूगल ट्रेंड्स इन्हीं सर्च का लेखा-जोखा रखता है। आसान भाषा में समझें तो जब कोई चीज, कोई विषय गूगल पर बहुत सर्च किया जाता है, तो वह ट्रेंड करने लगता है। हाल-फिलहाल, Excessive Heat यानी अत्यधिक गर्मी के बारे में बहुत सर्च किया जा रहा है और इसलिए, आप देख सकते हैं कि इसकी सर्च में 1800% का उछाल है।

मौसम में बनी हुई उमस से परेशान हैं लोग

excessive heat graph

अगर आप इस ग्राफ पर नजर डालें, तो आप देख पाएंगे कि किस तरह अत्यधिक गर्मी की सर्च में उछाल आया है। जाहिर-सी बात है कि नवम्बर-मार्च तक ठंड थी। इसलिए, इस बारे में गूगल पर खोज न के बराबर थी। लेकिन, अभी और खासकर जून-जुलाई में यह सर्च काफी तेजी से बढ़ी है।

देश के अलग-अलग हिस्सों का यह है हाल

excessive heat division as per region

मानसून की शुरुआत के बाद बेशक बारिश हुई है। लेकिन, इस बार बारिश के बाद बढ़ती उमस ने लोगों को ज्यादा परेशान किया है। इसका अंदाजा आप अलग-अलग राज्यों से जुड़ी इस जानकारी को देखकर लगा सकते हैं।

तेज गर्मी का शरीर पर होता है क्या असर?

heat wave and sex horomnes

  • लोगों की सर्च और उनके मन में अत्यधिक गर्मी से जुड़े सवालों को देखते हुए, हमने इस बारे में एक्सपर्ट से बात की।
  • अत्यधिक गर्मी और उमस की वजह से पसीना अधिक आ रहा है। साथ ही, बॉडी टेम्परेचर बढ़ने पर बुखार के मामले भी देखने को मिल रहे हैं।
  • ह्यूमिडिटी की वजह से चिपचिपापन बढ़ने के कारण, स्किन से जुड़ी दिक्कतें भी परेशान करने लगती हैं।
  • सेंसिटिव स्किन वाले लोगों को रैशेज, खुजली और पिंपल्स जैसी दिक्कतें हो सकती हैं।
  • एक्सपर्ट के मुताबिक, उमस वाली इस गर्मी का असर दिल पर भी होता है और हार्ट स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है।
  • दरअसल, इस समय, दिल को ब्लड को पंप करने के लिए अधिक मेहनत करनी पड़ती है। ऐसे में कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम पर असर होता है।
  • अधिक पसीना आने के कारण, शरीर में डिहाइड्रेशन हो सकता है। इसकी वजह से किडनी में ब्लड फ्लो कम हो जाता है और किडनी की हेल्थ पर असर होता है।
  • अधिक पसीने के कारण, इलेक्ट्रोलाइट इंबैलेंस हो सकता है। इसकी वजह से मसल्स में क्रैम्प्स आ सकते हैं।
  • उमस वाली गर्मी, शरीर में एक स्ट्रेस पैदा करती है, जिसके चलते, हार्मोन्स पर असर होता है।
  • बॉडी हीट बढ़ने पर, थर्मोरेगुलेटरी सिस्टम को ज्यादा काम करना पड़ता है और ऐसे में शरीर में स्ट्रेस हार्मोन कोर्टिसोल का लेवल बढ़ जाता है।
  • रिप्रोडक्टिव हार्मोन्स भी तापमान के प्रति सेंसटिव होते हैं। ऐसे में बॉडी हीट बढ़ने का असर, इन हार्मोन्स पर भी होता है।
  • बॉडी हीट बढ़ने पर, शरीर में होने वाले हार्मोनल इंबैलेंस के कारण, इम्यून फंक्शन भी प्रभावित होता है। इसलिए, हम जल्दी इंफेक्शन्स की चपेट में आ जाते हैं।
  • ज्यादा उमस सांसों से जुड़े संक्रमण और एलर्जी का कारण भी बन सकती है।
  • इंटिमेट एरिया में पसीना न सूखने की वजह से फंगल इंफेक्शन का खतरा बना रहता है।
  • उमस भरे मौसम में बॉडी हीट बढ़ने का असर, सेक्शुअल हेल्थ पर भी होता है।
  • शरीर को ठंडा रखने की कोशिश में ब्लड फ्लो सेक्शुअल ऑर्गन्स में कम हो सकता है। इसके कारण, सेक्शुल डिजाइर और एनर्जी लेवल में कमी आ सकती है।
  • इसका असर हमारी नींद पर भी होता है। नींद की कमी के कारण, डिप्रेशन और एंग्जायटी जैसी दिक्कतें परेशान कर सकती हैं।
  • जब हमारा शरीर, इस तरह गर्मी के संपर्क में आता है, तो बॉडी, इंटरनल टेम्परेचर को रेगुलेट करने के लिए, एक्स्ट्रा काम करती है।
  • बढ़ी हुई बॉडी हीट को कम करने के लिए, खून का प्रवाह, स्किन की तरफ ज्यादा हो जाता है।
  • इसकी वजह से, ब्रेन में रक्त की आपूर्ति कम होती है और दिमाग को सही से काम करने में मुश्किल हो सकती है।
  • इस मौसम में फूड प्वॉइजनिंग की समस्या भी अधिक परेशान करने लगती है। कई तरह के बैक्टीरिया के कारण, डाइजेशन पर बुरा असर होता है।
  • उमस वाली गर्मी के कारण, सेरोटोनिन लेवल में भी बदलाव होता है। यह एक हैप्पी हार्मोन है। इसकी कमी, हमारे मूड पर बुरा असर डालती है।
  • बॉडी हीट बढ़ने पर और स्किन पोर्स बंद होने पर बालों की हेल्थ पर भी असर होता है।

चिपचिपी गर्मी में शरीर को ठंडा रखने के टिप्स

  • इस मौसम में बाहर का खाना खाने से बचें। शरीर को डिहाइड्रेट होने से बचाने के लिए, सही मात्रा में पानी का सेवन करें।
  • एक्सपर्ट के मुताबिक, यह मौसम सेहत पर जल्दी असर डालता है। ऐसे में बहुत अधिक ठंडी चीजों का एक साथ सेवन भी न करें। इससे खांसी-जुकाम हो सकता है।
  • शरीर से चिपके हुए कपड़े न पहनें। ऐसे कपड़े पहनें जिसमें हवा आ-जा सके और पसीना भी बाहर निकल सके।
  • कॉटन के कपड़े पहनें। ये पसीना जल्दी सोख लेते हैं और हवा को अंदर आने देते हैं। इससे शरीर खुद को ठंडा रख पाता है।
  • शरीर को हाइड्रेट रखने वाली चीजें, जैसे खीरा और छाछ को डाइट में शामिल करें।
  • इस मौसम में आप बेशक ठंडी तासीर वाली चीजें खाएं। लेकिन, एक्सपर्ट के मुताबिक, फ्रिज की ठंडी चीजें न खाएं।
  • इस मौसम में फाइबर से भरपूर चीजें लें ताकि पेट आसानी से साफ हो सके।
  • इस समय इंटिमेट हाइजीन का भी खास ख्याल रखें।
  • उमस वाली गर्मी और मानसून में इम्यूनिटी को मजबूत रखना जरूरी होता है। इसलिए, डाइट में ऐसी चीजों को शामिल करें जो इम्यूनिटी को मजबूत कर सके।
  • घर में क्रॉस वेंटिलेशन बनाए रखने की कोशिश करें।
  • आप दिन में एक बार एक्सरसाइज भी जरूर करें।

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एक्सपर्ट के बताए टिप्स, सेहतमंद रहने में आपकी मदद कर सकते हैं। अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है, तो हमें आर्टिकल के ऊपर दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे।

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Image Credit:Freepik, Shutterstock

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