हार्मोनल हेल्थ को इस तरह खराब करता है अल्कोहल का सेवन

पीसीओएस में अल्कोहल लेने से क्या नुकसान हो सकते हैं और किस तरह इससे हार्मोनल बैलेंस खराब हो सकता है, आइए इस बारे में एक्सपर्ट से जानते हैं।

 
pcod and hormonal health

पिछले कुछ समय में महिलाओं में पीसीओएस की समस्या बढ़ती जा रही है। पीसीओएस हार्मोनल असंतुलन के कारण होता है। पीसीओएस में महिला के शरीर में एंड्रोजन यानी की मेल हार्मोन ज्यादा बनने लगते हैं। जिसकी वजह से महिलाओं में हार्मोनल बैलेंस बिगड़ने लगता है। इसके ओव्यूलेशन और पीरियड्स भी प्रभावित होते हैं। पीसीओएस से निजात पाने के लिए खान-पान की सही आदतें, लाइफस्टाइल में बदलाव और भी कई चीजें जरूरी हैं। पीसीओएस की वजह से वजन बढ़ना, मूड स्विंग्स, मांसपेशियों में दर्द रहना और इंसुलिन रेजिस्टेंस दैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसके लिए सबसे जरूरी है कि हार्मोन्स को संतुलित करने पर ध्यान दिया जाए।

हार्मोनल हेल्थ को सही रखने के लिए अल्कोहल के सेवन से दूर रहने की सलाह दी जाती है। अल्कोहल से किस तरह हार्मोनल हेल्थ पर असर पड़ता है और पीसीओएस के लक्षण बढ़ सकते हैं, इस बारे में डाइटिशियन और न्यूट्रिशनिस्ट मनप्रीत बता रही हैं। मनप्रीत ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से न्यूट्रिशन्स में मास्टर्स की है। वह हार्मोन्स और गट हेल्थ कोच हैं।

ब्लड शुगर लेवल का बढ़ना

स्वीट वाइन और बियर के सेवन से इंसुलिन लेवल में उछाल आ सकता है जिससे ब्लड शुगर लेवल में उतार-चढ़ाव हो सकता है, यह पीसीओएस की समस्या को और बढ़ा सकता है। इससे आपको कमजोरी और थकान महसूस हो सकती है।

नींद आने में मुश्किल

can i drink alcohol in pcos

हार्मोनल हेल्थ के लिए नींद पूरी होना बहुत जरूरी है। अल्कोहल, मेलाटोनिन और कोर्टिसोल (कोर्टिसोल हार्मोन को कम करने के तरीके) हार्मोन्स को प्रभावित करता है। जिससे आपको रात में नींद आने में मुश्किल हो सकती है।

भूख पर असर

अल्कोहल लेने से शरीर में लेप्टिन हार्मोन के लेवल में अंतर आता है। यह हार्मोन भूख को रेगुलेट करने के लिए जिम्मेदार होता है। इसकी वजह से ओवरईटिंग बढ़ सकती है और वजन घटाने में मुश्किल आ सकती है।

यह भी पढ़ें- हार्मोनल हेल्थ को सुधारने के लिए जरूर करें एक्सपर्ट के बताए ये योगासन

फैटी लिवर की समस्या

effect of alcohol on hormones

अल्कोहल लेने से आपके लिवर पर बुरा असर पड़ता है। यह ग्लूकोज प्रोडक्शन को प्रभावित करता है, जिसका असर इंसुलिन लेवल और शुगर पर भी पड़ता है। साथ ही इससे ट्राईग्लिसराइड्स के लेवल में भी अंतर आता है। समय के साथ यह फैटी लिवर की वजह बनता है और शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन का लेवल भी बढ़ जाता है।

फर्टिलिटी पर असर

अगर आप कंसीव करना चाह रही हैं , तो आपको अल्कोहल से दूरी बनानी चाहिए। अल्कोहल, हार्मोनल बैलेंस को प्रभावित करता है जिससे पीरियड्स, ओव्यूलेशन और फर्टिलिटी पर असर होता है। ऐसे में अल्कोहल से दूरी बनाना ही उचित है।

यह भी पढ़ें- अगर आपको पीसीओएस की समस्या है आज ही से बंद करें ये एक काम

अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है, तो हमें आर्टिकल के नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे।

अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

Image Credit:Freepik

HzLogo

HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!

GET APP