पीसीओएस आजकल महिलाओं में होने वाली एक आम समस्या बन गई है। अनियमित जीवनशैली, खानपान की गलत आदतों और तनाव के कारण पीसीओएस की समस्या हो सकती है। ये समस्या आम जरूर है लेकिन इसकी वजह से कई बार महिलाओं के लिए मुश्किल बढ सकती है। इसलिए समय रहते इसके लक्षणों को कंट्रोल करना बहुत जरूरी होता है। पीसीओएस हार्मोनल असंतुलन के कारण होता है। पीसीओएस में महिला के शरीर में एंड्रोजन यानी की मेल हार्मोन ज्यादा बनने लगते हैं। जिसकी वजह से महिलाओं में हार्मोनल बैलेंस बिगड़ने लगता है। इसके ओव्यूलेशन और पीरियड्स भी प्रभावित होते हैं। इसकी वजह से पीरियड्स अनियमित हो जाते हैं। इसके अलावा भी महिलाओं को पीसीओएस की वजह से वजन बढ़ना, इंसुलिन रेजिस्टेंस जैसी कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। पीसीओएस का सीधा इलाज हमारी जीवनशैली की आदतों में बदलाव से जुड़ा है। जाने अनजाने में हम रोजमर्रा की जिंदगी में ऐसी गलतियां कर बैठते हैं जो इस कंडीशन में बढा सकते हैं। इन्हीं में से एक का जिक्र डाइटीशियन राधिका गोयल ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर किया है। आइए इस बारे में जानते हैं।
प्लास्टिक बॉटल में ना पिएं पानी
अनियमित जीवनशैली और खान-पान की गलत आदतों के अलावा वातावरण से जुड़े कई कारक और केमिकल्स भी जिम्मेदार हैं। ऐसा ही एक केमिकल है बिसफेनोल ए, ये कई प्लास्टिक की बोतल समेत कई प्लास्टिक प्रोडक्ट्स में पाया जाता है। ये हार्मोन्स में गड़बड़ी पैदा करता है और इसकी वजह से पीसीओएस के लक्षण बढ़ सकते हैं।
कॉपर या स्टील बॉटल का करें इस्तेमाल
वैसे तो यूं भी प्लास्टिक की बॉटल में पानी नहीं पीना चाहिए लेकिन खासतौर से अगर आपको पीसीओएस की समस्या है तो प्लास्टिक की बोतल की जगह, स्टील या कॉपर बॉटल का इस्तेमाल करें। ऐसा इसलिए क्योंकि इनमें बीपीए नहीं होता है और ये आपके हार्मोन्स को नुकसान नहीं पहुंचाते हैं। इसके साथ ही कॉपर में मौजूद गुणों के कारण ये आपके पानी को साफ और खतरनाक बैक्टीरिया से दूर रखने में मदद कर सकता है।
यह भी पढ़ें- सर्दियों में तांबे के लोटे में रखा पानी पिएं, मिलेंगे ये गजब के फायदे
यहां देखें एक्सपर्ट का वीडियो
View this post on Instagram
यह भी पढ़ें-पीरियड क्रैम्प्स के लिए पिएं एक्सपर्ट की बताई अजवाइन टी, होगा फायदा
इन बातों का ध्यान रखना भी है जरूरी
- स्टील या कॉपर की बॉटल को इस्तेमाल में लाना बेशक एक अच्छा विकल्प है लेकिन इसके साथ-साथ पीसीओडी के लक्षणों को मैनेज करने के लिए और भी कई चीजों का ख्याल रखना बहुत जरूरी है। जैसे कि-
- सही ट्रीटमेंट प्लान को फॉलो करें।अपनी लाइफस्टाइल में बदलाव करें। स्ट्रेस से दूर रहें। (स्ट्रेस को दूर करने के टिप्स)
- अपनी डाइट को सही करें। तले-भुने खाने, प्रोसेस्ड फूड से दूर रहें।
- खाने में हरी सब्जियों और फलों को शामिल करें।
- ऐसे फूड्स का सेवन करें जिससे इंसुलिन सेंसिटिविटी में सुधार होता है।
- एक्सरसाइज को अपने डेली रूटीन में जरूर शामिल करें।
अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है तो हमें आर्टिकल के नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे।
अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
Image Credit- Freepik
Recommended Video
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों