प्लास्टिक की बोतलों को बार-बार पानी भरने के लिए करते हैं इस्तेमाल? जान लीजिए इसके नुकसान

आजकल ज्यादातर घरों में पानी भरने के लिए प्लास्टिक की बोतलों का इस्तेमाल होता है। लेकिन, क्या आप जानती हैं कि इन बोतलों में बार-बार पानी भरकर पीना सेहत को किस तरह नुकसान पहुंचाता है?

 
dangers of reusing plastic water bottles
आजकल ज्यादातर घरों में पानी भरने के लिए प्लास्टिक की बोतलों का इस्तेमाल होता है। कई लोग प्लास्टिक की बोतल खरीद कर उनका इस्तेमाल पानी भरने के लिए करते हैं। वहीं, कई बार, कोल्डड्रिंक या बाजार में मिलने वाली पानी की बोतलों को रियूज करते हैं और इनमें पानी भरते हैं। अगर पुराने समय की बात करें, तो पानी भरने, खाना रखने या किचेन से जुड़ी किसी भी काम के लिए, प्लास्टिक की बोतलों या कंटेनर्स का इस्तेमाल नहीं किया जाता था। पहले के वक्त में कांच, मिट्टी, तांबे या स्टील के बर्तनों का ही चलन था। असल में, प्लास्टिक का इस्तेमाल, सेहत पर बुरा असर डालता है। खासकर, प्लास्टिक की बोतलों को पानी रखने के लिए बार-बार इस्तेमाल करना, सेहत के लिए हानिकारक है। इन बोतलों में बार-बार पानी भरकर पीना सेहत को किस तरह नुकसान पहुंचाता है, इस बारे में एक्सपर्ट से जानते हैं। यह जानकारी डॉक्टर भरेश डेढिया (Dr. Bharesh Dedhia), कंसल्टेंट, क्रिटिकल केयर, पी.डी. हिंदुजा हॉस्पिटल और एमआरसी, खार, दे रहे हैं।

पानी की बोतलों को दोबारा इस्तेमाल करने से सेहत को हो सकते हैं ये नुकसान ( Is it harmful to reuse plastic water bottles)

should we reuse plastic bottles for water

  • एक्सपर्ट के मुताबिक, सबसे पहले यह समझना जरूरी है कि कौन सी प्लास्टिक की बोतल सिंगल टाइम यूज के लिए है और कौन से बोतल को दोबारा इस्तेमाल किया जा सकता है।
  • बाजार से मिलने वाली वॉटर बॉटल को दोबारा यूज करना सही नहीं होता है। ये बार-बार इस्तेमाल करने के लिए नहीं होती हैं।
  • अगर सिंगल यूज वाली वॉटर बॉटल को आप बार-बार इस्तेमाल करेंगी, तो इसकी प्लास्टिक से खतरनाक रसायन बाहर आ सकते हैं।
  • दरअसल, बार-बार इस्तेमाल से ये बोतलें खराब होने लगती हैं, इनमें छोटी-छोटी दरारे आ जाती है, जो हमें भले ही नजर न आएं, लेकिन, इनसे रसायनों से रिसने का खतरा बढ़ जाता है।
  • सिंगल यूज वाली डिस्पोजेबल वॉटर बॉटल्स में पॉलीइथाइलीन टेरेफ्थेलेट (PET) का उपयोग होता है।
  • जब इस पर डेंट आ जाते हैं या इसके खराब होने के अन्य लक्षण नजर आने लगते हैं, तो ये इस्तेमाल के लिए, पूरी तरह से अनसेफ हो जाती हैं।
  • PET पॉलीमर्स के कारण, हमारे शरीर के हार्मोनल सिस्टम में बदलाव आ सकता है।
  • अगर PET पॉलीमर्स में BPA नहीं भी है, तो भी प्लास्टिक की बोतलों को रियूज करने से, इनमें मौजूद फेथलेट्स केमिकल पीने के पानी में घुलने लगता है।
  • खासकर, अगर इनमें गर्म पानी डाला जाए या इन्हें अधिक तापमान में रखा जाए, तो ये केमिकल तेजी से पानी में घुलने लगता है।

is it safe to drink water in plastic bottle

  • इसकी वजह से फेफड़ों, किडनी और रिप्रोडक्टिव सिस्टम पर भी असर होता है।
  • प्लास्टिक की बोतलों को बार-बार इस्तेमाल करना, हाई बीपी, ब्रेस्ट कैंसर और हार्मोनल लेवल में बदलाव का कारण बन सकता है।
  • प्लास्टिक की बोतल के नीचे देखें। एक ट्राइंगल के अंदर आपको रिसाइक्लिंग नंबर दिखेगा। अगर यह नंबर 5 है, तो आप इन बोतलों को फिर भी रियूज कर सकते हैं।
  • हालांकि, सेहतमंद रहने के लिए, प्लास्टिक की बोतलों से दूरी बनाना ही सही रहेगा।
  • प्लास्टिक को बोतलों को दोबारा इस्तेमाल करने से, इनके अंदर जर्म्स पनपने लगते हैं और इसकी वजह से कई तरह के इंफेक्शन्स भी हो सकते हैं।
  • अगर आप इन बोतलों को दोबारा इस्तेमाल कर रही हैं, तो इन्हें अच्छे से साफ करना बहुत जरूरी है।

प्लास्टिक की बोतलों को बार-बार इस्तेमाल करने से पहले, एक्सपर्ट की सलाह पर जरूर ध्यान दें। अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है, तो हमें आर्टिकल के ऊपर दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे।

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Image Credit:Freepik, Shutterstock

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