डिप्रेशन एक आम मानसिक स्वास्थ्य स्थिति है। यह ऐसे व्यक्ति को प्रभावित करती है जो हमेशा तनाव में रहता है। इस शब्द से हम सब वाकिफ हैं लेकिन आजकल लोग क्लिनिकल डिप्रेशन के शिकार हो रहे हैं। यह किस तरह का डिप्रेशन होता है,नॉर्मल डिप्रेशन से कितना अलग होता है? इसके कारण क्या होते हैं। ये सब जानने के लिए हमने एक्सपर्ट से बात की। इस बारे में Dr. Aarushi Dewan Clinical psychologist Founder : Coping keys इस बारे में जानकारी दे रही हैं।
क्या होता है क्लिनिकल डिप्रेशन?
क्लिनिकल डिप्रेशन, अवसाद की बहुत ही गंभीर स्थिति है। इसे मेजर डिप्रेसिव डिसऑर्डर भी कहा जाता है। यह स्थिति सालों तक चल सकती है। इससे ग्रस्त व्यक्ति को गहन देखभाल की जरूरत होती है,वरना कई बार लोग जान लेने जैसा कदम उठा लेते हैं। यह स्थिति लंबे वक्त तक आपके जीवन, विचारों और भावनाओं पर गहरा असर डालती है।
क्लिनिकल डिप्रेशन के लक्षण
- उदासी और खालीपन का महसूस होना
- नींद में बदलाव
- भूख कम होना या ज्यादा होना
- ऊर्जा की कमी
- थकान महसूस होना
- अपराध बोध की भावना
- ध्यान केंद्रित करने में दिक्कत होना
- बार-बार आत्महत्या का विचार आना
यह भी पढ़ें-डिलीवरी के बाद कितने दिनों तक सेक्शुअल रिलेशन से बचना चाहिए?
क्लिनिकल डिप्रेशन का कारण
- अनुवांशिकता
- मस्तिष्क में रासायनिक संतुलन
- जीवन की घटनाएं जैसे नौकरी खोना, किसी करीबी की मौत का सदमा, लंबे बीमारी से पीड़ित होना
क्या है इसका इलाज?
कॉग्निटिव बिहेवियरल थेरेपी यानी सीबीटी एक प्रकार की मनोचिकित्सा है,जो व्यक्ति के नकारात्मक विचारों, भावनाओं और व्यवहारों को पहचानने और बदलने में मदद करती है। सोंचने, देखने और बिहेव करने पर काम करते हैं। इसके साथ ही सही जीवनशैली और सही खानपान के साथ ही मेडिटेशन,एक्सरसाइज भी करना जरूरी होता है।यह भी पढ़ें-चॉकलेट सिस्ट क्या है? जानें इसके लक्षण और कारण
अगर आपको स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे अपने सोशल मीडिया हैंडल पर शेयर करना न भूलें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए हर जिंदगी से जुड़े रहें।
Image Credit- freepik
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों