World Kidney Day 2025: बच्चों में क्यों बढ़ रहे हैं किडनी फेलियर के मामले, एक्सपर्ट बता रहे हैं कारण और बचाव के तरीके

भारत जैसे विकासशील देश में बच्चों में किडनी फेलियर के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। शोध के मुताबिक  57.3 फीसदी प्रभावित बच्चे ग्रामीण इलाकों से आते हैं।
  • Aiman Khan
  • Editorial
  • Updated - 2025-03-13, 15:02 IST
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किडनी हमारे शरीर का एक बेहद जरूरी अंग है, जो अक्सर हम अपनी लापरवाही और खराब लाइफस्टाइल के चलते खराब कर लेते हैं। पहले अधेड़ उम्र के लोगों को किडनी से जुड़ी बीमारी हुआ करती थी लेकिन, अब यह बीमारी बच्चों में तेजी से बढ़ती नजर आ रही है। आज विश्व किडनी दिवस पर हम बात करेंगे कि आखिर भारत जैसे विकासशील देशों में यह समस्या और भी अधिक चिंताजनक है। एक्सपर्ट के मुताबिक अगर समय रहने इसपर ध्यान नहीं दिया गया, तो आने वाले साल में यह स्थिति और भी भयावह हो सकती है। इस बारे में जानने के लिए हमने एक्सपर्ट से बात कीDr. Manish Jain, Director, Nephrology, Kidney Transplant, Renal Care, Medanta, Gurugram इस बारे में जानकारी साझा कर रहे हैं।

बच्चों में क्यों बढ़ रहे हैं किडनी फेलियर के मामले?

WORLD KIDNEY DAY 2025

आपको बता दें कि किडनी हमारे शरीर का सबसे मुख्य अंग है, जो शरीर से विषैले पदाथों को बाहर निकालना, रक्तचाप को नियंत्रित करना और इलेक्ट्रोलाइट बैलेंस बनाए रखने का काम करता है। लेकिन जब किडनी की कार्यक्षमता प्रभावित होती है, तो शरीर में कई गंभीर समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, जिनमें किडनी फेलियर जैसी जटिलताएं शामिल है।

एक्सपर्ट के मुताबिक, बच्चों में इम्पेयर्ड किडनी फंक्शन के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। सीएनएनएस 2016-1018 के अनुसार 5 से 19 वर्ष की आयु के लगभग 4.9 फीसदी भारतीय बच्चे किडनी की समस्याओं से ग्रस्त है। यह आंकड़ा प्रति मिलियन आबादी में लगभग 49000 मामलों के बराबर है। यह समस्या शहरी क्षेत्रों की तुलना में ग्रामीण इलाकों में अधिक पाई गई है। शोध के मुताबिक 57.3 प्रभावित बच्चे ग्रामीण इलाकों से आते हैं।

बच्चों में किडनी की समस्या के जोखिम कारक

  • शोध के मुताबिक 57.3 फीसदी प्रभावित बच्चे ग्रामीण इलाकों से आते हैं।
  • अनुसूचित जाति,जनजाति की तुलना में अन्य समाजिक समूहों में यह समस्या अधिक पाई गई है।
  • जिन माताओं की कम शिक्षा में कमी है, उनमें किडनी की समस्याओं का खतरा अधिक रहता है।
  • सही पोषण न मिलने से बच्चों का विकास बाधित होता है और किडनी की कार्यक्षमता प्रभावित होती है।
  • अधिक वजन वाले बच्चों में किडनी पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है, जिससे IKF का खतरा बढ़ जाता है।
  • जन्मजात विकार, मोटापा, सुस्त जीवनशैली, खराब आहार

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किडनी को स्वस्थ रखने के लिए जरूरी उपाय

KIDNEY DISEASE IN CHILD

  • नियमित स्वास्थ्य जांच जैसे यूरिन और ब्लड टेस्ट
  • कम नमक फॉस्फोरस और पोटेशियम वाला आहार किडनी के लिए अच्छा होता है।
  • चीनी और नमक से भरपूर जंक फूड का सेवन न करें
  • व्यायाम और वजन नियंत्रण
  • बच्चों को पर्याप्त पानी पिलाएं।

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Image Credit:Freepik

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