ऑटोइम्यून बीमारियां क्या होती हैं? एक्सपर्ट से जानें

ऑटोइम्यून बीमारियां तब होती हैं, जब हमारा इम्यून सिस्टम हमारी बॉडी के हेल्दी टिशू को डैमेज कर देता है। 

 
  • Aiman Khan
  • Editorial
  • Updated - 2024-07-12, 10:07 IST
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दुनिया में कई तरह की बीमारियां हैं, कुछ के बारे में हम जानते हैं और कुछ से अंजान होते हैं। कुछ बीमारियों को ऑटोइम्यून डिजीज कैटेगरी में रखा जाता है, लेकिन आपने कभी जानने की कोशिश की है कि आखिर यह ऑटोइम्यून बीमारियां होती क्या हैं? इसके कारण और लक्षण क्या होते हैं? इनके बारे में जानने के लिए हमने एक्सपर्ट से बात की। Dr. Chandan Kumar Mishra, Senior Consultant, Endocrinology, Aakash Healthcare, New Delhi ने इस बारे में जानकारी दी है।

ऑटोइम्यून बीमारियां क्या होती हैं?

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हमारा इम्यून सिस्टम ऑर्गन और कोशिकाओं से बना होता है, जो शरीर को बैक्टीरिया, वायरस , फ्री-रेडिकल्ससे बचाने का काम करता है। ऑटोइम्यून बीमारी तब होती है, जब हमारा इम्यून सिस्टम हमारी ही बॉडी के हेल्दी टिशू को डैमेज कर देता है । इससे कई सारे ऑर्गन को नुकसान होता है। इसी के आधार पर पता चलता है कि किसी मरीज में किस तरह के लक्षण देखने को मिलेंगे। कुछ फैक्टर होते हैं जिनकी वजह से कुछ लोगों में ऑटोइम्यून बीमारी होने का खतरा ज्यादा रहता है। महिलाओं में ऑटोइम्यून डिजीज के मामले पुरुषों की तुलना में ज्यादा पाया जाता है। 15 से 50 साल की जो महिलाएं होती हैं उनमें ऑटोइम्यून बीमारी का खतरा ज्यादा होता है। अगर आपकी फैमिली में ऑटोइम्यून बीमारी है, तो आपके अंदर इस बीमारी के होने का खतरा ज्यादा रहता है।

ऑटोइम्यून बीमारी हमारे शरीर के किसी भी टीशू पर हमला कर देती है, चाहे वह खून, त्वचा, मासपेशियां, जोड़, पैंक्रियाज , एंडक्राइन ग्लैंड ही क्यों न हो। इससे अंग क्षतिग्रस्त हो सकते हैं। रूमेटॉइड आर्थराइटिस, ,टाइप 1 डायबिटीज, सोरायसिस, ल्यूपस कुछ आम ऑटोइम्यून बीमारियों के नाम हैं।

ऑटोइम्यून बीमारियों के लक्षण

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  • कमजोरी
  • थकावट
  • बुखार
  • जोड़ों में दर्द
  • मांसपेशियों में खिंचाव
  • स्किन रैश
  • बालों का झड़ना
  • हाथ पैर में सुन्नपन रहना

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क्या है इसका इलाज?

ऑटोइम्यून बीमारियों का पता लगाने के लिए कई तरह के टेस्ट किए जाते हैं। हालांकि, इसका इलाज नहीं होता है। ,आपको जीवनशैली में सुधार करके इसपर कंट्रोल करना होता है। जैसे कि डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए आपकी जीवनशैली सही होनी चाहिए। वहीं, आर्थराइटिस जैसी कुछ बीमारियों में दर्द निवारक और सूजन रोधी दवाएं दी जाती है।

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Image Credit: Freepik


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