जुड़वां बच्चों की मां बनेंगी रुबीना दिलैक, जानें कितना चुनौतीपूर्ण है Twin प्रेग्नेंसी

एक्ट्रेस रुबीना दिलैक जुड़वां बच्चों की मां बनने वाली हैं। Twin प्रेग्नेंसी की जहां खुशी होती है वहीं इसको लेकर रिस्क भी काफी ज्यादा होता है। एक्सपर्ट से जानते हैं Twin प्रेग्नेंसी कितना चुनौतीपूर्ण होता है।

  • Aiman Khan
  • Editorial
  • Updated - 2023-12-01, 10:34 IST
TWIN PREGNANCY JOURNEY

TwinPregnancy:टीवी एक्ट्रेस रुबीना दिलैक इन दिनों अपनी प्रेगनेंसी को लेकर चर्चा में है। दरअसल वह जुड़वा बच्चों की मां बनने वाली हैं। रुबीना अपने नौवें महीने में इंटर कर चुकी है। अब बस नन्हें मेहमानों के आने का इंतजार है। हालांकि जुड़वा बच्चे होना खुशी की बात होती है,वहीं इसके साथ चिंताएं भी डबल हो जाती है। मां को इस दौरान कई तरह की परेशानियां हो सकती है। सिंगल प्रेग्नेंसी की तुलना में जुड़वां बच्चों की गर्भावस्था ज्यादा जटिल हो सकती है। इस दौरान गर्भवती महिलाओं को क्या परेशानियां हो सकती है? कैसे ख्याल रखना चाहिए सब कुछ जानेंगे एक्सपर्ट से। इस बारे में जानकारी दे रही हैं Dr. Archna Dhawan Bajaj Gynaecologist Nurture ivf

कितना चुनौतीपूर्ण होता है Twin प्रेग्नेंसी? (Actress rubina dilaik expecting twin)

TWIN PREGNANT WOMEN

  • पहले तीन महीने प्रेग्नेंट महिला को काफी ज्यादा सावधान रहना होता है क्योंकि फीटस को पहले 12 वीक स्वस्थ होकर पार करने की जरूरत होती है।कई बार संभावना होती है को एक फीटस खत्म हो जाता है। इसमें मिसकैरेज का खतरा बना रहता है।
  • जुड़वां गर्भावस्था में डिलीवरी समय से पहले हो सकती है। आमतौर पर साधारण प्रेग्नेंसी 39-40 हफ्ते पूरा करती है लेकिन जुड़वां बच्चों के दौरान बहुत ज्यादा संभावना होती है कि बच्चा 36-37 सप्ताह में ही पैदा होते हैं। और समय से पहले जन्मे बच्चों का अंग पूरी तरह से विकसित नहीं होता है।
  • इस दौरान एक महिला को ज्यादा कैलोरीज लेनी पड़ती है। साधारण प्रेगनेंसी में जहां महिला को रोजाना के हिसाब से 300 कैलोरीज की जरूरत पड़ती है वहीं जुड़वां बच्चे होने पर 600 कैलोरीज लेनी पड़ती है।
  • इस दौरान प्रीक्लेम्पसिया और जेस्टेशनल डायबिटीज का खतरा भी बना रहता है।

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RISK PF TWIN PREGNANCY

  • सिंगल प्रेगनेंसी की तुलना में जुड़वां गर्भावस्था में हार्मोन का बदलाव ज्यादा होता है, जिसके कारण उल्टी और रक्तस्राव की परेशानी होती है।
  • जुड़वा गर्भावस्था में महिलाओं को हाई ब्लड प्रेशर की परेशानी होने लगती है। दरअसल जुड़वा बच्चे होने पर पेट पर ज्यादा दबाव पड़ता है और मां को ज्यादा वजन उठाना पड़ता है। इसलिए खून की जरूरत पूरी करने के लिए जुड़वा बच्चे होने पर महिला का शरीर 70 पीसीबी तक खून बनता है और स्कूल को पंप करने के लिए महिला के हृदय को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है।
  • ट्विन प्रेगनेंसी में एनीमिया होने का भी खतरा काफी ज्यादा बढ़ जाता है दरअसल गर्भवती महिला के रक्त में लाल रक्त कोशिकाओं का स्तर सामान्य से कम हो जाता है यह मां और बच्चे दोनों के लिए जोखिम भरा हो सकता है।( ऐसे दूर करें खून की कमी)

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Image Credit- Freepik

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