क्या है एसिड रिफ्लक्स? जिसके कारण खाना ही नहीं पानी का पचना भी हो जाता है मुश्किल

‘एसिड रिफ्लक्स’ अपने आप में एक गंभीर समस्या है जिसके कारण खट्टी डकार, पेट और सीने में जलन और उल्टी जैसी दिक्कतें पेश आती हैं। 

 
acid reflux causes and symptoms

पेट खुश तो आप भी खुश... ऐसा आमतौर पर कहा जाता है और देखा जाए तो यह बात शत प्रतिशत सही भी है। पेट से जुड़ी समस्याएं आपको शारीरिक रूप से ही नहीं बल्कि मानसिक रूप से भी परेशान करती हैं। अगर आपका हाजमा खराब हो तो आपका मन किसी काम में नहीं लग पाता है। ऐसे में तन और मन को स्वस्थ रखने के लिए हाजमे को बेहतर बनाना बेहद जरूरी है और यहां हम आपको इसी संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी देने जा रहे हैं।

हम बात कर रहे हैं ‘एसिड रिफ्लक्स’ (Acid Reflux) की, जो पाचन से जुड़ी गंभीर समस्या है। गौरतलब है कि एसिडिटी के बारे में तो ज्यादातर लोग जानते हैं, पर ‘एसिड रिफ्लक्स’ के बारे में लोगों को कम ही जानकारी होती है। जबकि ‘एसिड रिफ्लक्स’ अपने आप में एक गंभीर समस्या है, जिसके कारण खट्टी डकार, पेट और सीने में जलन और उल्टी जैसी दिक्कतें पेश आती हैं। ऐसे में इन समस्याओं से बचने के लिए ‘एसिड रिफ्लक्स’ के बारे में जानना बेहद जरूरी है।

बता दें कि हमने इस बारे में लखनऊ के जनरल फिजिशियन डॉ. बृजेंद्र सिंह से बात की है और उनसे मिली जानकारी यहां आपके साथ शेयर कर रहे हैं। तो चलिए जानते हैं कि क्या है ‘एसिड रिफ्लक्स’ और कैसे यह सेहत के लिए नुकसानदेह साबित होता है।

क्या है ‘एसिड रिफ्लक्स’?

‘एसिड रिफ्लक्स’ पाचन संबंधी समस्या है, जिसमें पेट के अंदर बनने वाला एसिड ग्रासनली में पीछे की तरफ प्रवाहित होने लगता है। ऐसे में यह एसिड गले तक आ पहुंचता है, जिसके कारण खट्टी डकार, सीने में जलन के साथ ही उल्टी की समस्या पेश आती है। ऐसी स्थिति में कई बार पानी का पचना भी मुश्किल हो जाता है और पानी एसिड के साथ बाहर निकल आता है। ऐसे में मुंह का स्वाद तो खराब होता ही है, वहीं सांसों से दुर्गंध भी आ सकती है।

what is acid reflux

एसिड रिफ्लक्स के कारण लगातार हिचकियां भी आ सकती है। एसिड के उल्टे प्रवाह के कारण डिस्फेजिया की स्थिति भी बनती है, जिसमें गले में खाना फंसने का अहसास होता है। वहीं अगर रात में सोते वक्त एसिड रिफ्लक्स की प्रक्रिया होती है, तो इसके कारण अचानक से तेज खांसी आने की समस्या भी हो सकती है। ऐसे में खांसी के साथ ही उल्टी भी आने लगती है। कुल मिलाकर देखा जाए एसिड रिफ्लक्स पाचन से जुड़ी असामान्य प्रक्रिया है, जिसके कारण हाजमे संबधी कई सारी समस्याएं उत्पन्न होती हैं।

क्यों होता है ‘एसिड रिफ्लक्स’?

अब बात करें कि आखिर ‘एसिड रिफ्लक्स’ होता क्यों है तो इसके पीछे गलत खान-पान से लेकर रख-रखाव संबंधी असावधानियां जिम्मेदार हो सकती हैं। जैसे कि आवश्यकता से अधिक भोजन का सेवन, देर रात में भोजन करना या भोजन के तुरंत बाद अधिक परिश्रम वाला काम... ये सभी चीजें एसिड रिफ्लक्स की वजह बन सकती है। इसके अलावा सोने की गलत पोजिशन, जैसे कि सोते वक्त बाकी शरीर के अपेक्षा सिर के नीचे होने के कारण भी पेट में बना एसिड उल्टी दिशा में प्रवाहित होने लगता है।

acid reflux in summer

कैफीन, अल्कोहल और सिगरेट का अधिक सेवन भी एसिड रिफ्लक्स को ट्रिगर कर सकता है। वहीं एस्पिरिन जैसी दवाओं के सेवन से भी यह समस्या पेश आ सकती है।

बच्चों में एसिड रिफ्लक्स की समस्या

बच्चों में एसिड रिफ्लक्स की समस्या काफी देखने को मिलती है, जिसकी मुख्य वजह गलत खान-पान होता है। असल में बच्चे बिना सोचे-समझे कुछ भी खाते पीते रहते हैं। ऐसे में ओवरईटिंग के कारण बच्चों के साथ एसिड रिफ्लक्स की समस्या पेश आ सकती है। इसके अलावा खाने के बाद अधिक खेल-कूद के कारण भी बच्चे इसका शिकार बन जाते हैं।

क्या है एसिड रिफ्लक्स का उपचार?

एसिड रिफ्लक्स के उपचार के लिए डॉक्टर आमतौर पर एंटासिड, H2 ब्लॉकर्स और प्रोटॉन पंप अवरोधक दवाओं के सेवन की सलाह देते हैं। बता दें कि ये दवाएं पेट में एसिड उत्पादन को कम करने में सहायक होती हैं। हालांकि एसिड रिफ्लक्स की गंभीर स्थिति में कई बार ये दवाएं भी असर नहीं करती हैं। ऐसे में डॉक्टर सर्जरी का सुझाव दे सकते हैं, जैसे कि ‘फंडोप्लिकेशन’ सर्जरी में एसिड रिफ्लक्स को रोकने के लिए पेट के ऊपरी हिस्से में एक कृत्रिम वाल्व बनाया जाता है।

देखा जाए तो उपचार से बेहतर है कि एसिड रिफ्लक्स से बचाव के लिए उपाय किए जाए ताकि इस तरह की सर्जरी की नौबत ही न आए। तो चलिए जानते हैं कि एसिड रिफ्लक्स से बचाव के उपायों के बारे में।

कैसे करें एसिड रिफ्लक्स से बचाव?

  • खान-पान को संयमित रखने की कोशिश करें, इसके लिए एक बार में अधिक भोजन के बजाय छोटे-छोटे आहार लें।
  • कैफीन, अल्कोहल और सिगरेट के अधिक सेवन से दूरी बनाने के साथ ही आपको तैलीय भोजन का सेवन भी कम करना होगा।
  • रात में समय से भोजन ग्रहण करें और खाने के बाद अधिक परिश्रम वाले काम से बचे ताकी पाचन पर अतिरिक्त दबाव न पड़े।
  • पेट में बन रहे एसिड को नियंत्रित करने के लिए आहार में नेचुरल एंटासिड को शामिल करें, जैसे कि अदरक, पुदीना, पपीता, दही, हल्दी और कैमोमाइल टी।

इस तरह से कुछ सावधानियों का ध्यान रख कर आप आप एसिड रिफ्लक्स से बचाव कर सकते हैं। उम्मीद करते हैं कि सेहत से जुड़ी यह जानकारी आपके लिए उपयोगी साबित होगी। अगर यह जानकारी आपको अच्छी लगी हो तो इसे अपने दोस्तों और परिचितों के साथ शेयर करना न भूलें।

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Image Credit: Freepik

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