Insomnia: रात को नहीं आती है नींद? इन 4 वजहों पर दें ध्यान

रात को नींद न आने के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें स्ट्रेस भी शामिल है। नींद पूरी न होने से न केवल दिनभर चिड़चिड़ापन बना रह सकता है, बल्कि सेहत भी खराब होती है।

 
what is insomnia

Sleeplessness Causes: दिन भर काम करने के बाद अगर रात को ठीक से नींद न आए तो यह एक बड़ी समस्या हो सकती है। नींद न आने का असर न केवल हमारी रूटीन लाइफ पर होता है, बल्कि इससे सेहत भी खराब होती है। रात में 7-8 घंटे की नींद अच्छी सेहत के लिए बहुत जरूरी है। कुछ लोगों को बिस्तर पर लेटते ही नींद आ जाती है। वहीं, कुछ लोग पूरी रात करवटे बदलते रहते हैं। कभी-कभार नींद न आना सामान्य है लेकिन अगर आपको हमेशा ही नींद आने में मुश्किल आती है, तो आपको सचेत होने की जरूरत है।

रात को नींद न आने की वजह से अनिद्रा की समस्या हो जाती है, जिसे इंसोमनिया कहा जाता है। नींद न आने के 4 प्रमुख कारणों के बारे में एक्सपर्ट से जानते हैं। यह जानकारी डाइटिशियन राधिका गोयल दे रही हैं। वह सर्टिफाइड डाइटिशियन और न्यूट्रिशनिस्ट हैं।

स्ट्रेस की वजह से नहीं आती है नींद

why cant i sleep at night even when i am tired

यह नींद न आने के सबसे आम कारणों में से एक है। आपने अक्सर यह बात महसूस भी की होगी कि जब हम तनाव में होते हैं, तो नींद आने में मुश्किल होती है। स्ट्रेस की वजह से शरीर में कोर्टिसोल हार्मोन का लेवल बढ़ जाता है, जिसके कारण ब्रेन एक्टिव मोड में रहता है और शरीर व दिमाग को आराम नहीं मिल पाता है, जिससे नींद नहीं आती है।

पानी की कमी का नींद पर असर

जब शरीर में पानी की कमी होती है, पूरा हाइड्रेशन नहीं मिल पाता है,तो भी नींद आने में मुश्किल होती है। अक्सर जब भी डिहाइड्रेशन की बात होती है, तो उसमें नींद पर असर का जिक्र नहीं आता है, लेकिन आपको बता दें कि क्रोनिक डिप्रेशन की वजह से भी नींद डिस्टर्ब हो सकती है।

मैग्नीशियम और विटामिन डी कमी

vitamin d deficiency causes sleeplessness

शरीर में मैग्नीशियम और विटामिन डी की कमी होने का असर भी नींद पर पड़ता है। ये दोनों ही चीजें शरीर के लिए बहुत जरूरी होती हैं और इनकी कमी होने पर स्लीप पैटर्न डिस्टर्ब हो सकता है।

यह भी पढ़ें- रात को बार-बार टूटती है नींद? सोने से पहले पिएं यह चाय

कैफीन का अधिक सेवन

कैफीन ज्यादा लेने से भी नींद आने में मुश्किल होती है। इससे शरीर में हार्मोनल बैलेंस डिस्टर्ब होता है और एड्रिनल हार्मोन बढ़ जाता है, जो शरीर को एक्टिव और एनर्जेटिक बना देता है, इसलिए चाय-कॉफी का सेवन लिमिट में करें, खासतौर पर सोते वक्त चाय-कॉफी बिल्कुल न लें। इसके अलावा, अगर आप दिनभर बैठे रहकर काम करते हैं, तो इससे भी रात को नींद आने में मुश्किल हो सकती है।

यह भी पढ़ें- Sound Sleep: अच्छी नींद के लिए रोज सोते समय पिएं यह आयुर्वेदिक चाय

अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है, तो हमें आर्टिकल के नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे।

अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

Image Credit:Freepik

HzLogo

HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!

GET APP