इन हार्मोन्स में उतार-चढ़ाव के कारण बढ़ सकती है पेट की चर्बी

बेली फैट के पीछे कई कारण हो सकते हैं। इनमें हार्मोनल इंबैलेंस भी शामिल है। पेट की जिद्दी चर्बी के पीछे, कई हार्मोन्स जिम्मेदार हो सकते हैं। इनमें उतार-चढ़ाव वजन पर भी असर डालता है।

 
hormonal imbalance that cause belly fat

अक्सर लोग बेली फैट को सिर्फ गलत खान-पान से जोड़कर देखते हैं। लेकिन, बेली फैट की और भी कई वजहे हो सकती हैं। हमारे शरीर के सही तरह से फंक्शन करने के लिए, हार्मोन्स का सही लेवल होना बहुत जरूरी है। बॉडी फंक्शन में कई हार्मोन्स काम करते हैं। डाइजेशन, सेक्शुअल लाइफ, फर्टिलिटी और भी कई चीजें, हार्मोन्स से प्रभावित होते हैं। जब हम खुश होते हैं, तो हमारे शरीर से हैप्पी हार्मोन्स जैसे सेरोटोनिन रिलीज होता है। उसी तरह, तनाव में होने पर, कोर्टिसोल हार्मोन का लेवल बढ़ जाता है। इन हार्मोनल उतार-चढ़ाव के कारण, हमारे शरीर में कई बदलाव भी होते हैं। बेली फैट के पीछे भी कुछ हार्मोन्स जिम्मेदार होते हैं। किन हार्मोन्स में इंबैलेंस बेली फैट की वजह बन सकता है, इस बारे में एक्सपर्ट से जानते हैं। यह जानकारी डाइटिशियन मनप्रीत दे रही हैं। उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से न्यूट्रिशन्स में मास्टर्स किया है। वह हार्मोन और गट हेल्थ कोच हैं।

इंसुलिन

insulin level and pcod

इंसुलिन एक जरूरी हार्मोन है जो शरीर को भोजन को एनर्जी में बदलने में मदद करता है और ब्लड शुगर के लेवल को कंट्रोल करता है। अगर शरीर में इंसुलिन लेवल बढ़ा हुआ है, तो बेली फैट बढ़ता है। दरअसल, इंसुलिन रेजिस्टेंस होने पर, हमारी सेल्स इंसुलिन की तरफ सही से रिएक्ट नहीं करती हैं। इसके कारण, बेली के आस-पास फैट बढ़ने लगता है।

एस्ट्रोजन

महिलाओं में यह हार्मोन काफी जरूरी है। पीसीओडी में इस हार्मोन के लेवल में इंबैलेंस हो जाता है। यह इंसुलिन लेवल पर भी असर डालता है और इसके कारण, फिर बेली फैट बढ़ने लगता है। यह हार्मोन पीसीओएस बेली का प्रमुख कारण है।

कोर्टिसोल

stress hormone and belly fat

कोर्टिसोल स्ट्रेस हार्मोन है। इसके कारण भी बेली फैट बढ़ने लगता है। इस हार्मोन का निर्माण, एड्रेनल ग्लैंड द्वारा होता है। दरअसल, जब इंसुलिन और कोर्टिसोल हार्मोन का लेवल रक्त में बढ़ता है, तो लिपोप्रोटीन लाइपेस (एलपीएल) बनता है। यह एक फैट को स्टोर करने वाला एंजाइम है। इसके कारण, बेली और चेहरे के आस-पास फैट बढ़ने लगता है।

घ्रेलिन हार्मोन

इसे हंगर हार्मोन भी कहा जाता है। भूख, खाना खाने और पेट भरने की फीलिंग के पीछे यही हार्मोन जिम्मेदार है। यह हार्मोन बॉडी ग्लूकोज और एनर्जी लेवल पर असर डालता है। इससे फैट इकट्ठा होने लगता है।

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बेली फैट को कम करने के लिए, हार्मोन्स का बैलेंस होना जरूरी है। अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है, तो हमें आर्टिकल के ऊपर दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे।

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Image Credit:Freepik, Shutterstock

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