मां बनना चाहती हैं? तो फर्टिलिटी बढ़ाने के लिए ये 4 योग करें

अगर आपको मां बनने में परेशानी होती है, तो एक्‍सपर्ट के बताये इन योगासन को करके आप फर्टिलिटी को बढ़ा सकती हैं।  

yoga for fertility main

मां बनना हर महिला के लिए एक सुखद अहसास होता है, लेकिन आजकल की बदलती लाइफस्‍टाइल, बढ़ते तनाव, डाइट में पोषक तत्‍वों की कमी और कई शारीरिक समस्‍याओं के चलते फर्टिलिटी पर बुरा असर पड़ने लगता है और महिलाओं को कंसीव करने में परेशानी आती है। अगर आप भी ऐसी ही महिलाओं में से एक है जिन्‍हें कंसीव करने में परेशानी आ रही है तो अपनी फिटनेस रूटीन में कुछ योगासन को शामिल करें। जी हां फर्टिलिटी बढ़ाने में डाइट के साथ-साथ योग का भी अहम रोल होता है। आइए इंटरनेशनल योगा डे के मौके पर योग गुरू नेहा से फर्टिलिटी बढ़ाने वाले योग के बारे में जानते हैं। योगा गुरू नेहा, द योग गुरु तथा वुमेन हेल्‍थ रिसर्च फाउंडेशन (ट्रस्‍ट) की संस्‍थापक है और प्रेग्‍नेंसी के लिए योग पर काफी किताबें लिख चुकी हैं।

योगा गुरू नेहा का कहना है कि ''फर्टिलिटी बढ़ाने के लिए महिलाओं को अपने फिटनेस रूटीन में ये चार तरह के योग यानि बद्ध कोणासन, मालासन, सर्वांगासन और हलासन को शामिल करना चाहिए। यह योगासन पेल्विक एरिया में ब्‍लड की सप्‍लाई को बढ़ाते हैं और पेल्विक फ्लोर की मसल्‍स को मजबूत करते हैं। ये फैलोपियन ब्लॉकेज खोलते हैं और एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन जैसे सेक्स हार्मोन को बढ़ाते हैं। इन योगासन को रोजाना करने से पीसीओडी की समस्या ठीक हो जाती है और साथ ही ओवुलेशन पीरियड को भी बनाए रखने में मदद मिलती है।'' आइए इन योगासन को करने के तरीके के बारे में जानें।

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बद्ध कोणासन

baddha konasana inside

  • हालांकि कुछ लोग इसे तितली आसन के रूप में भी जानते हैं। ऐसा इसलिए क्‍योंकि इस योग को करते हुए हमें ऐसे बैठना होता है जैसे तितली ने अपने पंख फैला रखे हो।
  • इस आसन को करने के लिए समतल जमीन पर सीधी बैठ जाएं।
  • फिर अपने दोनों पैरों को घुटनों की तरफ से मोड़ें।
  • अब अपने दोनों तलवों को आपस में मिला लें।
  • फिर तितली के पंखों की तरह दोनों पैरों को ऊपर नीचे हिलाना शुरू करें।
  • जितना संभव हो उतनी ही तेजी से प्रक्रिया को करें।
  • इस आसन को कम से कम 100 बार करें।

बद्ध कोणासन के फायदे

  • बद्ध कोणासन को करने पर आपके इनर थाई, पेट और हिप्‍स के बीच के हिस्से और घुटने की मसल्‍स की स्ट्रेचिंग होती है। इस पोजिशन में बैठने से ओवरी और किडनी को हेल्‍दी रखने में मदद मिलती है।
  • इस आसन से पीरियड्स का दर्द कम होता है और इन्फर्टिलिटी की समस्या भी दूर होती है।
  • इतना ही नहीं, इससे डिलीवरी में आसानी होती है।

मालासन

malasana inside

  • पैरों को हिप्‍स जितनी दूरी पर रखकर खड़े रहें और हाथ जोड़ लें।
  • सांस छोड़ते हुए पिंडली तक नीचे जाएं।
  • वहां थोड़ी देर साधारण रूप से सांस लेने के बाद मुद्रा से बाहर आ जाएं।
  • परेशानी होने पर इस आसन का अभ्यास न करें।

मालासन के फायदे

  • यह जांघों को मज़बूत और लचीला बनाने के लिए बहुत अच्छा आसन है।
  • यह बॉडी को डिटॉक्‍स करने में भी हेल्‍प करता है।
  • यूट्रस संबंधी समस्‍याओं में भी यह बहुत फायदेमंद होता है।
  • अपच, जोड़ों में दर्द और हिप्‍स में स्‍ट्रेच में लाभदायक होता है।
  • पेट की मसल्‍स को टोन करता है।
  • डाइजेशन में सुधार करता है।

सर्वांगासन

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  • इस आसन में शरीर के सारे अंगों की एक्‍सरसाइज एक साथ हो जाती है, इसलिए इसे सर्वांगासन के नाम से जाना जाता है।
  • इस आसन को करने के लिए जमीन पर पीठ के बल लेट जाएं।
  • अपने दोनों हाथों को शरीर के साइड में रखें।
  • दोनों पैरों को धीरे-धीरे ऊपर उठाइए।
  • पूरा शरीर गर्दन से समकोण बनाते हुए सीधा करें और ठोड़ी को सीने से लगाएं।
  • इस पोजीशन में 10 बार गहरी सांस लें और फिर धीरे-धीरे नीचे आएं।

सर्वांगासन के फायदे

  • इस आसन से आपका ब्‍लड सर्कुलेशन सही रहता है और एनर्जी का लेवल भी बना रहता है।
  • यह आसन आपके बालों और चेहरे की सुंदरता को भी कई गुणा बढ़ा देता है।
  • इसे रोजाना करने से पेट के रोग दूर होते हैं और यहकब्‍ज की समस्‍या का रामबाण इलाज है।
  • दिन भर एक्टिव महसूस होता है।

हलासन

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  • इसे करने के लिए सबसे पहले अपनी हथेलियों को फर्श से सटाते हुए अपनी पीठ के बल लेटें।
  • गहरी सांस लें और सांस छोड़ते हुए, अपनी हथेलियों को फर्श में दबाएं और अपने पैरों को छत की तरफ उठाएं।
  • एक्स्‍ट्रा सपोर्ट लेने के लिए हाथों को पीठ के नीचे रखा जा सकता है।
  • बैलेंस बनाने के लिए घुटनों को भी मोड़ सकती हैं।
  • धीरे-धीरे और आराम से अपने पैरों से पीछे फर्श को छूने की कोशिश करें।
  • धीरे-धीरे सांस लें। आसन से बाहर आने के लिए, धीरे-धीरे अपने हाथों को अपनी पीठ से हटाएं और पैरों को फर्श पर रखें।

हलासन के फायदे

  • ब्रेन और बॉडी से टॉक्सिन को निकालने में मदद करता है।
  • मेटाबॉलिज्म तेज होता है, जिससे वजन कम करने में हेल्‍प मिलती है।
  • डाइजेशन को बेहतर बनाता है।
  • इसे करने से चेहरे पर ग्‍लो आता है और झुर्रियों देर से आती हैं।
  • हलासन नर्वस सिस्‍टम को शांत करता है।
  • पूरी बॉडी में ब्‍लड फ्लो को बढ़ाता है।

अगर आपको भी मां बनने में परेशानी आ रही हैं तो इन योगासन को रोजाना करके अपनी फर्टिलिटी को बढ़ा सकती हैं। इस तरह की और जानकारी पाने के लिए हरजिंदगी से जुड़े रहें।

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