Year Beginner:हर नया साल कुछ नई शुरुआत लेकर आता है। खाने पीने से लेकर सेहतमंद रहने तक के लिए एक से बढ़ कर एक टिप्स औऱ ट्रेंड वायरल होते है। नए साल की शुरुआत के साथ ही आप भी अपनी रूटीन में कई ऐसी चीज़ें शामिल कर सकते हैं जिससे आप खुद को सेहतमंद बनाए रखें। बदलते साल में महिलाएं पीरियड्स में होने वाले दर्द से छुटाकारा पाने के लिए कुछ योगासन का अभ्यास कर सकती है। आइए जानते हैं इनके बारे में।
बद्धकोणासन
पीरियड्स के दर्द से छुटकारा पाने के लिए आप बद्धकोणासन आसान कर सकती हैं। इसे तितली आसन के नाम से भी जाना जाता है। इससे पेट और कमर दर्द में आराम मिलता है। इस आसन को करने से मुख्य रूप से लोअर बैक, हिप्स और पेल्विक मसले को फायदा पहुंचता है। (उम्र कम करते हैं यह योगासन)
बद्धकोणासन कैसे करें ?
- एक शांत जगह पर मैट बिछाकर बैठ जाएं।
- पैरों को एकदम सीधा रखें और रिलैक्स हो जाएं।
- चाहें तो इस योग को करने के लिए आप दंडासन मुद्रा में भी बैठ सकती हैं।
- अब दोनों घुटनों को मोड़ते हुए अपने दोनों पैरों के तलवे को एक साथ मिलाएं
- अब अपनी एड़ी को एक दूसरे के करीब लाएं और दोनों हथेलिय़ों से पैर को पकड़ लें।
- अब तितली के जैसे दोनों घुटनों को एक साथ ऊपर की ओर ले जाएं और फिर नीचें लाएं।
- यह प्रक्रिया आप अपनी क्षमता अनुसार करें।
उष्ट्रासन
पीरियड्स पेन दूर करने के लिए आप उष्ट्रासन भी कर सकते हैं। इसे कैमल पोज़ के नाम से भी जाना जाता है। यह आसान प्रजनन प्रणाली के लिए भी फायदेमंद है। इसके अलावा जब आप इस आसन को करते वक्त पीछे मुड़ने की क्रिया करते हैं तो इससे रीढ़ की हड्डी उत्तेजित होती है, जिससे पीरियड्स में होने वाले पीठ दर्द से मुक्ति मिलती है। (इस एक योगासन से मिलते हैं 5 लाभ)
उष्ट्रासन कैसे करें ?
- इस आसन को करने के लिए सबसे पहले आप वज्रासन में बैठ जाएं।
- अब दोनों घुटनों पर खड़े हो जाएं और पैरों को पंजों पर टिका लें।
- इस स्थिति में एड़िया ऊपर की तरफ होनी चाहिए।
- फिर कमर से पीछे की तरफ झुके और दोनों हाथों से एड़ियां पकड़ने की कोशिश करें।
- गर्दन को भी पीछे की तरफ कर ले और खिंचाव महसूस करें।
- इस मुद्रा में रहकर 5 से 6 बार सांस लें और आराम से सीधे हो जाएं।
- कुछ सेकेंड के बाद आप दोबारा इस आसन को कर सकते हैं।
पश्चिमोत्तानासन
इस आसन को करने से पीरियड के दौरान पेट के निचले हिस्से में होने वाली ऐंठन दूर होती है। ब्लड फ्लो भी नियमित बना रहता है। मासिक धर्म के दौरान होने वाली थकान और चिड़चिड़ापन से भी राहत मिलती है। शरीर में ताजगी भी बनी रहती है।
पश्चिमोत्तानासन कैसे करें
- इस आसन का अभ्यास करने के लिए सबसे पहले आप सुखासन में बैठ जाएं और गहरी सांस लें।
- अब अपने दोनों पैरों को सामने की ओर सीधा खोल कर बैठ जाएं।
- दोनों एड़ी और पंजे मिले रहेंगे ।
- अब सांस छोड़ते हुए आगे की ओर झुकते हुए दोनों हाथों से दोनों पैरों की अंगूठे को पकड़ने की कोशिश करें।
- माथे को घुटने से लगाए और दोनों कहानी जमीन पर लगी रहेंगी।
- इस पोजीशन में खुद को 30 से 60 सेकंड तक रखें।
- धीमी सांस ली और आप पहले वाली मुद्रा में वापस आ जाएं।
धनुरासन
इस आसन को करने से मासिक धर्म में होने वाली परेशानी में आराम मिलता है। पीठ के साथ-साथ पेट की मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मदद मिलती है। प्रजनन अंगों को उत्तेजित करने में मदद मिलती है। पीठ में लचीलापन बढ़ता है साथ ही कमर दर्द को कम करने में मदद मिलती है।
धनुरासन कैसे करें
- इस आसन को करने के लिए पेट के बल लेट जाएं और अपने पैरों के बीच थोड़ी सी दूरी रखें।
- अपने बाजुओं को अपने कूल्हों के समानांतर रखें।
- धीरे-धीरे अपने घुटनों को ऊपर की ओर मोड़ें और अपनी एड़ियों को अपने हाथों से पकड़े।
- सांस अंदर लें और अपनी छाती को जमीन से ऊपर उठाएं।
- पैरों को भी ऊपर उठें और फैलाएं इस दौरान आपको बाहों और जांघों में खिंचाव महसूस होना चाहिए।
- 12 से 15 सेकंड तक इस आसन में रहें।
- अब धीरे-धीरे गहरी सांस लेते हुए अपनी छाती और पैरों को वापस जमीन पर रखें।
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मलासन
पीरियड्स के दर्द को कम करने में मलासन बहुत ही सहायक है। इस योग को करने से पेट से निचले हिस्से में होने वाली ऐंठन में आराम मिलता है। इस आसन को करने से टखने और घुटनों में लचीलापन आता है। पीठ के निचले भाग यानी कूल्हों और पेल्विक एरिया में खिंचाव पैदा होता है जिससे यह अंग मजबूत बनते हैं।
मलासन कैसे करें
- मलासन करने के लिए सबसे पहले आप घुटनों को मोड़कर मल त्याग करने वाली मुद्रा में बैठ जाएं।
- इसके बाद अपने दोनों हाथों को मोड़कर घुटनों पर टिका लें।
- अब अपने दोनों हाथों की हथेलियां को आपस में मिलाएं और हाथ जोड़कर नमस्कार करने वाली मुद्रा बना लें।
- इस आसन में आपको धीरे-धीरे सांस को अंदर और बाहर छोड़ना है।
- कुछ देर तक ऐसी स्थिति में बैठे रहे और डीप ब्रीदिंग करें।
विपरीतकरणी आसान
विपरीतकरणीकैसे करें
- विपरीत करणी आसान करने के लिए आप एक मैट बिछाएं और पीठ के बल लेट जाएं।
- अब सांस लेते हुए दोनों पैरों को ऊपर उठाएं।
- अपनी बॉडी को मैट पर ही रखना है।
- पैरों को 90 डिग्री पर उठना है।
- अपने हाथों से अपने शरीर को सहारा दें
- अब इस पोजीशन में काम से कम 5 मिनट के लिए रहे और फिर आरामदायक अवस्था में आ जाएं।
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Image Credit- Freepik
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