अति किसी भी चीज की बुरी होती है, चाहे वो अच्छी आदत हो या बुरी और यही बात योग के विषय में भी पूरी तरह से लागू होती है। पर कुछ लोग अधिक लाभ पाने की लालसा में इस बात के महत्व को समझ नहीं पाते और देर-सबेर इसके दुष्प्रभावों का शिकार बन ही जाते हैं।
इसलिए बेहतर होगा कि समय रहते आप समझ पाएं कि योग के दौरान शरीर के साथ किसी तरह की ज्यादती तो नहीं कर रहे हैं। इस आर्टिकल में हम अपने रीडर्स को इसी बारे में सही जानकारी देने का प्रयास कर रहे हैं। बता दें कि हमने इस बारे में योगा एक्सपर्ट त्रिधा जायसवाल से बात की है और उनसे मिली जानकारी यहां आपके साथ शेयर कर रहे हैं।
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योगा एक्सपर्ट त्रिधा जायसवाल कहती हैं कि योग के अभ्यास के दौरान सहजता बेहद जरूरी है, ताकि शरीर पर किसी तरह का अतिरिक्त दबाव न पड़े और इसका पूरा लाभ प्राप्त हो सके। पर जानकारी के अभाव अक्सर लोग सीमा से परे जाकर योग का अभ्यास करने की कोशिश करते हैं। इसके परिणाम स्वरूप शारीरिक समस्याओं का शिकार भी बनते हैं। इससे बचने के लिए आपको अपने शरीर की सुननी पड़ेगी, आपका शरीर खुद इस बात का काफी कुछ संकेत देता है। तो चलिए इन संकेतों को समझते हैं।
योग में सांसों की गति संयमित करने की कोशिश की जाती है, पर अगर ऐसा करते वक्त आपकी सांस फूलने लगती है तो यह इस बात का संकेत है कि वह आसन आपके लिए उपयुक्त नहीं है।
योग के दौरान शरीर में दर्द महसूस होना भी इस बात का संकेत है कि आप शरीर की सीमा से परे जाकर योग का अभ्यास कर रहे हैं। खासकर अगर यह दर्द अधिक देर तक बना रहता है तो आपको इस बारे में सचेत होने की आवश्यकता है।
बहुत सारे ऐसे योगासन हैं जिसके अभ्यास के दौरान मांसपेशियों में खिंचाव होता है, जो कि मांसपेशियों के लिए लाभकारी साबित होता है। पर जब आप जरूरत से अधिक ऐसे योगासन का अभ्यास करते हैं, तो इसके कारण मांसपेशियों में ऐंठन भी हो सकती है। ऐसी स्थिति में मसल्स में तेज दर्द हो सकता है। इसलिए अगर आपको योग के अभ्यास के दौरान या बाद में मसल्स में तेज दर्द हो रहा है तो आपको सतर्क होने की जरूरत है।
अगर योग के दौरान आपको घबराहट महसूस होती है तो भी यह जरूरत से अधिक योग करने का संकेत हो सकता है। असल में शरीर पर अतिरिक्त दबाव के चलते हृदय गति अनियमित हो सकती है और हृदय गति अनियमित होने पर आपको घबराहट महसूस हो सकती है। इसलिए अगर आपके साथ ऐसा कुछ होता है तो आपको इसे गंभीरता से लेने की आवश्यकता है।
बात करें जरूरत से अधिक योग करने के नुकसान की तो शरीर पर अतिरिक्त दबाव के चलते आपको बेवजह के शारीरिक थकान का सामना करना पड़ सकता है। देखा जाए तो योग के अभ्यास से शरीर में ऊर्जा का संचार होना चाहिए, पर जब आप सीमा से परे जाकर इसका अभ्यास करते हैं तो शरीर की आवश्यक ऊर्जा खर्ज हो जाती है। ऐसे में थकान और कमजोरी महसूस होती है।
योग के अभ्यास के दौरान शरीर के साथ ज्यादती करने से मांसपेशियों और जोड़ों के दर्द की समस्या गंभीर रूप ले सकती है। इसके अतिरिक्त अधिक शारीरिक दबाव पड़ने पर हृदय संबंधी समस्याओं का खतरा भी बढ़ जाता है। इसलिए बेहतर होगा कि अपने शरीर की क्षमता और सीमा के अनुसार ही योग का अभ्यास किया जाए।
योग के अधिक अभ्यास से होने वाले संभावित नुकसान से बचने के लिए आप इन टिप्स को आजमा सकते हैं।
उम्मीद करते हैं कि सेहत से जुड़ी यह जानकारी आपके लिए उपयोगी साबित होगी। अगर यह जानकारी आपको अच्छी लगी हो तो इसे अपने दोस्तों और परिचितों के साथ शेयर करना न भूलें।
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