क्या आपके पेट में अक्सर गैस बनती है?
क्या कब्ज के कारण पेट रोजाना सुबह साफ नहीं होता है?
अब आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है, क्योंकि रोजाना थोड़ी एक्टिविटी करके आप समस्या से राहत पा सकते हैं। जी हां, कब्ज के कारण शरीर में ब्लोटिंग और गैस की समस्या होने लगती है। लेकिन, योग की मदद से डाइजेस्टिव हेल्थ को दुरुस्त रखा जा सकता है। आज हम आपको कब्ज दूर करने वाली तीन ऐसी मुद्राओं के बारे में बता रहे हैं, जिनकी जानकारी सेलिब्रिटी फिटनेस कोच अंशुका ने इंस्टाग्राम पर शेयर की है।
कुछ योग मुद्राएं इन समस्याओं से निपटने में आपकी मदद कर सकती हैं। ये उंगालियों से बनने वाली खास तरह की आकृतियां होती हैं, जिन्हें बहुत उपयोगी माना जाता है। क्योंकि ये शरीर में एनर्जी को एक्टिव करते हैं। ये विषैले पदार्थों को निकालकर शरीर को डिटॉक्स करते हैं और डाइजेस्टिव संबंधी समस्याओं को दूर करते हैं। मुद्राओं के बारे में जानने से पहले हम कब्ज के कारणों के बारे में जान लेते हैं-
कब्ज के कारण
- कम पानी पीना
- डाइट में फाइबर की कमी
- ज्यादा ऑयली फूड्स खाना
- मैदा से बनी चीजें खाना
- मिर्च-मसाले वाली चीजें खाना
- डिनर देर से करना
- तनाव ज्यादा लेना
- हार्मोंस का असंतुलन
- ज्यादा चाय और कॉफी पीना
- नींद पूरी न लेना
- भोजन को चबाकर न खाना
- तंबाकू या सिगरेट का सेवन
- अल्कोहल ज्यादा लेना
- शरीर में कैल्शियम की कमी
- बहुत कम खाना
- खाने के तुरंत बाद लेटना
- एक्सरसाइज न करना
पुषान मुद्रा (Pushan Mudra for Constipation)
इसे करने से डाइजेस्टिव सिस्टम से जुड़ी समस्याएं जैसे गैस, एसिडिटी, कब्ज और अपच दूर होती हैं। इसके अलावा, तनाव दूर होता है और त्वचा पर ग्लो आता है।
विधि
- जमीन पर घुटनों के बल बैठ जाएं।
- पीठ और सिर को सीधा रखें।
- दोनों पैरों की उंगलियों को एक साथ और एड़ियों को अलग रखें।
- हिप्स को पैरों के तलवों पर टिका दें।
- दाएं हाथ की मिडिल और इंडेक्स फिंगर को अंगूठे से टच करें।
- फिर बाएं हाथ की मिडिल और रिंग फिंगर को अंगूठे से टच करें।
- अब आंखें बंद करें और सांस लेते हुए उंगालियों से अंगूठे को दबाएं।
- फिर हाथों और शरीर को रिलैक्स करें।
- अब पहली पोजिशन में आ जाएं।
वायु मुद्रा (Vayu Mudra for Constipation)
वायु मुद्रा हमारे शरीर में वात दोष को बैलेंस करती है, जिससे वायु से जुड़ी समस्याएं जैसे गैस और एसिडिटी आपको परेशान नहीं करती हैं। साथ ही, इस मुद्रा को रोजाना करने से मन शांत और इम्यूनिटी मजबूत होती है। इस मुद्रा को आप आसानी से घर पर कर सकते हैं।
विधि
- सबसे पहले पीठ को सीधा करके ध्यान मुद्रा में बैठ जाएं।
- फिर हाथों को घुटनों पर रखें।
- अंगूठे को छूने के लिए इंडेक्स फिंगर को फोल्ड करें।
- अपने अंगूठे को इंडेक्स फिंगर पर रखें।
- अब धीरे से उंगली से अंगूठे को दबाएं।
- इस मुद्रा को शुरुआत में 30 सेकंड के लिए करें।
- फिर 3 मिनट तक लेकर जाएं।
अपान मुद्रा (Apana Mudra for Constipation)
अपान मुद्रा विषैले तत्वों को हटाकर शरीर को डिटॉक्स करती है। वात, पित्त और कफ के असंतुलन से होने वाली समस्याओं को कंट्रोल में रखती है। साथ ही, रोजाना इस मुद्रा को करने इम्यूनिटी मजबूती है और मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है। इसके अलावा, इससे शरीर में ब्लड सर्कुलेशन सही तरीके से होने के कारण त्वचा पर ग्लो आता है।
विधि
- पीठ को सीधा करके बैठ जाएं।
- दोनों हाथों को थाइज पर रखें।
- ऐसा करते समय हाथ ऊपर की ओर होने चाहिए।
- फिर मिडिल और बेबी फिंगर को आपस में मिलाकर अंगूठे के टिप को टच करें।
- बाकी दोनों उंगलियों को सीधा रखें।
- ऐसा दोनों हाथों से करें।
- इस मुद्रा को करते समय आंखें बंद करें।
- धीरे-धीरे सांस लें।
- फिर नॉर्मल पोजिशन में वापस आ जाएं।
सावधानी
इन मुद्राओं को रोजाना खाली पेट या भोजन के दो घंटे बाद करें।
कब्ज को नजरअंदाज करने पर आपको अन्य समस्याएं घेर सकती हैं। इसलिए, यदि आपको लंबे समय से कब्ज का अनुभव हो रहा है, तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं।
आप भी इन मुद्राओं को करके कब्ज की समस्या से राहत पा सकते हैं। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो, तो इसे लाइक और फेसबुक पर शेयर जरूर करें। इसी तरह के और आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से। अपने विचार हमें आर्टिकल के ऊपर कमेंट बॉक्स में जरूर भेजें।
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Image Credit: Shutterstock
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