क्या बॉलीवुड की फिट एक्ट्रेसेस मलाइका अरोड़ा या शिल्पा शेट्टी के पैरों को देखकर आपको भी लगता है कि काश मेरे पैर भी ऐसे ही होते? क्या आपने कभी ऐसा महसूस किया है कि मेरे पैर एक्ट्रेस जैसे क्यों नहीं हैं? तो हम आपको बता दें कि इसके लिए आपको पैरों की चर्बी को कम करना होगा। आज हम आपको एक ऐसे योगासन के बारे में बता रहे हैं, जो इस हिस्से की चर्बी को कम करने में मदद कर सकता है।
इस योगासन को आप आसानी से घर पर ही कर सकते हैं। इसके बारे में हमें अक्षर योग संस्थान के योग और आध्यात्मिक गुरु हिमालयन सिद्ध अक्षर बता रहे हैं। एक्सपर्ट का कहना है, ''योग आपको मानसिक रूप से दुरुस्त रखने के साथ फिट रहने में भी मदद करता है। कुछ योगासन ऐसे हैं, जो वेट लॉस में मदद करते हैं, जिससे आपका शरीर सुडौल दिखाई देता है।''
''एक पाद उत्कटासन पैरों की चर्बी को कम करने के साथ-साथ जांघों की मसल्स को मजबूत करता है और हेल्दी रखने के लिए भी फायदेमंद माना जाता है। इसके अलावा, यह पेट और पाचन-तंत्र से जुड़ी समस्याओं को दूर करता है। शरीर में ऑक्सीजन की कमी होने पर भी एक पाद उत्तानासन का अभ्यास करना अच्छा होता है।''
एक पाद उत्कटासन
एक पाद उत्कटासन पैरों, जांघों और हिप्स के लिए अच्छा होता है। यह बैलेंस में सुधार करता है और ध्यान केंद्रित करने में मदद करता है। साथ ही मन को शांत करता है। इसका नाम संस्कृत से आया है, एक का अर्थ 'एक बार', पाद का अर्थ 'पैर', उत्कट का अर्थ 'भयंकर' और आसन का अर्थ 'मुद्रा' है।
एक पाद उत्कटासन को अंग्रेजी में स्टैंडिंग फिगर फोर पोज के नाम से भी जाना जाता है। इसे करने के लिए मानसिक एकाग्रता की जरूरत होती है। यह गलत विचारों को मन से साफ करने में भी मदद करता है, जिससे अधिक शांति और स्पष्टता आती है।
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एक पाद उत्कटासन की विधि
- इसकी शुरुआत कुर्सी मुद्रा (उत्कटासन) में आकर करें।
- दोनों पैरों को फर्श पर टिकाकर रखें।
- शरीर का भार एड़ियों पर होना चाहिए।
- हाथों को सामने की ओर अंजलि मुद्रा में ले आएं।
- फिर बाएं पैर को फर्श पर रखें और दाहिने पैर को जमीन से उठाना शुरू करें।
- बाएं घुटने को मोड़कर रखें।
- घुटने के ठीक ऊपर बाईं जांघ पर दाहिने पैर को रखें।
- दाहिने पैर को मजबूती से मोड़ें।
- नीचे देखने पर पैरों से बना त्रिभुज आकार दिखना चाहिए।
- तीन से पांच सांसों तक इस पोजीशन में रहें।
- अगर आप आगे की ओर झुके हुए हैं, तो जिस तरीके से अंदर आए थे, उसी से बाहर आ जाएं।
- धीरे-धीरे नॉर्मल पोजीशन में लौट आएं।
- दाहिने पैर को फर्श पर रखें और दूसरे पैर से आसन करने से पहले आसन में कुछ सांसें लें।
- आप इसे 5 से 10 बार आसानी से कर सकते हैं।
फायदे
- बैलेंस में सुधार करता है।
- पैरों को मजबूत करता है और चर्बी को कम करता है।
- हैमस्ट्रिंग, क्वाड्रिसेप्स, और ग्लूटस का ज्यादा उपयोग करते हुए बाहरी कूल्हों और ग्लूटियल मसल्स को स्ट्रेच करता है।
- शरीर में लचीलापन लाता है।
- कब्ज और गैस की समस्या के लिए रामबाण है।
- तनाव को दूर करता है।
- नींद अच्छी आती है।
- शरीर का ब्लड सर्कुलेशन अच्छा होता है।
- फेफड़ों की कार्यक्षमता को बढ़ाता है और अस्थमा की समस्या में फायदेमंद होता है।
सावधानियां
- अगर घुटने या टखने में चोट है, तो इस पोज को नहीं करना चाहिए।
- घुटनों को ज्यादा मोड़ने से बचें।
- यह आसन प्रेग्नेंट महिलाओं को नहीं करना चाहिए।
- यदि आपको लो ब्लडप्रेशर या संतुलन की समस्या है, तो दीवार के सहारे इस आसन का अभ्यास करें।
आप भी इस योगासन को करके पैरों को सुडौल बनाने के साथ हेल्थ से जुड़े कई फायदे पा सकते हैं। आपको भी योग से जुड़ी कोई जानकारी चाहिए, तो हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
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