आप जानते हैं आखिर क्या होता Paytm का फुल फॉर्म?

Paytm का इस्तेमाल तो देशभर में लोग हाथों हाथ करते हैं। लेकिन बहुत कम ही लोग ऐसे हैं जिन्हें इसके फुल फॉर्म के बारे में जानकारी है।

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पेटीएम एक इंडियन मल्टीनेशनल फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी कंपनी है, जो वित्तीय सेवाएं देने वाली सबसे बड़ी कंपनियों में से एक है। फिलहाल, पेटीएम रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया द्वारा लगाए गए आरोप और पाबंदियों के वजह से चर्चा में है। दरअसल, इस डिजिटल पेमेंट्स सुविधाओं के कुछ सर्विसेस पर बैन लगाया गया है।

पेटीएम की स्थापना विजय शेखर शर्मा ने साल 2010 में किया था। आज भारत में इसके करोड़ों यूजर्स हैं। ये कंपनी UPI पेमेंट्स के अलावा कई डिजिटल सर्विसेस भी ऑफर करती है। इससे टिकट बुकिंग से लेकर बैंकिंग तक के कई काम किए जा सकते हैं। पर क्या कभी सोचा है कि आखिर इस पेटीएम का फुल फॉर्म क्या होता है? अगर नहीं तो चलिए आज हम आपको बताते हैं।

Paytm का फुल फॉर्म क्या है?

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आज के डेट में भले ही पेटीएम का इस्तेमाल काफी ज्यादा बढ़ गया है लेकिन, कई लोग अभी भी इसके फुल फॉर्म से अनजान हैं। जानकारी के लिए आपको बता दें कि Paytm का फुल फॉर्म पे थ्रू मोबाइल (Pay Through Mobile) है। इसका इस्तेमाल तब बढ़ा था जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 नवंबर 2016 में नोटबंदी की घोषणा की थी।

पेटीएम की स्थापना कब हुई थी?

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बात पेटीएम की स्थापना की करें तो यह साल 2010 में की गई थी। इसके फाउंडर विजय शेखर शर्मा हैं, जो उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले के एक स्कूल टीचर के बेटे हैं। वो जैक मा का अलीबाबा ग्रुप को डेस्कटॉप से स्मार्टफोन पर फोकस करते हुए देख कर काफी प्रभावित हुए थे। इसी को देखते हुए विजय शेखर ने डिजिटल पेमेंट कंपनी की स्थापना की थी। अब, यही पेटीएम कंपनी ब्रांड बन गया है। जनकारी के लिए बटा दें, पेटीएम की पेरेंट कंपनी One97 कम्युनिकेशन्स लिमिटेड है।

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पेटीएम क्यों है चर्चा में

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हाल ही में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया(RBI) ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड पर बैन का आदेश दिया था। आरबीआई का ये फैसला पेटीएम द्वारा किए गए नियमों के उल्लंघन के चलते लिया गया है। नोटिस के अनुसार, 29 फरवरी, 2024 के बाद से किसी भी ग्राहक खाते, प्रीपेड इंस्ट्रूमेंट, वॉलेट और फास्टैग में जमा या टॉप-अप स्वीकार नहीं किया जाएगा। इससे कंपनी के शेयर भी काफी प्रभावित हुए हैं।

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Image credit- Herzindagi, Jagran

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