यूपीएससी, आईएएस, आईपीएस भारत की सबसे प्रसिद्ध परीक्षा है। हर साल लाखों विद्यार्थी इस परीक्षा को देने के लिए तैयारी करते हैं, लेकिन सिर्फ कुछ हजार ही इसे पास कर पाते हैं। यह परीक्षा हर गांव, हर कस्बे, हर मोहल्ले के लिए जिम्मेदार अफसर के लिए होती है।
यूपीएससी का फुल फॉर्म है यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन जिसे हिंदी में संघ लोक सेवा आयोग कहा जाता है। यूपीएससी के उम्मीदवार कितने साल तैयारी करते हैं और कितनी मेहनत करते हैं इसके बारे में तो आपको पता ही होगा। आज हम इसके सिलेबस, 2024 - 2025 में यूपीएससी की परीक्षा और इसकी एलिजिबिलिटी के बारे में कुछ बातें करने जा रहे हैं।
यूपीएससी क्या है (UPSC Kya Hai)
यूपीएससी भारत की एक एजेंसी है जो सिविल सर्विसेज की परीक्षाएं आयोजित करवाती है। इन परीक्षाओं को पास करने के बाद ही भारत में आईएएस, आईपीएस, आईएफएस और मंत्रालय के अन्य उच्च पदों पर भर्ती किए जाते हैं। इसमें अखिल भारतीय सेवाओं, केंद्रीय सेवाओं और भारत संघ के सशस्त्र बलों के लिए उम्मीदवारों की भर्ती भी की जाती है।
यूपीएससी 1 अक्टूबर 1926 को शुरू हुई थी, लेकिन ऐसी एजेंसी बनाने की नींव ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने 1854 में ही रख दी थी। शुरुआत में भारतीय सिविल सेवा परीक्षाओं को लंदन में आयोजित किया जाता था जिसमें अधिकतर अंग्रेज ही सफल होते थे, लेकिन 1864 में सत्येंद्रनाथ टैगोर पहले भारतीय बने जिसने इसे क्रैक किया।
तब से लेकर अब तक यूपीएससी का फॉर्मेट काफी बदल गया है। अब यूपीएससी की परीक्षा पास करने के बाद अभ्यर्थियों को एक डीएएफ फॉर्म भरना होता है जिसे डिटेल्ड एप्लीकेशन फॉर्म कहा जाता है। यह फॉर्म यूपीएससी की वेबसाइट पर ऑनलाइन भरना होता है।
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इस फॉर्म में उम्मीदवार का कैडर बताया जाता है, उसकी योग्यता का जिक्र होता है, वह पहले से ही काम कर रहा है या नहीं उसके बारे में बताया जाता है, उसकी रुचि के बारे में पूछा जाता है और उसकी पारिवारिक आय की जानकारी भी होती है। अगर कोई पहले से ही वर्किंग है, तो उसे एफिडेविट भी लगाना होगा। अगर फॉर्म में कोई भी गलती हुई, तो यह फॉर्म रिजेक्ट हो जाएगा। यह फॉर्म उतना ही जरूरी होता है जितनी यूपीएससी की परीक्षा।
यूपीएससी 2024 परीक्षा तिथियां (UPSC Pariksha ki Date)
यूपीएससी की सिविल सर्विस परीक्षाओं 2025 की डेट बता दी गई है। अगले साल 25 मई 2025 को प्री-लिम्स होंगे। इसके बाद 22 अगस्त 2025 को मेन्स की परीक्षा होगी।
2024 में इसके रजिस्ट्रेशन 14 फरवरी से 6 मार्च तक किए गए थे। इसके बाद 16 जून को प्रीलिम्स परीक्षा भी हो गई। अब 2024 में यूपीएससी के मेन्स एग्जाम 20 सितंबर को शेड्यूल किए गए हैं।
यूपीएससी पात्रता मानदंड 2024 (UPSC Eligibility in Hindi)
यूपीएससी की परीक्षाओं में बैठने के लिए विद्यार्थी को इन मानदंडों का ध्यान रखना होगा।
यूपीएससी की आयु सीमा- 21 से 32 वर्ष (हालांकि, यूपीएससी के लिए आरक्षित श्रेणियों के लिए आयु 37 वर्ष तक है। विकलांगों और गरीबी रेखा के नीचे वालों के लिए एज लिमिट 42 साल तक है, लेकिन वह 9 अटेम्प्ट ही दे सकते हैं।)
यूपीएससी के लिए शिक्षा- यूपीएससी की परीक्षा देने के लिए एक विद्यार्थी को किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से बैचलर्स की डिग्री प्राप्त करनी होगी।
यूपीएससी के लिए उम्मीदवार का भारतीय मूल का होना जरूरी है।
यूपीएससी परीक्षा के लिए प्रयासों की संख्या (UPSC Exam Attempts Time)
यूपीएससी के लिए सामान्य श्रेणी के लोगों के लिए 6 अटेम्प्ट्स होते हैं। ओबीसी कैटेगरी के लिए 9 अटेम्प्ट्स होते हैं और एससी/एसटी कैंडिडेट के लिए अटेम्प्ट्स की लिमिट नहीं है, लेकिन एज लिमिट है। अगर कोई एक्स डिफेंस पर्सन विकलांग हो गया है, तो उसके लिए 35 साल तक की आयु में 9 अटेम्प्ट्स रहेंगे। एक्स-सर्विसमेन के लिए 37 साल तक की आयु में 9 अटेम्प्ट्स रहेंगे। अगर कोई बेंचमार्क डिसएबिलिटी है और गरीबी रेखा के नीचे है, तो ऐसे उम्मीदवार को 42 साल तक की उम्र में 9 अटेम्प्ट्स दिए जाते हैं।
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यूपीएससी 2024 की तैयारी के लिए कुछ महत्वपूर्ण पुस्तकें (UPSC ke Liye Books)
यूपीएससी के लिए किताबें भारतीय इतिहास पर जरूर होनी चाहिए। इसके अलावा, इकोनॉमी, जियोग्राफी, जनरल नॉलेज आदि के लिए भी यूपीएससी की किताबें होनी चाहिए।
कुछ महत्वपूर्ण किताबें हैं-
अंग्रेजी-
Ancient India by RS Sharma, Indian Economy by Nitin Singhania, NCERT 11th Ancient and Medieval, Introduction to the Constitution of India by DD Basu.
हिंदी-
प्रारंभिक भारत का परिचय - राम शरण शर्मा, मध्यकालीन भारत - राजनीति समाज और संस्कृति, सतीश चंद्रा, भारत का राष्ट्रीय आंदोलन, विपिन चंद्रा, आधुनिक भारत का इतिहास (हिंदी), राजीव अहिर।
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