NEET UG 2024: मेडिकल कॉलेज में कैसे मिलता है दाखिला? जानें रिजल्ट से लेकर एडमिशन होने तक पूरा प्रोसेस

NEET UG रिजल्ट की मेरिट लिस्ट में आने के बाद कैंडिडेट्स को काउंसलिंग के लिए रजिस्ट्रेशन कराना होता है। इसमें मार्क्स और कटऑफ के आधार पर अभ्यर्थियों को सीट दी जाती है। 

NEET UG exam

नीट यूजी परीक्षा का रिजल्ट घोषित कर दिया गया है। ये एग्जाम 5 मई 2024 को आयोजित की गई थी। बता दें, यह एक एंट्रेंस एग्जाम है, जिसे क्लियर करने के बाद देश के नामी कॉलेज में स्टूडेंट्स को दाखिला लेने का अवसर मिलता है। हालांकि, इसके लिए स्टूडेंट्स को मेरिट लिस्ट में आना बेहद जरूरी होता है, तभी उन्हें एडमिशन के लिए अच्छे कॉलेज मिलते हैं।

नीट यूजी रिजल्ट के मेरिट लिस्ट में आने के बाद छात्र को काउंसलिंग के लिए रजिस्ट्रेशन का प्रोसेस करना होता है। इसमें मार्क्स और कटऑफ के आधार पर सीट लोगों को सीटें दी जाती है। सीट अलॉट हो जाने के बाद ही कॉलेज में दाखिला मिलता है। इसी के साथ चलिए इस आर्टिकल के माध्यम से नीट रिजल्ट जारी होने से लेकर कॉलेज में एडमिशन लेने तक पूरे प्रोसेस के बारे में जान लेते हैं।

नीट यूजी रिजल्ट के बाद होता है रजिस्ट्रेशन

नीट यूजी रिजल्ट के बाद नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) की ओर से कैटेगरी के हिसाब से कटऑफ निकाली जाती है। मेरिट लिस्ट के कुछ दिनों के बाद स्टूडेंट्स की काउंसलिंग की जाती है, जिसमें छात्रों को मार्क्स के आधार पर सीट दी जाती है। काउंसलिंग प्रक्रिया में हिस्सा लेने के लिए स्टूडेंट्स को पहले एनटीए की वेबसाइट के माध्यम से रजिस्ट्रेशन करना होता है।

कॉलेज के विकल्प का करें चयन

neet ug

सफल रजिस्ट्रेशन के बाद, अपने अकाउंट में लॉग इन करके च्वॉइस फिलिंग ऑप्शन पर क्लिक करना होगा। यहां से छात्र अपने NEET UG रैंक के आधार पर उपलब्ध विकल्पों में से अपने पसंदीदा कॉलेजों और कोर्स का चयन कर सकते हैं।

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मॉक सीट अलॉटमेंट प्रक्रिया

छात्रों को संभावित सीट अलॉटमेंट का अंदाजा देने के लिए मेडिकल काउंसिल कमेटी (MMC) की ओर से एक मॉक सीट अलॉटमेंट प्रक्रिया आयोजित की जाती है। यह उम्मीदवारों को वास्तविक सीट अलॉट होने से पहले दी जाती है, ताकि वे कॉलेज या संस्थान के संभावित लिस्ट पहले ही देख लें। अगर उम्मीदवार को मॉक सीट एलोकेशन देखने के बाद अपनी पसंद को एडिट या बदलाव करना चाहते हैं, तो वे परिणामों के आधार पर अपनी पसंदीदा सीट पाने की संभावना बढ़ाने के लिए अपनी प्राथमिकताओं को एडिट भी कर सकते हैं।

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फाइनल सीट अलॉटमेंट की प्रक्रिया

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आखिर में एमसीसी की ओर से छात्रों द्वारा भरे गए विकल्पों, उनकी नीट यूजी रैंक और संबंधित कॉलेजों में सीटों की संख्या आदि को देखते हुए फाइनल सीट अलॉट करता है। एक बार सीटें अलॉट होने के बाद, उम्मीदवार अपने अलॉटमेंट लेटर को डाउनलोड करके नामित संस्थान में एडमिशन की प्रक्रिया के साथ आगे बढ़ सकते हैं। जानकारी के लिए बता दें, अलॉटमेंट लेटर के बाद कॉलेज से संपर्क करके छात्रों को फीस और डॉक्यूमेंट्स जमा करना आदि प्रोसेस पूरा करना होता है।

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Image credit- Herzindagi

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