नौकरी पाने के लिए रिज्यूम अहम भूमिका निभाता है। इसके ज़रिए न सिर्फ़ इम्प्लॉयर को आपकी क्वालिफ़िकेशन का पता चलता है बल्कि वह यह भी चेक करता है कि आप इस नौकरी के लिए अनुकूल हैं या नहीं। इसलिए अक्सर इस बात पर ज़ोर दिया जाता है कि रिज्यूम क्रिएटिव होने के साथ-साथ इम्प्रेसिव भी होना चाहिए। रिज्यूम इम्प्रेसिव हो, इसके लिए ग़लतियां करने से बचें। अक्सर लोग रिज्यूम बनाते वक़्त कई ऐसी ग़लतियां कर जाते हैं जिसकी वजह से इम्पलॉयर के सामने उनका ग़लत इम्प्रैशन साबित हो सकता है।
इसलिए आज हम बताएंगे कुछ ऐसी ग़लतियां जिसे रिज्यूम बनाते वक़्त बिल्कुल नहीं करना चाहिए। हालांकि इन ग़लतियों को आप पहले ही देख लें तो सुधारा जा सकता है। इन ग़लतियों को नज़रअंदाज़ करने से आप अपनी मनपसंद नौकरी को पाने से चूक सकती हैं।
स्किल्स को दिखाने का तरीक़ा
अपने अनुभव को दिखाने के बजाय बताना सही तरीक़ा है। कई बार बिना सबूत के उन्हें अपना अनुभव दिखाने से आप उनकी नज़र में विश्वसनीयता खो देते हैं। इसलिए आप अपने रिज्यूम में buzzwords का इस्तेमाल करें। लीडरशिप, एक्सपीरिएंस, फोकस्ड, स्ट्रेटेजिक, और पैशेनेट जैसे शब्दों का उपयोग करने के बजाय आप प्रदर्शित करें कि आप उस स्किल का इस्तेमाल कैसे करती हैं। यह आपके एक्सपीरिएंस को शेयर करने का एक स्मार्ट तरीक़ा है। यही नहीं इम्पलॉयर को आपके रिज्यूम को पढ़ने में इंट्रेस्ट भी आएगा। आप अपने रिज्यूम में स्पेसिफ़िक और उचित चीज़ों को ही दिखाएं।
रिज्यूम में आपका ऑब्जेक्टिव
रिज्यूम के टॉप में ऑब्जेक्टिव कॉलम होता है, इसे ज़्यादातर लोग लिखते हैं। प्रोफ़ेशनल समरी के बजाय कई लोग ऑब्जेक्टिव लिखना पसंद करते हैं, जबकि इस शब्द का इस्तेमाल रिज्यूम में नहीं करना चाहिए। आप अपने रिज्यूम के ज़रिए यह न बताएं कि आप नौकरी चाहती हैं बल्कि रिक्यूटर्स को अपनी प्रोफ़ेशनल समरी के ज़रिए यह बताए कि आपको उन्हें क्यों हायर करना चाहिए। आपकी प्रोफ़ेशनल समरी ऐसी होनी चाहिए, जिसमें यह बताया जा सके कि आप प्रोफ़ेशनल के तौर पर कौन हो और आपकी स्किल्स क्या है।
अपने रिज्यूम को कस्टमाइज़ ना करना
आप कई कंपनियों के लिए एक साथ आवेदन करते हैं, जिसके लिए एक ही रिज्यूम हर जगह जाता है। वहीं ज़्यादातर रिज्यूम की समीक्षा इलेक्ट्रॉनिक रूप से की जाती है। इम्प्लॉयर के हाथों में रिज्यूम आने से पहले उसे इलेक्ट्रॉनिक तरीक़े से देखा जा चुका होता है। ऐसे में अगर आपके रिज्यूम के जॉब डिस्क्रिप्शन में स्पेसिफाइड कीवर्ड नहीं हैं तो सॉफ़्टवेयर द्वारा अनदेखा किया जा सकता है। इसलिए किसी भी कंपनी में अगर आप किसी पोस्ट के लिए इंट्रेस्टेड हैं तो एक बार अपने रिज्यूम को कस्टमाइज़ ज़रूर कर लें। हर कंपनी में एक ही रिज्यूम को भेजने से बचें।
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जॉब फ़ंक्शन पर फ़ोकस ना करना
ज़्यादातर लोग जॉब टास्क पर फ़ोकस करते हैं। अगर आप अपने रिज्यूम को प्रभावशाली बनाना चाहती हैं तो स्किल सेक्शन को अलग रखें और रिज़ल्ट सेक्शन में अपने काम और अनुभव पर फ़ोकस करें। इसमें आप विभिन्न कंपनियों में आपके द्वारा किए गए प्रोजेक्ट या कामों को दिखा सकती हैं। अपने आपको बाक़ी सभी लोगों से अलग दिखाने का यह बेहतर तरीक़ा है।
सोशल मीडिया लिंक शेयर करना न भूलें
इन दिनों इम्प्लॉयर एम्पलाई से मिलने से पहले उसकी पूरी जानकारी सोशल मीडिया के ज़रिए प्राप्त कर लेते हैं। ऐसे में आप अपनी रिज्यूम में मेल आईडी के अलावा सोशल मीडिया के लिंक को शेयर करना न भूलें। इसके लिए आप अपने रिज्यूम में एक सेक्शन क्रिएट करें, जहां प्रोफेशनल सोशल मीडिया लिंक को शेयर करें। यही नहीं आप अपने सोशल मीडिया लिंक के ज़रिए उनकी नज़र में विश्वसनियता हासिल कर सकेंगे।
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ग़लत लिखना भी पड़ सकता है भारी
रिज्यूम में आपका एक्सपीरिएंस, और कैरियर एचीवमेंट दोनों ही बहुत ज़रूरी हैं। हालांकि इसे बताने का तरीक़ा स्मार्ट होने के साथ-साथ क्लीयर भी होना चाहिए। इसके लिए सबसे ज़रूरी है कि ग्रामेटिकल एरर नहीं होने चाहिए। इसके साथ ही अपने अनुभव या अन्य चीज़ों को प्रोफ़ेशनल तरीक़े से बताएं। सबसे ख़ास और आख़िरी बात की आपका रिज्यूम किसी को भी समझ में आ जाए भले ही वह आपके इंडस्ट्री में काम न करता हो।
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