घड़ी नजदीक आ गई है। CBSE की 10वीं और 12वीं कक्षा की बोर्ड की परीक्षा 5 मार्च से शुरू होने वाली है। ऐसे में स्टूडेंट्स और उनकी मातओं पर काफी प्रेशर बना हुआ है। इस बीच होली भी आने वाली है। जिसके कारण की माताएं अपने बच्चे पर और अधिक प्रेशर बनाई हुई हैं क्योंकि उन्हें डर है कि कहीं होली उनके बच्चों की परीक्षा की तैयारी में भंग ना डाल दें।
9 साल बाद हो रही है बोर्ड की परीक्षा
ये डर 10वीं कक्षा के स्टूडेंट्स की माताओं पर ज्यादा बना हुआ है। क्योंकि 2009 के बाद अब 9 साल बाद बोर्ड की परीक्षाएं हो रही हैं। ऐसे में बच्चों से ज्यादा माताएं टेंशन में हैं। तो अगर आप भी टेंशन में है और इस कारण तनाव ले रही हैं तो ये 5 टिप्स आजमाएं। इन 5 टिप्स को आजमाने के बाद आपके बच्चे 90 फीसदी से ज्यादा नंबर ला पाएंगे।
कुछ नया पढ़ने के बजाय एनसीईआरटी की किताब पढ़ें
अब एक्ज़ाम में अधिक दिन बाकी नहीं है। इसलिए कुछ भी नया पढ़ाने की कोशिश अपने बच्चों को ना करें। ये भी ध्यान दें कि आपके बच्चे ने एनसीईआरटी की पूरी किताब पढ़ ली है कि नहीं। एनसीईआरटी की किताब से सवाल पूछें और उन्हें सॉल्व करने के लिए कहें। क्योंकि विशेषज्ञों के अनुसार एनसीईआरीट के किताब से प्रैक्टिस करने से अच्छे परिणाम हासिल होते हैं। इसलिए ज्यादा से ज्यादा नम्बर लाने के लिए आज से ही अपने बच्चों को एनसीईआरटी की किताब से सवाल करने शुरू कर दीजिए।
रोज सुबह 1 घंटे करें रिवीज़न
अब रिवीज़न का समय शुरू हो गया है। इसलिए कुछ भी नया पढ़ने के बजाय अपने बच्चों को रिवीज़न कराना शुरू कर दें। रोज सुबह 1 घंटे अपने बच्चों को रिवीज़न करने के लिए कहें। सुबह इसलिए क्योंकि सुबह को याद की गई चीज ज्यादा दिनों तक याद रहती है और सुबह कोई डिस्टर्ब भी नहीं करता। इसलिए सुबह 5 से 6 अपने बच्चों को एक पूरा रात का पढ़ा हुआ रिवाइज़ करने बोलें।
रात को हल करें पुराने प्रश्नपत्र
रात को अपने बच्चों से तीन घंटे केवल पुराने प्रश्नपत्र हल करवाएं। इससे बच्चों में परीक्षा में सवालों का उत्तर लिखने की स्पीड भी बढ़ेगी और उन्हें एक आइडिया भी लग जाएगा कि कैसे सवाल परीक्षा में आने वाले हैं।
10वीं की परीक्षा देने वाले बच्चों को तो जरूर ही प्रश्नपत्र हर करवाएं। क्योंकि 10वीं के बोर्ड 9 साल बाद के बाद हो रहे हैं। इसलिए किसी को भी आइडिया नहीं है कि क्या आने वाला है। उनको सैम्पल पेपर जरूर हल करने बोलें।
पूर्व दिशा की ओर बैठकर पढ़ने बोलें
ये टिप्स सुनने में अजीब लग सकता है लेकिन ये बहुत ही कारगर है। जिस तरह से वास्तु करियर बनाने और घर बनाने में असर डालता है वैसे ही वास्तु पढ़ाई में भी काफी असर डालता है। पूर्व दिशा से हमेशा पॉज़िटिव वाइब्स आते हैं एकाग्रता बनी रहती है। इसलिए अपने बच्चे को हमेशा पूर्व दिशा की ओर बैठकर पढ़ने बोलें।
आइने में देख कर याद करें
अगर आपके बच्चे को किसी चीज को याद करने में मुश्किल आ रही है तो उसे आइने में देखकर याद करने को कहें। आइने में इंसान अपनी आंखों में देखकर बोलता है जिसके कारण याद की हुई चीज उसके दिमाग में दो बार हिट करती है। एक बार बोलने के दौरान और दूसरी बार आंखों से सुनने-समझने के दौरान।
सही पढ़ा आपने। जब हम अपनी आंखों में देखकर पढ़ते हैं तो पढ़ी हुई चीजों को हम कान से सुनने से ज्यादा आंखों से सुनने और समझने की कोशिश करते हैं। ये वैसे ही है जैसे कि हमें देखी हुई चीजें ज्यादा याद रहती हैं। इसलिए हमेशा आइने में देखकर अपने बच्चे को पढ़ने के लिए कहें।
अंत में जरूरी टिप्स जिस पर हर किसी को ध्यान देना चाहिए। अपने बच्चे को छह से सात घंटे की नींद जरूर लेने को कहें। अगर वो परेशान होता है तो उसे सांत रहने के लिए कहें। खानपान में ध्यान दें। बस... ऊपर दिए गए टिप्स को फॉलो करें और परीक्षा के तनाव से रहें दूर।
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