इस बात पर कोई संदेह नहीं है कि मधुमेह दुनिया भर में सबसे अधिक प्रचलित चिकित्सा स्थितियों में से एक बन गया है। स्वास्थ्य और पोषण की दुनिया में इस बढ़ती चुनौती के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए ही हर साल 14 नवंबर को विश्व मधुमेह दिवस के रूप में मनाया जाता है। लोगों को जागरूक करके और खान-पान संबंधी जानकारी देकर इस बीमारी पर काफी हद तक नियंत्रण पाया जा सकता है। आहार और जीवनशैली को थोड़ा सा बदलकर रक्त शर्करा के स्तर का प्रबंधन किया जा सकता है। आइए मैक्स हॉस्पिटल ले चीफ डायबिटीज एजुकेटर शुभा भनोत से जानें सर्दियों के मौसम में किन चीज़ों को अपने आहार में शामिल करके आप मधुमेह की बीमारी पर नियंत्रण पा सकते हैं।
गाजर
कई पोषक तत्वों से भरपूर, गाजर मुख्य रूप से एक सर्दियों की सब्जी है जिसमे कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स के साथ कार्ब्स की कम मात्रा पाई जाती है। मधुमेह रोगियों को उन खाद्य पदार्थों की सलाह दी जाती है जिनमें कम जीआई वेल्यू होती है। इसलिए गाजर खाने से मधुमेह जैसी बीमारी पर नियंत्रण पाया जा सकता है। गाजर में केवल 41 कैलोरी होती है और मधुमेह रोगियों को भोजन में बहुत कम कैलोरी लेने की सलाह दी जाती है। गाजर वजन को नियंत्रण में रखती है और मधुमेह के खतरे को भी कम करती है। गाजर का इस्तेमाल सलाद के रूप में किया जा सकता है।
संतरा
संतरे सहित सभी खट्टे फलों को अक्सर विशेषज्ञों द्वारा सुपरफूड बताया जाता है। कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स के साथ सलाद या घर में निकाले गए संतरे के जूस से मधुमेहपर नियंत्रण पाया जा सकता है। डायबिटीज से बचने के लिए इसे अपने आहार में जरूर शामिल करें। संतरे में उपस्थित विटामिन सी इसे स्वास्थ्य के लिए लाभकारी बनाता है और प्रतिरक्षा तंत्र को भी मजबूत करता है।
अमरूद
अमरूद में विटामिन ए, फॉलेट और पोटैशियम बहुतायत में पाया जाता है। अमरूद में लो ग्लाइकैमिक इंडेक्स यानी जीआई होता है जो ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद करता है। यहां तक कि अमरूद की पत्तियां भी मधुमेह को प्रबंधित करने और आंतों को स्वास्थ्य रखने में मदद करती हैं। अमरुद में मौजूद हाई फाइबर जैसे तत्व रक्त शर्करा को रोकते हैं। अमरूद में कम ग्लाइसेमिक सूचकांक भी होता है। इसलिए मधुमेह पर नियंत्रण पाने के लिए अमरुद को आहार में जरूर शामिल करना चाहिए।
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पालक
फाइबर का एक समृद्ध स्रोत है जो पचने में अधिक समय लेता है, पालक एक गैर-स्टार्च वाली सब्जी है और इसमें ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी कम होता है। इसके अलावा पालक में कार्बोहाइड्रेट की बहुत कम मात्रा पाई जाती है और कम कार्बोहाइड्रेट होने की वजह से यह डायबिटीज के मरीजों के लिए लाभदायक होता है। कार्बोहाइड्रेट युक्त खाद्य पदार्थ ब्लड शुगर लेवल को बढ़ाते हैं इसलिए पालक का नियमित रूप से सेवन करने से मधुमेह को नियंत्रित किया जा सकता है।
चुकंदर
कई अध्ययनों ने दावा किया है कि टाइप -2 मधुमेह वाले लोगों के लिए चुकंदर फायदेमंद है। चुकंदर का स्वाद मीठा होने की वजह से लोगों को ऐसा लगता है कि यह मधुमेह के मरीज़ों के लिए नुक्सानदेह है, जबकि यह डायबिटीज के खतरे को कम करता है। चुकंदर फाइबर,खनिज, पोटेशियम, लोहा और मैंगनीज का एक समृद्ध स्रोत है। इन तत्वों की वजह से ये मधुमेह के रोगियों के लिए फायदेमंद है। इसे सलाद के रूप में लिया जा सकता है।
विंटर्स में आसानी से मिल जाने वाले ये खाद्य पदार्थ कई बीमारियों के लिए लाभदायक हैं। खासतौर पर मधुमेह नियंत्रण के लिए इन खाद्य पदार्थों का सेवन करना बहुत जरूरी है।
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Image Credit: free pik
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