दोपहर की गर्मी से राहत शरबत नहीं बल्कि छाछ दिलाती है। छाछ का ठंडा गिलास मिलते ही पेट को ठंडक मिल जाती है। छाछ सिर्फ स्वाद में ही नहीं, सेहत में भी लाजवाब होती है।
छाछ हमारी थाली का अहम हिस्सा है। गांव-देहात में आज भी खाने के बाद बड़ा गिलास छाछ का सर्व किया जाता है। इसे बनाना भी आसान है और स्टोर करके रखना भी, लेकिन अक्सर इसे पीने के फायदे और नुकसान दोनों पर चर्चा की जाती है। कुछ लोग कहते हैं इसे खाने से पहले पीना चाहिए और कुछ इसे खाने के बाद पीना अच्छा मानते हैं।
एक्सपर्ट कहते हैं कि छाछ उन लोगों के लिए हेल्दी अल्टरनेटिव है, जो दही नहीं खा सकते हैं। दही की तुलना में छाछ पचाने में आसान होती है, जिससे यह पाचन समस्याओं से जूझ रहे लोगों के लिए फायदेमंद होती है।
अब सवाल है कि यदि इसे लंच करने के तुरंत बाद पिया जाए, तो क्या होता है? इस सवाल का जवाब हमेंमैक्स हॉस्पिटल की सीनियर न्यूट्रिशनिस्ट सीमा सिंह ने बताया। चलिए इस लेख में आप भी जानें कि इसे लंच के बाद लेने से क्या हो सकता है!
छाछ पीने के फायदे क्या हैं? (Health Benefits of Buttermilk)
छाछ यानी मट्ठा, दही से निकाला गया एक बहुत लाइट ड्रिंक होती है जो पाचन के लिए बहुत फायदेमंद है। इसमें मौजूद प्रोबायोटिक्स, विटामिन्स और मिनरल्स शरीर को कई तरह से फायदा पहुंचाते हैं-
पाचन में सहायक
छाछ में मौजूद बैक्टीरिया पाचन क्रिया को बेहतर बनाते हैं। यह गैस, अपच और पेट फूलने जैसी समस्याओं से राहत देता है।
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डिहाइड्रेशन से बचाव
गर्मियों में शरीर से पसीने के जरिए बहुत सारे जरूरी इलेक्ट्रोलाइट्स बाहर निकल जाते हैं। छाछ इन्हें संतुलित रखने का काम करती है।
वजन घटाने में मददगार
लो-कैलोरी और हाई-प्रोटीन होने के कारण छाछ वजन कम करने वालों भी अच्छा विकल्प है।
ब्लड प्रेशर कंट्रोल
लो फैट और हाई पोटैशियम कंटेंट की वजह से छाछ हाई बीपी वालों के लिए भी फायदेमंद है।
खाने के तुरंत बाद छाछ पीने से क्या होता है? (What Happens When You Drink Buttermilk After Lunch)
अक्सर लोग यह सोचते हैं कि छाछ तो हेल्दी है, तो इसे कभी भी पिया जा सकता है। लेकिन एक्सपर्ट्स के अनुसार, छाछ को खाने के तुरंत बाद पीने से पाचन क्रिया को बढ़ावा मिलता है।
लंच करने के बाद, जरूरी होता है कि खाना अच्छी तरह से पच सके। अगर आप छाछ पीते हैं, तो यह पाचन एंजाइम्स को एक्टिव करता है। छाछ में मौजूद प्रोबायोटिक्स खाने को तोड़ने और पोषक तत्वों को अब्सॉर्ब करने में मदद करते हैं।
खाने के बाद अगर आपको एसिडिटी और भारीपन रहता है, तो छाछ पीने से यह दूर हो सकता है। दाल-चावल या हैवी लंच के बाद अगर पेट भारी लगे, तो छाछ उसे तुरंत नियंत्रित करती है।
लंच करने के बाद कई लोगों की शिकायत होती है कि उन्हें नींद आती है। छाछ नींद को भगाकर एनर्जेटिक फील करवाती है। इतना ही नहीं, यह खाने के बाद मुंह की दुर्गंध को भी कम करती है।
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किन लोगों को खाने के बाद छाछ नहीं पीनी चाहिए? (Who Should Not Drink Buttermilk)
- कुछ लोगों को सर्दी-जुकाम जल्दी हो जाता है, उन लोगों को इसे नहीं पीना चाहिए। छाछ की तासीर ठंडी होती है। ऐसे में अगर आप पहले से ही सर्दी-जुकाम से परेशान हैं, तो इसे खाने के तुरंत बाद या शाम को पीने से परहेज करें।
- ठंडी तासीर होने की वजह से छाछ से एलर्जी या खांसी बढ़ सकती है। ठंडे खाने के साथ ठंडी छाछ लेने से पेट दर्द या अपच हो सकता है।
- छाछ को हमेशा दिन में पीना बेहतर होता है। रात को इसकी ठंडी प्रकृति नुकसान पहुंचा सकती है।
अगली बार जब लंच करें, तो एक गिलास छाछ का गिलास साथ में जरूर रखें। खाना खाने के 10 मिनट बाद इसका सेवन करें। हमें उम्मीद है इससे आपको भी अंतर महसूस होगा।
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Image Credit: Freepik
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