खिचड़ी खाने के बारे में क्या कहता है आयुर्वेद, आप भी जानें

अगर खिचड़ी खाने के लिए बहाने बनाते हैं तो आइए जानते हैं कि आयुर्वेद क्या कहता है इसके बारे में।

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खिचड़ी का नाम सुनते ही एक व्यक्ति नहीं बल्कि कई लोग तरह-तरह के मुंह बनाते रहते हैं। खासतौर पर घर के छोटे बच्चे तो खिचड़ी न खाने के लिए कई तरह के बहाने बनाते हैं। कई बार घर के बड़े सदस्य भी खिचड़ी खाने को लेकर मुंह बनाते हैं। लेकिन क्या आपको मालूम है कि आयुर्वेद के अनुसार सही चीजों के इस्तेमाल से खिचड़ी तैयार हो तो दैनिक ज़रूरतों को पूरा करने और सेहत को दुरुस्त रखने के लिए खिचड़ी के बेस्ट आहार है। आयुर्वेद की डॉक्टर रेखा राधामोनी खिचड़ी के बारे में कुछ ज्ञानवर्धक जानकारी देने जा रही हैं। इन जानकारी को जानने के बाद आप खिचड़ी को नियमित आहार में शामिल कर सकते हैं। आइए जानते हैं।

क्या कहता है आयुर्वेद?

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डॉक्टर राधा मोनी का कहना है कि आयुर्वेद के अनुसार खिचड़ी को एक बेहतरीन आहार है। इसके सेवन से एक नहीं बल्कि कई परेशानियों को आसानी से दूर किया जा सकता है। हालांकि, वो कहती हैं कि अगर खिचड़ी सही तरीके से बनाई गई है तो किसी भी उम्र के लिए खिचड़ी एक बेहतरीन आहार है। इसलिए बड़ों के साथ-साथ छोटे बच्चों को भी सप्ताह में एक से दो बार खिचड़ी का सेवन करते रहना चाहिए।(शिशु को गर्मी में नहीं होगी परेशानी)

खिचड़ी में इन चीजों का न करें इस्तेमाल

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राधा मोनी कहती हैं कि खिचड़ी बनाने में कुछ चीजों का इस्तेमाल करना सेहत के लिए सही नहीं होता है। आगे वो कहती हैं कि खिचड़ी में नारियल तेल का इस्तेमाल कभी नहीं करना चाहिए। क्योंकि, नारियल का तेल बहुत अधिक हैवी होता है और जल्दी से डाइजेस्ट नहीं होता है। उनके अनुसार खिचड़ी में बासमती चावल का कभी उपयोग नहीं करना चाहिए।

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आयुर्वेदिक तरीके से बनाएं खिचड़ी

सामग्री

  • सोना मंसूरी चावल-1/2 कप
  • बीन्स-1/4 कप
  • फ्रेश अदरक-1/2 चम्मच
  • घी-1 चम्मच
  • नमक-स्वादानुसार
  • हींग-1/2 चम्मच
  • मिक्स दाल-1/3 कप

बनाने का तरीका

  • सबसे पहले एक बर्तन में पानी को डालकर गर्म करें। पानी को गर्म करने के बाद चावल और मिकिस दाल को डालने के बाद कुछ देर उबलने के लिए छोड़ दें।
  • कुछ देर उबलने के बाद घी और अदरक को डालकर को डालकर कुछ देर पका लें।
  • कुछ देर बाद नमक, हींग आदि सामग्री को डालकर कुछ देर पकने के लिए छोड़ दें। अब इसमें बीन्स को भी डालकर कुछ देर पका लें।

पाचन तंत्र रहता है सही

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आयुर्वेद कहता है कि नियमित समय पर खिचड़ी खाने से पाचन तंत्र सही रहता है। इसके सेवन से कब्ज, पेस्ट गैस आदि की कई समस्या दूर रहती है। इसके अलावा खिचड़ी के सेवन से बाथरूम को लेकर भी कोई परेशानी नहीं होती है। आगे राधा मोनी कहती हैं कि हैवी डिनर करने से अच्छा है कि सप्ताह में कम से कम एक से दो बार खिचड़ी का सेवन ज़रूर करना चाहिए।

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Image Credit:(@freepik)

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