ब्रेस्‍टफीडिंग कराने वाली महिलाओं के लिए बेस्‍ट हैं ये सुपरफूड्स

अगर आप ब्रेस्‍टफीडिंग कराने वाली महिला है तो आपको मिल्‍क के प्रोडक्‍शन को बढ़ाने और हेल्‍थ की देखभाल के लिए अपनी डाइट में सुपरफूड्स को शामिल करना चाहिए। 

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ब्रेस्टफीडिंग कराना मां और बच्‍चे दोनों के लिए कई तरह से फायदेमंद होता है। आयुर्वेद ने हमेशा इस बात पर जोर दिया है कि ब्रेस्‍टफीडिंग न केवल हेल्‍थ बल्कि मां और बच्‍चे के आपसी प्रेम और संबंधों को मजबूत करने का सबसे अच्छा तरीका है। अपनी मां के प्रति एक बच्चे का स्वाभाविक प्रेम ब्रेस्‍ट के दूध की गंध के माध्यम से होता है। अगर आप अपने बच्चे को ब्रेस्‍टफीडिंग कराती हैं तो मिल्‍क के फ्लो का बने रहना बेहद जरूरी होता है। इसलिए आज हम आपके लिए कुछ सुपरफूड्स की लिस्‍ट लेकर आए हैं जो ब्रेस्‍टफीडिंग कराने वाली महिलाओं को अपनी डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए। इससे मिल्‍क का फ्लो तो अच्‍छा रहेगा ही साथ ही मां की सेहत के लिए भी यह फूड्स काफी फायदेमंद होते हैं। इन फूड्स के बारे में हमें MY2BMI की न्‍यूट्रिशनिस्‍ट और फाउंडर Ms.Preety Tyagi बता रही हैं।

घी

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ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली माताओं को डाइजेशन में सुधार और मल त्याग को आसान बनाने के लिए पर्याप्त मात्रा में घी का सेवन करना चाहिए। घी टिशुओं (धात) को पोषण देता है और वात दोष को कम करता है जो आमतौर पर डिलीवरी के बाद देखने को मिलता है। घी (अन्य तेलों के विपरीत) ब्यूटिरिक एसिड, एक लघु-श्रृंखला फैटी एसिड से भरपूर होता है। फायदेमंद आंतों के बैक्टीरिया फाइबर को ब्यूटिरिक एसिड में परिवर्तित करते हैं जो आंतों की दीवार को सपोर्ट करने के लिए उपयोग किए जाते हैं।

घी गैस्ट्रिक एसिड के स्राव को उत्तेजित करता है, इस प्रकार बेहतर डाइजेशन में मददकरता है, जो ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली माताओं के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। यह विटामिन के अवशोषण को भी बढ़ाता है और वजन कम करने में मदद करता है। घी में फैट अन्य फैट घुलनशील विटामिन्‍स और मिनरल्‍स के अवशोषण में मदद करता है और इम्‍यून सिस्‍टम को मजबूत करता है।

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मेथी

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मेथी ब्रेस्‍ट मिल्‍क को बढ़ाने का सबसे पुराना हर्बल उपचार है। यह एक उत्कृष्ट गैलेक्टागॉग (जड़ी बूटी है जो ब्रेस्‍ट मिल्‍क के स्राव में सुधार करती है)। मेथी में कई औषधीय गुण भी होते हैं और इसका इस्‍तेमाल बुखार, जोड़ों के दर्द और आंतों और श्वसन संबंधी बीमारियों के इलाज के लिए किया जाता है। भारत में, ब्रेस्‍टफीडिंग कराने वाली माताओं को अनिवार्य रूप से मेथी के बीज और पत्तियों का सेवन करना चाहिए, जिससे उन्हें दूध की आपूर्ति को बढ़ावा देने के लिए दिलकश व्यंजनों में जोड़ा जा सके। मेथी आम पाचन संबंधी समस्याओं जैसे पेट का फूलना आदि को कम करने में मदद करती है। इसे सूखाकर और पीसकर चाय या सूप में मिलाया जा सकता है।

अनार

कफ दोष और पित्त दोष वाली महिलाओं को अपनी डाइट में अनार का रस लेने से ब्रेस्‍ट मिल्‍क का उत्पादन बढ़ाने में मदद मिलती है। हालांकि, अनार उन महिलाओं के लिए सलाह नहीं दी जाती है जो वात को अपने प्रमुख दोष के रूप में बताती हैं। अनार पोषक तत्वों और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर फल है जिसे स्वास्थ्य, प्रजनन क्षमता और शाश्वत जीवन के प्रतीक के रूप में माना जाता है। यह बहुत अच्‍छा ब्‍लड प्‍यूरीफायर भी है।

लहसुन

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ब्रेस्‍ट मिल्‍क को बढ़ाने के लिए यह सबसे अच्‍छे सुपरफूड में से एक है। लहसुन में ब्रेस्‍टफीडिंग कराने वाली महिलाओं के लिए बहुत अच्‍छा होता है क्‍योंकि इसमें कई प्राकृतिक गुण मौजूद होते हैं। यह शरीर में गर्मी बनाए रखता है, डाइजेशन को मजबूत करता है और इम्‍यूनिटी बढ़ाने में मदद करता है और जोड़ों और अन्य वात दोषों का सबसे अच्‍छा इलाज है। पका हुआ लहसुन जन्म के बाद शरीर को डिटॉक्‍स करने में मदद करता है। इसे आप स्टॉज, सूप, दाल और ब्रेड में मिलाकर ले सकती हैं या आप सुबह के समय इसे कच्‍चा भी खा सकती हैं। कुछ नई माताओं ने 1 कप दूध में लगभग 4 लहसुन की कली को उबालकर पीने से मां और बच्चे दोनों को गैस से तुरंत राहत मिलती है।

अदरक

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ब्रेस्‍टफीडिंग कराने वाली महिलाओं के लिए यह सुपरफूड है। इससे इम्‍यूनिटी बढ़ती है क्‍योंकि इसमें एंटी-फंगल और एंटी बैक्टीरियल गुण के साथ वार्मिंग गुण होते हैं जो एनर्जी चैनल्‍स को गर्म करते है और यूटेराइन ब्‍लीडिंग को रोकते है। नई माताओं को बच्‍चे को जन्म देने के बाद पहले महीने के दौरान भोजन में अदरक का सेवन जरूर करना चाहिए।

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अदरक पेट की गैस को दूर करने और सूजन को कम करने के लिए बहुत अच्छा है। इसका स्वाद सुगंधित और मसालेदार होता है, और इसकी तीखी गुणवत्ता पोषक तत्वों के बेहतर अवशोषण की सुविधा के लिए माइक्रोकिरुलेटरी चैनल्‍स को साफ करती है, जिससे बॉडी में जमा टॉक्सिन को खत्म करने में भी मदद मिलती है। यह ब्‍लड को साफ करने के रूप में भी कार्य करता है; इसलिए, यदि आपके पास हल्के गैस्ट्रोएंटेराइटिस (हल्के आंतों की सूजन) से परेशान हैं तो अदरक, शहद और नींबू की चाय का काढ़ा सबसे अच्छा रहता है।

ब्रेस्‍टफीडिंग कराने वाली महिलाओं को अपनी डाइट में इन सुपरफूड्स को जरूर शामिल करना चाहिए। डाइट से जुड़ी और जानकारी पाने के लिए हरजिंदगी से जुड़ी रहें।

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Image Credit: Freepik.com

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