आज के समय में प्राचीन अनाज लोगों का ध्यान बहुत आकर्षित कर रहे हैं। फाइबर युक्त चोकर और अन्य महत्वपूर्ण पोषक तत्वों के कारण जो प्रसंस्करण के दौरान नष्ट नहीं होते हैं, वो साबुत अनाज काफी स्वास्थ्यवर्धक होते हैं। ऐसा ही एक सुपर अनाज जो हाल ही में फिर से लोकप्रिय हुआ है वह रागी है।
रागी को मडुवा और नचनी भी कहते हैं और इसे उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में खूब खाया जाता है। जहां आप वजन घटाने के लिए तमाम तरीके आजमाती हैं, वहीं कुछ ऐसे सुपर फूड्स हैं जिन्हें आहार में शामिल करने से आपको काफी फायदा मिल सकता है। रागी या मडुवे की रोटी खाने से आपका वजन कई किलो तक घटाने में मदद मिलती है।
मडुवे की रोटी खाने से न सिर्फ वजन कम हो सकता है बल्कि शरीर को गर्माहट भी मिलती है। आइए इस आर्टिकल में हम इस आटे की रोटी के पोषक तत्वों और इसे आहार में शामिल करने के तरीके के बारे में जानें।
रागी के पोषक तत्व
रागी कार्बोहाइड्रेट (मुख्य रूप से स्टार्च), डाइटरी फाइबर, कैल्शियम, तांबा और मैंगनीज का एक उत्कृष्ट स्रोत है। इसमें मध्यम मात्रा में प्रोटीन, फास्फोरस, मैग्नीशियम, लोहा, जस्ता और बी-कॉम्प्लेक्स विटामिन भी होते हैं। रागी पॉलीफेनोल्स जैसे एंटीऑक्सीडेंट और ट्रिप्टोफैन जैसे अमीनो एसिड से भी भरपूर होता है, दोनों के कई स्वास्थ्य लाभ हैं। फाइबर का कंटेंट इसमें 15-20 प्रतिशत होता है। हालांकि इसमें कैलोरी की मात्रा ज्यादा होती है और प्रोटीन 5 से 10 प्रतिशत होता है।
वेट लॉस में कैसे करती है मदद?
चूंकि मडुआ में फाइबर की अच्छी मात्रा होती है, इसलिए यह वेट लॉस के लिए एक अच्छा विकल्प है। यदि आप वजन कम करने की कोशिश कर रहे हैं तो फाइबर आपके आहार में एक महत्वपूर्ण एलिमेंट होता है। फाइबर कार्बोहाइड्रेट की तुलना में पचने में अधिक समय लेता है,और इस प्रकार आपको अधिक समय तक भरा हुआ महसूस कराता है। यह ओवर ईटिंग को रोककर आपके कैलोरी सेवन को कम कर सकता है।
वहीं इसमें मौजूद ट्रिप्टोफैन एक एमिनो एसिड है जो आपके शरीर में कई कार्य करता है। यह भूख को कम करता है और इस प्रकार, रागी का सेवन आपके वजन नियंत्रण में मदद करता है।
इसे भी पढ़ें: 10 किलो वजन हो जाएगा छूमंतर, आजमाएं ये डाइट चार्ट
मडुआ के अन्य बेनिफिट्स
सीलिएक रोग के लिए उत्कृष्ट
ग्लूटेन मुक्त होने के कारण रागी, सीलिएक रोग वाले लोगों के लिए एक उत्कृष्ट विकल्प है। इसके अलावा, यह उन लोगों के लिए व्यापक रूप से खाया जाने वाला अनाज है जो फिटनेस फ्रीक हैं या जो स्वस्थ भोजन पसंद करना चाहते हैं।
पाचन तंत्र में करे सुधार
रागी या मडुवा सॉल्यूबल और इनसॉल्यूबल फाइबर से भरपूर होता है। यह आपको लंबे समय तक फुल रखता है और आपकी कब्ज की समस्या में राहत देता है। इस तरह से पाचन तंत्र को भी सुधारता है।
बालों में करे सुधार
इसे खाने बाल झड़ने की समस्या में राहत मिलती है। यह प्रीमैच्योर सफेदी को भी रोकने में मदद कर सकता है। रागी प्रभावी रूप से टिशू को होने वाले नुकसान को रोकता है, जिससे सफेद बालों की संभावना कम हो जाती है।
इसे भी पढ़ें: बिना एक्सरसाइज के हर महीने कम होगा 2 किलो, खाएं ये चीजें
आहार में कैसे शामिल करें मडुआ
आप इसकी रोटी बनाकर सर्दियों में नमक और चटनी के साथ खा सकती हैं। इसका रागी डोसा भी बना सकती हैं। वहीं इसे आहार में कई अन्य तरीकों से शामिल कर सकते हैं जैसे उपमा, लड्डू और सूप आदि। साथ ही रागी के अपने सेवन को एक दिन में 45 से 50 ग्राम तक ही सीमित करना चाहिए।
अब आप भी इसे तरह-तरह से अपने आहार में शामिल करें और अपने अनुभवों को हमारे साथ शेयर करना न भूलें। यदि आपको यह लेख पसंद आया तो इसे लाइक करें और शेयर करने में मदद करें। इसी तरह के लेख पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी के साथ।
Recommended Video
Image Credit: Freepik
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों