इंटरमिंटेट फास्टिंग से जुड़े इन मिथ्स को बिल्कुल भी ना मानें सच

अगर आप भी इंटरमिंटेट फास्टिंग से जुड़े मिथ्स इन मिथ्स पर भरोसा करती हैं, तो पहले आपको इनकी सच्चाई के बारे में जान लेना चाहिए।

how intermittent fasting happen

जब बात वेट लॉस की होती है, तो उसमें डाइट पर सबसे ज्यादा ध्यान देने की सलाह दी जाती है। वेट लॉस के दौरान 70 प्रतिशत रोल आपकी डाइट होता है, जबकि एक्सरसाइज केवल 30 प्रतिशत ही अपना प्रभाव दिखाती है। शायद यही कारण है कि जब लोग खुद को शेप में लाना शुरू करते हैं, तो वह सबसे पहले अपनी डाइट को बदलते हैं। इतना ही नहीं, आज के समय में जब वेट लॉस के लिए कई तरह की डाइट बेहद पॉपुलर है, तो वह इन डाइट को बिना सोचे-समझे फॉलो करने लगते हैं।

इन्हीं डाइट में से एक है इंटरमिंटेट फास्टिंग। इंटरमिंटेट फास्टिंग की मदद से आम लोगों से लेकर सेलेब्स तक ने अपना वजन कम किया है। पिछले कुछ समय में लोगों का विश्वास इस डाइट पर काफी बढ़ा है। साथ ही साथ एक पॉपुलर डाइट होने के कारण लोगों के मन में इसे लेकर तरह-तरह के मिथ्स भी पैदा हो गए है। तो चलिए आज इस लेख में सेंट्रल गवर्नमेंट हॉस्पिटल के ईएसआईसी अस्पताल की डायटीशियन रितु पुरी आपको इंटरमिंटेट फास्टिंग से जुड़े कुछ मिथ्स और उनकी सच्चाई के बारे में बता रही हैं-

मिथ 1- ईटिंग विंडो में कुछ भी खा सकते हैं

सच्चाई- बहुत से लोगों को यह लगता है कि इंटरमिटेंट फास्टिंग ईटिंग विंडो और फास्टिंग विंडो के बारे में ही है और इसलिए जब उनका ईटिंग विंडो पीरियड है, तो वह कुछ भी खा सकते हैं। लेकिन वास्तव में यह एक मिथ है। आपको यह ध्यान रखना चाहिए कि इंटरमिंटेट फास्टिंग के दौरान ईटिंग विंडो पीरियड में भी आपको अपने लाइफस्टाइल और शरीर की जरूरत से अनुसार ही कैलोरी का सेवन करना चाहिए। अगर आप अधिक कैलोरी का सेवन करेंगे तो इससे आपकी बॉडी का वेट कम नहीं होगा।

problems with inttermittent fasting

मिथ 2- कभी भी खा सकते हैं फूड

सच्चाई- यह भी एक मिथ है, जो अक्सर लोगों के मन में होता है। कुछ लोग जल्द से जल्द रिजल्ट पाना चाहते हैं और इसलिए वह अपनी फास्टिंग विंडो के पीरियड को कम या ज्यादा करते रहते हैं। लेकिन वास्तव में ऐसा नहीं करना चाहिए। इंटरमिंटेट फास्टिंग को करने का एक तरीका होता है और इसे उसी तरह फॉलो किया जाना चाहिए। मसलन, अगर आप 12-12 घंटे की इंटरमिंटेट फास्टिंग कर रही हैं और अगर आपने अपना पहला मील दस बजे लिया है तो आपका आखिरी मील भी 10 बजे ही होना चाहिए। आप किसी दिन 9 तो किसी दिन 11 बजे अपना पहला मील नहीं ले सकती हैं। इस डाइट के दौरान समय को लेकर पाबंद होना बेहद आवश्यक होता है।(डाइट से जुड़ी गलतियां)

fasting and inttermittent

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मिथ 3- फास्टिंग विंडो में नहीं पी सकते पानी

सच्चाई- यह भी एक कॉमन मिथ है, जिस पर लोग भरोसा करते हैं। उन्हें लगता है कि उनका फास्टिंग विंडो चल रहा है और इसलिए वह पानी तक भी नहीं पी सकते हैं। जबकि वास्तव में ऐसा नहीं है। आप पूरा दिन पानी किसी भी समय पी सकते हैं। ध्यान रखें कि डाइटिंग के दौरान भी आपको खुद को पूरी तरह से हाइड्रेट रखना है और इसलिए पानी पर्याप्त मात्रा में पीएं। हालांकि, फास्टिंग विंडो के दौरान आपको सूप या जूस आदि का सेवन नहीं करना चाहिए। ऐसी कोई भी चीज जिससे आपको कैलोरी मिल रही है या फिर कोई पोटैशियम या अन्य मिनरल रिच फूड को फास्टिंग विंडो के दौरान किसी भी रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।

अब अगर आप भी इंटरमिंटेट फास्टिंग करने का मन बना रही हैं तो पहले इन मिथ्स को अपने मन से निकाल दीजिए।

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Image Credit- freepik

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