कोरोना वायरस के चलते आजकल लोगों का लाइफस्टाइल इतना ज्यादा बदल गया है कि हर कोई परेशान ही नजर आता है। लंबे समय तक घर से बैठकर काम करना, डाइट पर ध्यान न देना, एक्सरसाइज की कमी और तनाव आदि के चलते लोगों को कई तरह की समस्याओं ने घेर लिया है। इसलिए हम आपको समय-समय पर हेल्दी चीजों के बारे में जानकारी देते रहते हैं। आज हम आपको एक और सुपरफूड से मिला रहे हैं जो आपकी हेल्थ के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। इसे लेने से आप एक नहीं बल्कि हेल्थ से जुड़ी 10 समस्याओं को खुद से दूर रख सकती हैं। तो देर किस बात की मिलिए मोरिंगा ओलीफेरा से।
इसे ड्रमस्टिक ट्री, चमत्कारी ट्री और लाइफ ऑफ़ ट्री के रूप में जाना जाता है। मोरिंगा पाउडर, मोरिंगा के पेड़ की पत्तियों से बनाया जाता है और इसमें ढेर सारे औषधीय गुण हैं। इस सुपरफूड का इस्तेमाल हजारों वर्षों से फाइटोमेडिसिन और आयुर्वेदिक उपचार में पारंपरिक उपाय के रूप में किया जाता रहा है। आइए इस आर्टिकल के माध्यम से इसके फायदे और साथ ही इस सुपर ग्रीन को अपनी डाइट में शामिल करने के फेवरेट तरीके के बारे में जानें।
विटामिन्स और मिनरल्स से भरपूर
आपके द्वारा खाए जाने वाले कई हेल्दी फूड्स में सिंगल पोषक तत्व होता है। गाजर में विटामिन ए, जूसी फ्रूट्स में विटामिन सी और नट्स में विटामिन ई होता है। लेकिन मोरिंगा के पत्तों को सुपरफूड के रूप में देखा जाता है क्योंकि एक कप कटी हुई पत्तियां आयरन, कैल्शियम, विटामिन सी, विटामिन बी 6 और राइबोफ्लेविन का अच्छा स्रोत मानी जाती हैं। इसके अलावा इसमें पोटेशियम, विटामिन ए, विटामिन ई और मैग्नीशियम की मात्रा भी बहुत ज्यादा होती है। वास्तव में, संतरे की तुलना में इसके पत्ते में विटामिन सी अधिक होता है। इसका मतलब है कि मोरिंगा बेहतर दृष्टि और इम्यूनिटी से लेकर हड्डियों की हेल्थ और त्वचा को ग्लोइंग बनाने तक, सब कुछ कर सकता है।
प्रोटीन का सबसे अच्छा स्रोत
बेशक, दाल और सोयाबीन में प्रोटीन की मात्रा बहुत ज्यादा होती है लेकिन कभी-कभी आप प्रोटीन खाने के लिए ऐसी चीज खाना चाहते हैं जो बिना पकाए आप ले सकें। इसके लिए स्मूदी या सूप में मोरिंगा पाउडर को मिलाएं। इसके पत्तों से बना पाउडर प्रोटीन से भरपूर होता है। क्या आप जानती हैं कि इसके एक बड़े चम्मच में 3 ग्राम प्रोटीन और सभी आवश्यक अमीनो एसिड होते हैं जो मसल्स की मरम्मत, एनर्जी के उत्पादन और मूड को बेहतर बनाने के लिए आवश्यक होते हैं।
इसे जरूर पढ़ें:ये 5 सुपरफूड खाएं, वूमेन से सुपर वूमेन बन जाएं
लिवर की करता है रक्षा
अपने लिवर को शरीर का डिटॉक्सिफायर समझें। यह ब्लड को फ़िल्टर करता है, केमिकल्स को डिटॉक्सीफाई करता है और फैट को मेटाबोलाइज़ करता है। मोरिंगा इसे बेहतर काम करने में मदद करता है। मोरिंगा में लिवर में ऑक्सीकरण को उलटने के लिए पॉलीफेनोल्स का हाई कॉन्सन्ट्रेशन होता है और प्रारंभिक शोध में लिवर फाइब्रोसिस को कम करने और लिवर की क्षति से बचाने के लिए मोरिंगा का सेवन दिखाया गया है।
सूजन होती है कम
हल्दी सूजन को कम करने के लिए सबसे अच्छी मानी जाती है। लेकिन मोरिंगा पाउडर लेने से सेल्स में सूजन काफी कम दिखाई देती है। सूजन कम करने वाली पॉलीफेनोल्स और आइसोथियोसाइनेट्स के साथ, मोरिंगा शरीर में सूजन एंजाइम और प्रोटीन को दबाकर सूजन को कम करता है।
हार्मोन्स को करता है बैलेंस
यह आपके हार्मोन को संतुलित करने में मदद करता है। मेनोपॉज के कारण महिलाओं के हार्मोन असंतुलित हो जाते हैं जिससे उनको कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में मोरिंगा महिलाओं की मदद कर सकता है। जर्नल ऑफ फूड एंड साइंस टेक्नोलॉजी में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया कि पोस्टमेनोपॉज़ल महिलाओं ने तीन महीने के लिए मोरिंगा लीफ पाउडर और ऐमारैंथ लीफ पाउडर का एक कॉम्बिनेशन लिया, इससे न केवल ऑक्सीडेटिव तनाव में कमी आई, बल्कि उनका हीमोग्लोबिन भी बढ़ गया। ऐसा बैलेंस हर्मोन के कारण ही हो सकता है। मोरिंगा थायरॉयड हेल्थ में भी सुधार करता है जो एनर्जी, नींद और डाइजेशन से संबंधित हार्मोन को नियंत्रित करता है।
ब्लड शुगर को बैलेंस करने में मददगार
इंसुलिन और ब्लड शुगर के बढ़ने से मूड स्विंग और शुगर की समस्या हो सकती है और यहां तक कि टाइप 2 डायबिटीज और मोटापे का भी कारण हो सकता है। प्रयोगशाला अध्ययनों के अनुसार, मोरिंगा पाउडर लीफ पाउडर लिपिड और ग्लूकोज के लेवल को कम करने और ऑक्सीडेटिव तनाव को नियंत्रित करने में प्रभावी होता है। तीन महीने के लिए मोरिंगा लेने से चिकित्सीय एंटीऑक्सीडेंट गुणों के साथ-साथ पोस्टमेनोपॉज़ल महिलाओं में ग्लूकोज लेवल कम दिखाई दिया। एक एनिमल अध्ययन ने यह भी दिखाया कि डाइट में मोरिंगा वजन बढ़ाने और इंसुलिन प्रतिरोध को कम करने में मदद करता है।
फ्री रेडिकल्स से लड़ने में मददगार
फ्री रेडिकल्स प्रदूषण, तले हुए भोजन और सूरज के संपर्क में आने जैसी चीजों से बनते हैं। यह आपके सेल्स को इलेक्ट्रॉन को लूटकर नुकसान पहुंचाते हैं, जिससे ऑक्सीडेटिव तनाव, सेल डैमेज और समय से पहले बूढ़ा होना जैसी समस्याएं हो सकती हैंं। एंटीडोट: एंटीऑक्सीडेंट जैसे फ्लेवोनोइड्स, पॉलीफेनोल्स और एस्कॉर्बिक एसिड जैसे मोरिंगा में पाए जाते हैं। एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर डाइटसमय से पहले होने वाली झुर्रियों को रोकती है और आप लंबे समय तक जीवित रहती हैं।
डाइजेशन में सुधार
मोरिंगा की पत्तियों के पाउडर में लगभग 30% फाइबर होता है, इसमें से अधिकांश अघुलनशील होता है, कुछ ऐसा जिसे आपको न केवल डाइजेशन की आवश्यकता होती है, बल्कि इससे आपकी बीमारी का खतरा भी कम होता है। मोरिंगा एक नेचुरल एंटीबायोटिक और एंटीबैक्टीरियल है और विभिन्न समस्याओं के विकास को रोकने में मदद करता है जो डाइजेशन को परेशान कर सकते हैं। मोरिंगा के एंटीइंफ्लेमेटरी गुण डाइजेशन संबंधी समस्याओंजैसे कोलाइटिस को दूर करने में मदद करतेे हैंं। इसके अलावा, चूहों में एक हालिया अध्ययन में पाया गया कि यह आंत के बैक्टीरिया में सुधार कर सकता है।
ब्रेन के लिए अच्छा
65 वर्ष से अधिक उम्र केे आठ लोगों में से एक को अल्जाइमर रोग परेशान करता है। मोरिंगा का पत्ता विटामिन सी और ई से भरपूर होता है, जो अल्जाइमर से जुड़े ऑक्सीडेटिव तनाव का मुकाबला करता है। मोरिंगा डोपामाइन और सेरोटोनिन (हैप्पी हार्मोन) को बढ़ाने में मदद करता है और इसका उपयोग भविष्य में डिप्रेशन के इलाज में मदद के लिए किया जाता है।
त्वचा और बालों के लिए अच्छा
त्वचा और बालों के लिए एक प्राकृतिक उपचार की तलाश में हैंं? तो मोरिंगा पाउडर को अपनी डाइट में शामिल करें! यह बालों के लिए फायदेमंद है और बालों को फ्री रेडिकल्स से बचाने में मदद करता है। साथ ही मोरिंगा में प्रोटीन भी होता है जो हेल्दी त्वचा के लिए बेहद जरूरी है। इतना ही नहीं यह त्वचा के संक्रमण और घावों को ठीक करनेमें उपयोगी होता है।
इसे जरूर पढ़ें:सेहतमंद रहने के लिए डाइट में शामिल करें आयुर्वेदिक सुपरफूड
मोरिंगा के साइड इफेक्ट
मोरिंगा प्रेग्नेंट महिलाओं या नर्सिंग माताओं के लिए असुरक्षित हो सकता है। ऐसा पौधे की जड़, छाल या फूलों में पाए जाने वाले केमिकल के कारण होता है। अध्ययन से पता चलता है कि मोरिंगा पौधे के इन भागों का सेवन करने से यूट्रस सिकुड़ सकता है। अन्यथा मोरिंगा के पत्तों से बना पाउडर मानव अध्ययन में सुरक्षित होता है। लेकिन बड़ी मात्रा में सेवन करने या पेट खराब होने पर मोरिंगा का रेचक प्रभाव हो सकता है, इसलिए हम एक छोटी खुराक आधी से 1 चम्मच प्रतिदिन लेने का सुझाव देते हैं।
मोरिंगा पाउडर लेने का तरीका
मोरिंगा के पत्तों से बने पाउडर माइल्ड फ्लेवर का होता है, इसलिए इसका इस्तेमाल आप कई अलग-अलग व्यंजनों के साथ कर सकती हैं। मोरिंगा पाउडर ऑनलाइन और किराने की दुकानों में आपको आसानी से मिल जाएगा।
- इसे अपनी सुबह की हरी स्मूदी में मिलाएं।
- लंच या अन्य भोजन के लिए इसे सूप, सलाद, एवोकाडो टोस्ट या शकरकंद टोस्ट में भी छिड़का जा सकता है।
- इसे कैफीन फ्री कॉफी के विकल्प के लिए गर्म पानी में मिलाएं।
इस सुपरफूड को अपनी डाइट में शामिल करके आप भी इन 10 समस्याओं से बचकर हेल्दी और फिट रह सकती हैं। सुपरफूड से जुड़ी और जानकारी पाने के लिए हरजिंदगी से जुड़ी रहें।
Recommended Video
Image Credit: Freepik.com
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों