PCOD के लक्षणों से राहत दिला सकती है रागी की रोटी, ऐसे करें डाइट में शामिल

रागी की रोटी को डाइट में शामिल करने से हार्मोन्स को बैलेंस करने में मदद मिल सकती है। आइए, यहां जानते हैं कि रागी की रोटी को डाइट में कैसे शामिल किया जा सकता है और इसके क्या फायदे होते हैं।
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पीसीओडी में रागी का सेवन करना फायदेमंद हो सकता है। अगर रागी की रोटी को डाइट में शामिल किया जाए, तो यह पीसीओडी के लक्षणों से राहत दिला सकती है। रागी की रोटी कैसे फायदेमंद है और इसे कैसे तैयार किया जा सकता है, इस बारे में डॉ. चैताली ने सोशल मीडिया पर बताया है। डॉ. चैताली राठौड़ ने BAMS किया है।

PCOD में रागी की रोटी का सेवन करना होता है फायदेमंद

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डॉ. चैताली राठौड़ के मुताबिक, महिलाओं की सेहत के लिए रागी की रोटी बेहद फायदेमंद हो सकती है। पीसीओडी और पीसीओएस, प्री-मेनोपॉज, मेनोपॉज के लक्षण में रागी की रोटी का सेवन कई तरह से मदद कर सकता है। एक्सपर्ट के मुताबिक, गेहूं की रोटी का यह एक बेहतर रिप्लेसमेंट हो सकती है।

कैसे बनाएं रागी की रोटी?

  • रागी की रोटी बनाने के लिए आपको सबसे पहले एक बर्तन लेना होगा। बर्तन में एक कप पानी डालें और उसमें एक चम्मच नमक, एक चम्मच गाय का घी डालकर उबाल लें।
  • उबले पानी में अब रागी का आटा डालें और अच्छे से मिक्स कर लें। पानी और रागी के आटे के मिक्चर को ठंडा होने के लिए छोड़ दें और फिर उसे गूंथ लें। नॉर्मल आटे की तरह गूंथने के बाद रागी की रोटी बनाएं। रोटी तैयार होने के बाद उसपर गाय का घी लगाकर सेवन कर सकती हैं।

रागी के अन्य फायदे क्या हैं?

  • रागी में कैलोरी की मात्रा बहुत कम पाई जाती है, जो वजन को कंट्रोल करने में मदद करती है। रागी में भरपूर मात्रा में फाइबर भी मौजूद होता है, जिसकी वजह से कब्ज, गैस और अन्य पेट की समस्याएं कम होती हैं।

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  • रागी की रोटी पीसीओडी या पीसीओएस जैसी समस्याओं ही नहीं, बल्कि हेल्दी और एनर्जी से भरपूर रहने में भी मदद करती है। रागी में मौजूद फाइबर ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में भी फायदेमंद हो सकता है। साथ ही यह दिल की बीमारी को भी दूर रखने में मदद करती है।
  • रागी में ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी कम होता है, जिसकी वजह से डाइजेशन स्लो होता है और ब्लड शुगर कंट्रोल में रहता है। साथ ही यह पीसीओडी के लक्षणों में भी राहत दिलाता है।
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  • रागी में कैल्शियम, आयरन और जिंक जैसे मिनरल्स भी पाए जाते हैं। यह पोषक तत्व हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करते हैं। साथ ही एनिमिया यानी खून की कमी की समस्या को भी दूर कर सकते हैं। रागी में मौजूद पोषक तत्वों से स्किन हेल्थ में भी सुधार आता है।
  • रागी में एंटीऑक्सीडेंट्स भी भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो शरीर की सूजन को कंट्रोल करने में मदद कर सकते हैं। शरीर की सूजन, पीसीओडी के लक्षणों को बढ़ा सकती है, इसलिए रागी को डाइट में शामिल करना फायदेमंद हो सकता है।
  • ब्रेस्ट फीड करा रहीं महिलाओं के लिए भी रागी का सेवन करना फायदेमंद हो सकता है। क्योंकि रागी में मौजूद तत्वों से ब्रेस्ट मिल्क प्रोडक्शन अच्छा होता है।

पीसीओडी में रागी की रोटी कैसे फायदेमंद हो सकती है, यह तो आप समझ ही गई होंगी। अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है, तो हमें आर्टिकल के ऊपर दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे।

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Image Credit: Herzindagi, Freepik
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