भारतीय घरों में कई तरह के इंग्रीडिएंट्स का इस्तेमाल किया जाता है और साबूदाना उनमें से एक है। साबूदाना बहुत पसंद भी किया जाता है और इसे व्रत-उपवास के साथ-साथ ऐसे भी खाना पसंद किया जाता है। साबूदाने का उपयोग सबसे ज्यादा खिचड़ी बनाने के लिए किया जाता है। पर क्या आप जानते हैं कि व्रत-उपवास में पेट भरने के अलावा इसके क्या फायदे होते हैं?
सेलिब्रिटी न्यूट्रिशनिस्ट रुजुता दिवेकर ने साबूदाना खिचड़ी खाने के कई फायदों के बारे में बताया है। रुजुता के अनुसार ये आपकी सेहत से लेकर हार्मोन्स तक कई चीज़ों में मददगार साबित हो सकती है। रुजुता दिवेकर के अनुसार ये महिलाओं के लिए सुपर फूड माना जा सकता है।
वैसे भारत में अधिकतर इसे सिर्फ कैलोरी के तौर पर ही देखा जाता था, लेकिन साबूदाना खिचड़ी को ग्लोबली काफी पसंद किया जा रहा है और इसे डेयरी फ्री, ग्लूटेन फ्री न्यूट्रिशियस मील माना जा रहा है।
रुजुता के मुताबिक ये प्लांट बेस्ड फूड (जानिए साबूदाना कैसे बनता है), मूंगफली, करी पत्ता और धनिया, कई सारे मसालों जैसे जीरा और मिर्च और सही मात्रा में घी के साथ पूरी दुनिया में न्यूट्रिशन के नाम पर काफी पसंद किया जा रहा है।
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रुजुता दिवेकर ने अपनी इंस्टाग्राम पोस्ट में बताया है कि साबूदाना खिचड़ी का उपयोग किस तरह से किया जा सकता है और ये किन चीज़ों के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है। रुजुता ने इसके कई वेरिएशन्स बताए हैं जो उनकी टीम द्वारा रिसर्च कर तैयार किए गए हैं।
कैसे अलग-अलग तरीके से इस्तेमाल करें साबूदाना खिचड़ी?
साबूदाना खिचड़ी अगर अलग-अलग तरह से इस्तेमाल की जाए तो काफी फायदेमंद हो सकती है। जैसे...
फ्लू से रिकवर करने के बाद
अगर आपको फ्लू या किसी तरह का बुखार हुआ है तो यकीनन आपकी भूख कम हो गई होगी, ऐसे में टेस्ट बेहतर बनाने के लिए आप साबूदाना खिचड़ी खा सकते हैं। 1 कटोरी खिचड़ी खाएं। बहुत ज्यादा सेहत के लिए अच्छी नहीं है। इसे तब खाना शुरू करें जब एंटीबायोटिक कोर्स खत्म हो जाए।
मेनोपॉज के दौरान एक्स्ट्रा ब्लीडिंग को रोकने के लिए
मेनोपॉज के दौरान कई महिलाओं को एंडोमेट्रियोसिस और एक्स्ट्रा ब्लीडिंग जैसी समस्याएं आती हैं। ऐसे में भी साबूदाना खिचड़ी काफी काफी मददगार साबित हो सकती है। 1 कटोरी खिचड़ी पीरियड के चौथे या पांचवें दिन खाया जा सकता है अगर ब्लीडिंग बहुत ज्यादा हो तो। इसके साथ ही आप हफ्ते में 1 बार साबूदाना खिचड़ी जरूर खाएं।
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फर्टिलिटी लेवल बढ़ाने के लिए साबूदाना खिचड़ी
आप फर्टिलिटी लेवल बढ़ाने के लिए भी इसका सेवन कर सकती हैं। रुजुता के अनुसार वो क्लाइंट्स को ये खाना सजेस्ट करती हैं अगर क्लाइंट अपने एग्स फ्रीज करवाने वाले हैं तो। हफ्ते में 2 बार इसे खाना अच्छा होगा। ये तब भी खाई जा सकती है जब इंजेक्शन शुरू हों।
प्री-मेनोपॉज फेज में खाई जा सकती है साबूदाना खिचड़ी
साबूदाना खिचड़ी को प्री-मेनोपॉज फेज में भी खाया जा सकता है। ये उस समय के लिए परफेक्ट होगी जब आपको बहुत ज्यादा सिरदर्द, थकान आदि होती है। 1 कटोरी एक दिन में भी खाई जा सकती है जब आपका सिर भारी होना शुरू हो।
ओव्यूलेशन के दौरान स्पॉटिंग दिखने पर खाएं
साबूदाना खिचड़ी खाने के लिए ओव्यूलेशन भी एक अच्छा समय हो सकता है। इस दौरान कई महिलाओं को स्पॉटिंग की समस्या दिखती है। अगर आपके साथ भी ऐसा है तो आप इसे खा सकती हैं।
पीरियड्स के दौरान भूख न लगने पर
अगर पीरियड्स के दौरान ऐसा समय आता है जब आपको भूख नहीं लग रही है तो साबूदाना खिचड़ी खाई जा सकती है। लंच के दौरान 1 कटोरी खिचड़ी दही के साथ खाना इस दौरान फायदा कर सकता है।
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तो ये थी रुजुता की सलाह जो साबूदाना खिचड़ी के फायदे भी बताती है। हालांकि, सभी का शरीर अलग होता है और आपको अगर किसी चीज़ से एलर्जी है या आपको कोई चीज़ अच्छी नहीं लगती है तो उसे अवॉइड करने में ही भलाई है। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से।
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