किचन के इन 8 मसालों में छिपा है सेहत का राज, आयुर्वेद से जानें इनका लाभ

खाने का स्वाद और सुगंध बढ़ाने के लिए आप जिन मसालों का प्रयोग करते हैं, उनमें से अधिकांश मसाले औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं और ऐसे में इनका प्रयोग आयुर्वेदिक चिकित्सा का हिस्सा रहा है।

 
health benefits of Indian spices according to ayurveda

आयुर्वेद, भारत की पारंपरिक भारतीय चिकित्सा पद्धति है जिसका महत्व आज पूरी दुनिया जान चुकी है। दरअसल, आयुर्वेद जीवनशैली को बेहतर बनाने का विज्ञान है, जिसमें प्राकृतिक वनस्पतियों, जड़ी-बूटियों और रसायनों के जरिए रोगों का इलाज किया जाता है। ऐसे में आयुर्वेद का ज्ञान व्यक्ति को स्वस्थ और निरोग रखने में लाभकारी हो सकता है और यहां हम आपको इसी विषय में बेहद उपयोगी जानकारी देने जा रहे हैं।

इस आर्टिकल में हम आपको मसालों से मिलने वाले सेहत लाभ के बारे में बता रहे हैं। असल में भारतीय रसोई में मसालों का अपना महत्व है, लेकिन इसके बावजूद इनकी सेहत संबंधी उपयोगिता के बारे में कम ही लोग जानते हैं। इसलिए इस आर्टिकल हम अपने रीडर्स को इस बारे में सही जानकारी देने का प्रयास कर रहे हैं। बता दें कि हमने इस बारे में आयुर्वेदाचार्य संदीप उपाध्याय से बात की है और उनसे मिली जानकारी यहां आपके साथ शेयर कर रहे हैं।

हल्दी

health benefits of tumeric

हल्दी वो मसाला है जिसका प्रयोग आमतौर पर रसोई में होता है, लेकिन इसकी उपयोगिता के बारे में कम ही लोग जानते हैं। बता दें कि हल्दी कई सारे औषधीय गुणों से भरपूर होता है। हल्दी में मौजूद करक्यूमिन नामक यौगिक बेहद प्रभावी एंटीऑक्सीडेंट हैं, जो ब्लड शुगर और बैड कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखने में कारगर माना जाता है। इसके साथ ही यह शरीर की अशुद्धियों को आसानी से बाहर निकालने में भी मददगार साबित होता है।

जीरा

जीरा एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होता है। ऐसे में यह पाचन को बेहतर बनाने, सूजन को कम करने के साथ ही वजन को नियंत्रित रखने में सहायक माना जाता है। जीरा बैड कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखने में भी बेहद मददगार माना जाता है, ऐसे में यह ब्लड प्रेशर और हृदय संबंधी समस्याओं के रोक-थाम में भी सहायक साबित होता है।

अजवाइन

अजवाइन में हाई फाइबर के साथ ही एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं। ऐसे में यह पाचन को बेहतर बनाने और वजन कम करने में सहायक माना जाता है। इसके साथ ही अजवाइन का सेवन सर्दी-जुकाम और संक्रमण से रोक-थाम में सहायक माना जाता है। अजवाइन में एंटी फंगल गुण भी पाए जाते हैं और इसलिए इसका सेवन कील-मुंहासे, एक्जिमा और स्किन संबंधी समस्याओं के उपचार में सहायक माना जाता है।

इलायची

‘मसालों की रानी’ कही जाने वाली इलायची भी कई सारे गुणों से भरपूर होती है। ऐसे में आयुर्वेद में इसका प्राचीन समय से ही औषधि के रूप में उपयोग होता रहा है। बता दें इलायची में हाई फाइबर के साथ एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण और एंटी-माइक्रोबियल गुण पाए जाते हैं। ऐसे में यह पाचन को बेहतर बनाने के साथ ही शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में सहायक माना जाता है। इसके साथ इलायची की सुगंध सांस की बदबू दूर करने और तनाव को कम करने में भी मददगार साबित होता है।

मेथी

health benefits of fenugreek

मेथी भी आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति का हिस्सा रही है। बता दें कि मेथी में फाइबर, कार्बोहाइड्रेट के साथ एल्कलॉइड, अमीनो एसिड और शरीर के लिए जरूरी खनिज तत्व पाए जाते हैं। बता दें कि मेथी का सेवन पाचन और लीवर संबंधी समस्या में लाभकारी माना जाता है। वहीं पीरियड्स में होने वाले दर्द और ऐंठन को कम करने में भी मेथी का सेवन लाभकारी माना जाता है।

लौंग

लौंग सिर्फ खाने का स्वाद ही नहीं बढ़ाता है, बल्कि यह सेहत के लिए भी लाभकारी मसाला है। लौंग में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट डायबिटीज, हृदय रोग और काफी हद तक कैंसर के विकास के जोखिम को कम करने में सहायक साबित होते हैं।

काली मिर्च

काली मिर्च में एंटी-माइक्रोबियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं, ऐसे में इसका सेवन वजन कम करने में बेहद सहायक माना जाता है। काली मिर्च का सेवन शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है। इसके साथ ही काली मिर्च का सेवन खांसी और कफ की समस्या से निजात दिलाने में भी कारगर माना जाता है।

साबुत धनिया

साबुत धनिया का प्रयोग मसाले के तौर पर हर रसोई में किया जाता है, वहीं अगर आयुर्वेद के नजरिए से देखें तो इसमें कई सारे औषधीय गुण पाए जाते हैं। धनिया में फाइबर के साथ ही विटामिन-सी, एंटी- बैक्टीरियल और एंटी-ऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं। ऐसे में यह पाचन को बेहतर बनान के साथ ही त्वचा संबंधी समस्याओं के उपचार में सहायक माना जाता है। धनिये का सेवन कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखने में भी काफी मददगार माना जाता है।

उम्मीद करते हैं कि सेहत से जुड़ी यह जानकारी आपके लिए उपयोगी साबित होगी। अगर यह जानकारी आपको अच्छी लगी हो तो इसे अपने दोस्तों और परिचितों के साथ शेयर करना न भूलें।

यह भी पढ़ें- पीरियड दर्द से लेकर मुहांसों में राहत दिलाएगा कनेर का फूल, आयुर्वेद से जानें इसकी उपयोग विधि और लाभआपकी राय हमारे लिए महत्वपूर्ण है! हमारे इस रीडर सर्वे को भरने के लिए थोड़ा समय जरूर निकालें। इससे हमें आपकी प्राथमिकताओं को बेहतर ढंग से समझने में मदद मिलेगी। यहां क्लिक करें-

Image Credit: Freepik

HzLogo

HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!

GET APP