ईद की रौनक और खुशियां सेवई की मिठास के बाद अधूरी मानी जाती है। यही वजह है कि ईद उल फितर (Eid Ul Fitr) को मीठी ईद के नाम से भी जाना जाता है। देखा जाए तो ईद के मौके पर बनने वाली सेवई की खीर सिर्फ एक पकवान भर नहीं है, बल्कि यह दोस्तों और परिजनों के साथ प्यार और मोहब्बत बांटने का जरिया भी बन जाता है।
गौरतलब है कि हर त्यौहार और खास रस्मों पर बनने वाले पकवानों का अपना महत्व होता है। ऐसे ही सेवई का भी अपना महत्व है, वहीं सेहत के लिहाज से देखें तो सेवई काफी फायदेमंद होती है। ईद (Eid 2024) के खास मौके पर हम आपको इस आर्टिकल में सेवई के सेवन से होने वाले फायदे के बारे में बताने जा रहे हैं। बता दें कि हमने इस बारे में न्यूट्रिशनिस्ट गुंजन सचदेवा से बात की है और उनसे मिली जानकारी यहां आपके साथ शेयर कर रहे हैं।
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सेहत के लिए कितनी लाभकारी है सेवई ?
न्यूट्रिशनिस्ट गुंजन सचदेवा बताती हैं कि आटे और सूजी से बनी सेवई में फाइबर के साथ ही प्रोटीन, कई जरूरी विटामिन और खनिज तत्व पाए जाते हैं। ऐसे में इसका सेवन सेहत के लिए लाभकारी हो सकता है। ध्यान रहे कि मैदे से बनी सेवई पेट के लिए हानिकारक हो सकती है। इसलिए अगर सेहत लाभ के लिए सेवई खा रहे हैं तो बेहतर होगा कि मैदे से बनी सेवई का प्रयोग न करें।
कुल मिलाकर देखा जाए तो सेवई का सेवन सेहत के लिए लाभकारी है। हालांकि यह काफी कुछ इसे बनाने की विधि पर भी निर्भर करता है। जैसे कि इसमें आप जिस तरह की सामग्री का प्रयोग कर रहे हैं, वो इसकी पौष्टिकता को बढ़ाने या घटाने में अहम भूमिका निभा सकता है।
बात अगर ईद के खास मौके पर बनने वाली सेवई की करें तो ईद पर दो तरह की सेवई बनती है। पहली शीर खुरमा और दूसरी किमामी सेवई। इसमें शीर खुरमा, दूध और सूखे मेवे के साथ बनाई जाती है। जबकि किमामी सेवई चाशनी और सूखे मेवे के साथ पकाई जाती है। चलिए अब इन दोनों के सेवन से होने वाले फायदों के बारे में जरा विस्तार से जान लेते हैं।
शारीरिक ताकत में वृद्धि
शीर खुरमा आमतौर पर सेवई के साथ दूध, घी,खजूर और सूखे मेवे के प्रयोग से बनाई जाती है। ऐसे में यह सभी चीजें सेवई की पौष्टिकता को भी बढ़ा देते हैं। खासतौर पर दूध, घी और खजूर के सेवन से शरीर की ताकत बढ़ती है।
एनीमिया में लाभकारी
शीर खुरमा में प्रयोग किए जाने वाला खजूर आयरन और कॉपर से भरपूर होता है। ऐसे में इसका सेवन एनीमिया और खून की कमी को दूर करने में सहायक साबित होता है।
शरीर को मिलती है ऊर्जा
सूखे मेवे शीर खुरमा और किमामी सेवई दोनों में ही प्रयोग किए जाते हैं और इनके चलते दोनों की पौष्टिकता में वृद्धि होती है। बता दें कि सूखे मेवे शरीर को आवश्यक ऊर्जा प्रदान करने के साथ ही ब्लड प्रेशर, गठिया, वात रोग और हृदय संबंधी समस्याओं से बचाव करते हैं।
पाचन के लिए लाभकारी
फाइबर से भरपूर सेवई जहां पाचन के लिए सहायक होती है, वहीं दूध के साथ बनी मीठी सेवई पाचन के लिए खासतौर पर लाभकारी हो सकती है। वहीं कृत्रिम शुगर की जगह इसमें खजूर का प्रयोग इसे पाचन के लिए अनुकूल और फायदेमंद बनाता है।
वजन कम करने में सहायक
सेवई और खजूर में पाए जाने वाले फाइबर वजन को कम करने में जहां सीधे तौर पर सहायक होते हैं। वहीं सेवई के सेवन से अतिरिक्त भूख की इच्छा कम होती है और इससे वजन को नियंत्रित रखने में मदद मिलती है।
मूड को बेहतर बनाने में सहायक
मीठी सेवई का सेवन आपके मूड को बनाने में भी सहायक हो सकता है। असल में मीठा खाने से शरीर सेरोटोनिन और दूसरे हैप्पी हार्मोन का स्तर बढ़ता है। ऐसे में आपके मन को खुशी का एहसास होता है और काफी हद तक इससे तनाव से भी मुक्ति मिल सकती है।
जाहिर है कि सेवई का सेवन सेहत के लिए काफी हद तक लाभकारी होता है, इसलिए इस ईद आप भी सेवई का पूरा लुत्फ उठाएं। सेवई की मिठास के साथ ही दोस्तों और परिजनों संग खुशियां और प्यार बांटे। उम्मीद करते हैं कि सेहत से जुड़ी यह जानकारी आपके लिए उपयोगी साबित होगी। अगर यह जानकारी आपको अच्छी लगी हो तो इसे अपने दोस्तों और परिचितों के साथ शेयर करना न भूलें।
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