प्राचीन काल से ही जब भी खाना बनाने और खाने की बात आती है सेहत को ध्यान में रखना जरूरी होता है। मुख्य रूप से खाना पकाते समय इसे पकाने वाले बर्तनों को भी अच्छी तरह से जांच परख कर ही खाना बनाया जाता है, जिससे शरीर में किसी तरह का कोई डाइड इफ़ेक्ट न हो। ऐसे कई बर्तन हैं जिनमें पके हुए खाने का सेहत पर बुरा असर हो सकता है जैसे नॉन स्टिक बर्तन और एल्युमीनियम के बर्तन।
वहीं एक्सपर्ट बताते हैं कि कुछ धातुओं से बने बर्तनों में पका हुआ खाना आपकी सेहत के लिए फायदेमंद भी हो सकता है क्योंकि इन बर्तनों में मौजूद पोषक तत्व पके हुए खाने के साथ सीधे शरीर में प्रवेश करते हैं, जो शरीर को सेहतमंद बनाते हैं। ऐसी ही धातुओं में से एक है पीतल के बर्तन। जी हां, पीतल के बर्तनों में पकाया हुआ खाना आपकी सेहत को कई तरह से लाभ पहुंचा सकता है। आइए फैट टू स्लिम ग्रुप की सेलिब्रिटी इंटरनेशनल डाइटीशियन और न्यूट्रिशनिष्ट शिखा ए शर्मा से जानें पीतल के बर्तनों में पके हुए खाने को अपनी डाइट में शामिल करने के फायदों के बारे में।
ब्लड काउंट को बढ़ाता है
पुराने समय से पीतल के बर्तनों में खाना पकाने का चलन रहा है। पहले के समय में लोग पीतल के भारी बर्तनों में खाना पकाते और खाते से जिसका सीधा संबंध उनकी सेहत से जुड़ा होता था। ऐसे बर्तनों में बना हुआ खाना कई पोषक तत्वों से युक्त होता है जो शरीर को ऊर्जा प्रदान करने में मदद करता है। पीतल के बर्तनों में पके हुए खाने में ज्यादा मात्रा में जिंक मौजूद होता है शरीर में ब्लड काउंट को बढ़ाने में मदद करता है। इसके अलावा इन बर्तनों में बना खाना ब्लड को प्यूरीफाई करने में भी मदद करता है।
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खाना स्वाद से भरपूर होता है
जब हम पीतल के बर्तनों में खाना पकाते हैं तब इससे नेचुरल ऑयल निकलता है। इसकी वजह से खाना प्राकृतिक रूप से स्वाद से भरपूर हो जाता है। इन बर्तनों में पका हुआ खाना स्वाद के साथ हमारी सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद हो जाता है क्योंकि इसके सभी तत्व उस खाने के साथ शरीर में प्रवेश करते हैं।
शरीर की इम्युनिटी को स्ट्रांग बनाता है
यदि आप पीतल के गिलास में रात भर पानी भरकर रखें और उसे सुबह खाली पेट पिएं तो ये आपके शरीर के इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है। इस पानी का सेवन करने से कई बीमारियों से लड़ने में मदद मिलती है। इसी तरह जब पीतल के बर्तनों में पका हुआ खाना खाया जाता है तब भी ये शरीर के प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत बनाने में मदद करता है।
श्वसन तंत्र को मजबूत बनाए
जब आप पीतल के बर्तनों में बना हुआ खाना खाती हैं तब ये आपके श्वसन तंत्र को भी सुचारु रखने में मदद करता है। इस तरह के भोजन से सांस की बीमारियों में भी थोड़ी राहत मिलती है और ये भोजन शरीर के लिए लाभदायक होता है।
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त्वचा के लिए लाभदायक
एक्सपर्ट बताते हैं कि पीतल के बर्तनों में खाना पकाने और खाने से इनसे निकलने वाले मिलेनियम तत्व त्वचा को ग्लोइंग बनाने में मदद करते हैं। इससे त्वचा की खूबसूरत बढ़ाने में मदद मिलती है। लेकिन आपको हमेशा ध्यान में रखना चाहिए कि अच्छी क्वालिटी के पीतल के बर्तनों में ही खाना पकाएं और खाएं जिससे इसके कोई साइड इफ़ेक्ट न हों।
इन बातों का रखें ध्यान
- डाइट एक्सपर्ट शिखा ए शर्मा बताती हैं कि यदि आप पीतल के बर्तनों में खाना बनाती हैं तो आपको कुछ बातों का ध्यान हमेशा रखना चाहिए जिससे इसके कोई साइड इफेक्ट्स न हों। इनमें से सबसे मुख्य बात है इन बर्तनों की क्वालिटी अच्छी होनी चाहिए।
- कभी भी इन बर्तनों में एसिडिक फूड्स को न पकाएं जैसे नींबू, टमाटर या फिर किसी भी ऐसे भोजन को इसमें न पकाएं जिसमें खट्टे तत्व या एसिड मौजूद हों। क्योंकि ये शरीर के लिए हानिकारक प्रभाव डाल सकते हैं।
- पीतल के बर्तन समय के साथ ऑक्सीजन से प्रक्रिया करके काले पड़ने लगते हैं। इसलिए कभी भी पीतल के ऐसे बर्तनों में खाना न पकाएं जो ऑक्सीडाइज़ हो गए हों और उनका प्रभाव कम हो गया हो।
इस प्रकार पीतल के बर्तनों में बना खाना आपकी सेहत के लिए फायदेमंद हो सकता है, लेकिन इन बर्तनों में खाना पकाने और खाने से पहले आप एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें। जिससे किसी तरह का कोई साइड इफ़ेक्ट न हो सके।
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Image Credit: freepik
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