हल्दी एक ऐसा मसाला है, जिसका इस्तेमाल हम सभी अपनी किचन में करते ही हैं। अमूमन खाना बनाते समय हल्दी का इस्तेमाल किया जाता है, ताकि सब्जी की रंगत निखर सके। जहां हल्दी खाने की अपीयरेंस को बेहतर बनाती है, वहीं इसे सेहत के लिए भी उतना ही गुणकारी माना जाता है। हल्दी में औषधीय गुण पाए जाते हैं और इसलिए चोट लगने पर लोग हल्दी का दूध पीने की सलाह देते हैं।
इतना ही नहीं, कई ऐसी स्वास्थ्य समस्याएं होती हैं, जिन्हें नेचुरली मैनेज करने में हल्दी मददगार साबित हो सकती है। मसलन, अगर किसी को डायबिटीज की शिकायत है तो उसके लिए हल्दी बहुत अधिक लाभदायक है। हल्दी की मदद से शुगर लेवल को स्पाइक होने से रोका जा सकता है। साथ ही साथ, यह ब्लड शुगर लेवल को रेग्युलेट करने में भी कारगर है। हल्दी एक नहीं, बल्कि कई तरीकों से डायबिटीज के मरीजों को फायदा पहुंचाती है। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको बता रहे हैं कि हल्दी डायबिटीज मरीजों के लिए किस तरह फायदेमंद है-
ब्लड शुगर लेवल को करे रेग्युलेट
हल्दी का सेवन डायबिटीज मरीजों के लिए इसलिए फायदेमंद माना गया है, क्योंकि यह ब्लड शुगर लेवल को रेग्युलेट करने में मददगार है। जिससे उन्हें स्पाइक्स और क्रैश का रिस्क काफी कम हो जाता है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि हल्दी में एक्टिव कंपाउंड करक्यूमिन पाया जाता है। यह पैनक्रियाज में इंसुलिन- उत्पादक कोशिकाओं के कार्य को बेहतर बनाने में मददगार साबित होता है। करक्यूमिन टिश्यूज द्वारा ग्लूकोज के अवशोषण को बढ़ा सकता है, जिससे डायबिटीज के मरीजों में ओवरऑल ब्लड शुगर लेवल कम हो सकता है।
इंसुलिन रेसिस्टेंस को करे कम
हल्दी इंसुलिन रेसिस्टेंस को कम करने में भी सहायक है, क्योंकि इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रोपर्टीज पाई जाती है। इंफ्लेमेशन टाइप 2 डायबिटीज में इंसुलिन रेसिस्टेंस के विकास में योगदान कर सकती है। इस तरह जब बॉडी में इंफ्लेमेशन कम होती है तो इससे इंसुलिन सेंसेटिविटी बेहतर होती है। जिसकी वजह से डायबिटीज के मरीजों को काफी फायदा मिलता है।
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हार्ट हेल्थ को बनाए बेहतर
जिन लोगों को डायबिटीज की शिकायत होती है, उन्हें हृदय संबंधी बीमारियों का अधिक खतरा होता है। ऐसे में उन्हें हल्दी का सेवन जरूर करना चाहिए। हल्दी कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने के साथ-साथ ब्लड प्रेशर को रेग्युलेट करने और रक्त के थक्कों के गठन को रोकने में मदद कर सकती है। इतना ही नहीं, हल्दी में पाए जाने वाले करक्यूमिन की एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रोपर्टीज भी हार्ट हेल्थ को बेहतर बनाती है। जिससे डायबिटीज मरीज अधिक हेल्दी लाइफ जी पाते हैं।
लॉन्ग टर्म कॉम्पलीकेशन से बचाए
जिन लोगों को डायबिटीज की शिकायत रहती है, उन्हें लगातार ब्लड शुगर लेवल में उतार-चढ़ाव की वजह से कई तरह की लॉन्ग टर्म कॉम्पलीकेशन की शिकायत हो सकती है। ऐसे लोगों को न्यूरोपैथी, नेफ्रोपैथी और रेटिनोपैथी जैसी कॉम्पलीकेशन होने का खतरा अधिक रहता है। लेकिन हल्दी के सेवन से इससे काफी हद तक बचाव हो जाता है।
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दरअसल, करक्यूमिन में शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो शरीर को ऑक्सीडेटिव तनाव से बचाते हैं। जिसकी वजह से लॉन्ग टर्म कॉम्पलीकेशन का रिस्क काफी हद तक कम हो जाता है।
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