हेल्थ को लेकर आजकल महिलाएं बहुत ज्यादा सजग हो गई हैं। बढ़ते वजन को कंट्रोल में करने के लिए सही डाइट और एक्सरसाइज के साथ-साथ एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर ग्रीन टी का सेवन भी करती हैं। जी हां ग्रीन टी का सेवन महिलाएं वजन कम करने और खुद को हेल्दी रखने के लिए करती हैं। लेकिन वह दिन भर में बहुत सारे कप ग्रीन टी के पी जाती हैं। लेकिन शायद वह यह नहीं जानती हैं कि जरूरत से ज्यादा ग्रीन टी पीना आपकी हेल्थ के लिए नुकसानदायक हो सकता है। अगर आप भी दिन में कई बार ग्रीन टी पीती हैं तो सावधान हो जाएं।
पानी के बाद, चाय दुनिया में सबसे ज्यादा पी जाने वाली ड्रिंक है। हालांकि अधिकांश चाय लवर काली चाय पीना पसंद करते हैं, लेकिन बढ़ते वजन को कम करने के लिए कुछ महिलाएं ग्रीन टी पीना भी पसंद करती हैं। ग्रीन टी अनॉक्सिडाइज्ड पत्तियों से बनाई जाती है और अन्य प्रकार की चायों की तरह संसाधित नहीं होती है। इसलिए ग्रीन टी में सबसे अधिक एंटी-ऑक्सीडेंट और फायदेमंद पॉलीफेनोल पाया जाते हैं। एक ड्रिंक के अलावा, ग्रीन टी ट्रेडिशनल चाइनीज और भारतीय चिकित्सा में एक महत्वपूर्ण घटक के रूप में भी काम करती है। हाल के अध्ययनों से पता चला है कि ग्रीन टी वजन घटाने से लेकर लिवर डिस्ऑर्डर, टाइप 2 डायबिटीज और अल्जाइमर रोग तक सभी पर पॉजिटीव प्रभाव डालती है। लेकिन ग्रीन टी का सबसे ज्यादा इस्तेमाल वेट लॉस के लिए किया जाता है।
इसे जरूर पढ़ें: सावधान! कहीं आप भी सुबह उठते ही green tea पीने की शौकीन तो नहीं?

कैफीन सेंसिटीविटी
ग्रीन टी उन लोगों के लिए बिल्कुल भी अच्छी नहीं है जो कैफीन के प्रति हाइपरसेंसिटिव है। हालांकि कैफीन की मात्रा में ग्रीट टी अन्य टी के अपेक्षाकृत कम होती है लेकिन फिर भी इसे ज्यादा पीने से अनिद्रा, चिड़चिड़ापन, चिंता, मितली और पेट खराब होने जैसी कई हेल्थ प्रॉब्लम्स हो सकती है। अगर आपको इनमें से कोई भी प्रॉब्लम महसूस हो तो दिनभर में केवल 1 कप ग्रीन टी ही लें।
दवा पर पड़ता है असर
अगर आप किसी भी तरह की दवाएं ले रही है तो भी आपको ग्रीन टी पीते समय सावधानी बरतनी होगी। विशेषरूप से ब्लड थिनर (थक्कारोधी दवाएं) लेने वालों को 'विटामिन-के' की मौजूदगी के कारण सावधानी से ग्रीन टी पीनी चाहिए। साथ ही ग्रीन टी और एस्पिरिन को मिक्स न करें, क्योंकि इससे प्लेटलेट्स की क्लॉटिंग प्रभावशीलता कम हो सकती है। इसके अलावा अगर उत्तेजक दवाओं के साथ ग्रीन टी को लिया जाता है, तो यह ब्लड प्रेशर और हार्ट रेट को बढ़ा सकती है।
एसिड रिफ्लक्स
ग्रीन टी का सेवन कभी भी खाली पेट ना करें क्योंकि इससे पेप्टिक अल्सर और एसिड रिफ्लक्स जैसी समस्याएं हो सकती है। चूंकि चाय गैस्ट्रिक एसिड को उत्तेजित करता है, इसलिए आप भोजन के बाद या भोजन के बीच में कभी-कभार ग्रीन टी का मजा ले सकती हैं। आप कुछ दूध या चीनी डालकर अपनी ग्रीन टी की शक्ति को कम कर सकती हैं!
इसे जरूर पढ़ें: हेल्थ बेनिफिट्स ही नहीं खूबसूरती पाने में भी ग्रीन टी का जवाब नहीं
किडनी में परेशानी
ग्रीन टी में पॉलीफेनॉल्स हार्ट डिजीज और कैंसर को रोकने के लिए जाना जाता है। लेकिन पॉलीफेनोल्स में मौजूद टॉक्सिन पर किए गए अध्ययन की समीक्षा से पता चला है कि अगर ज्यादा मात्रा में ग्रीन टी का सेवन किया जाए तो इसमें मौजूद यही पॉलीफेनॉल्स लिवर और किडनी की क्षति का कारण बन सकता हैं! इसलिए दिन में दो कप से ज्यादा ग्रीन टी का सेवन नहीं करना चाहिए।
लेकिन हां संतुलित मात्रा में ग्रीन टी पीने के कई फायदे हैं। लेकिन वेट लॉस के लिए बहुत सारे ग्रीन टी के कप पीने से पहले आपको कई बार सोचना चाहिए।
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों