Leh Ladakh Tourist Places: भारत के सबसे खूबसूरत केंद्र शासित प्रदेश की बात होती है, तो लेह लद्दाख का नाम जरूर शामिल रहता है। यह खूबसूरत प्रान्त काराकोरम रेंज में सियाचिन ग्लेशियर से लेकर दक्षिण में महान हिमालय तक फैला हुआ है।
लेह लद्दाख में ऐसी कई अद्भुत और अनोखी जगहें मौजूद हैं, जहां घूमना लगभग हर पर्यटक का सपना होता है। लद्दाख का लेह जिला अपने आकर्षक मठों और खूबसूरत पर्यटन स्थलों के लिए पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। इसलिए यहां कई विदेशी पर्यटक भी घूमने के लिए पहुंचते रहते हैं।
इस आर्टिकल में हम आपको लेह जिले स्थित एक ऐसी गांव की खूबसूरती के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे 'चांद पर घूमने का मजा' जैसी शब्द से संबोधन किया जाता है।
लेह के किस गांव को धरती का चांद कहते हैं? (Moonland in Leh Ladakh)
लेह जिले में ऐसी कई अद्भुत और अनोखी जगहें मौजूद हैं, जिसकी खूबसूरती देखने हर दिन हजारों देशी और विदेशी पर्यटक पहुंचते हैं। लेह जिले में ही मौजूद लामायुरु एक ऐसा गांव है, जिसे धरती का चांद कहा जाता है।
जी हां, लेह से करीब 120 किमी की दूरी पर मौजूद लामायुरु गांव एकदम चांद जैसा है। इसकी खूबसूरती इस कदर प्रचलित है कि यहां हर महीने में हजारों पर्यटक घूमने पहुंचते हैं। यह गांव एडवेंचर प्रेमियों के बीच भी काफी लोकप्रिय है।
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लामायुरु की खासियत (Why lamayuru village is so famous)
लामायुरु की खासियत जानने के बाद आप भी यहां घूमने पर मजबूर हो जाएंगे। इस गांव की खूबसूरती इस कदर प्रचलित है कि से लद्दाख के के साथ-साथ भारत का भी मूनलैंड कहा जाता है। कई लोगों का मानना है कि इस गांव की ज्योग्राफी भी चंद्रमा जैसी ही है।(लद्दाख में जहां नहीं जा सकते थे विदेशी पर्यटक)
लामायुरु गांव के बारे कई लोगों का कहना है कि यहां न तो पेड़-पौधे हैं और न ही हवा का दबाव और यह स्थिति बिल्कुल चांद जैसा लगता है। इसलिए इस गांव को मूनलैंड कहा जाता है।
टिमटिमाते तारों का दिलकश नजारा (Moonland of ladakh)
लामायुरु जिस तरह अपनी खूबसूरती के लिए प्रसिद्ध है, ठीक उसी तरह कई अद्भुत दृश्यों के लिए भी फेमस है। रात के समय जब आकाश में तारे टिमटिमाने लगते हैं, तो ऐसा लगता है जैसे तारे जमीन पर हैं।
टिमटिमाते तारों का दिलकश नजारा देखने के लिए लामायुरु में हर दिन हजारों पर्यटक पहुंचते हैं। कई लोगों का मानना है कि यहां इस गांव में दिन में कम और रात में आकाशीय नजारा देखने के लिए अधिक पर्यटक पहुंचते हैं। इस गांव को लेकर यह भी कहा जाता है पूर्णिमा की रात को यहां की जमीन चांद की तरह चमकने लगती है।
बर्फबारी में चरम पर होती है खूबसूरती (Moonland of india)
लामायुरु किसी भी मौसम में घूमने के लिए पहुंचत सकते हैं, लेकिन यहां घूमने का सबसे बेस्ट समय सर्दियों का मौसम माना जाता है। गर्मियों के मौसम में आपको हर तरफ सूखे पहाड़ ही दिखाई देंगे।
सर्दियों के मौसम में जब बर्फबारी होती है, तो बर्फ से ढके पहाड़ चांदनी रात में और भी हसीन लगाने लगती है। बर्फबारी में यहां आप स्काइकिंग ट्रैकिंग का भी लुत्फ उठा सकते हैं।
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लामायुरू मोनेस्ट्री देखना न भूलें (Lamayuru village monastery)
अगर आप लामायुरू गांव घूमने के लिए जा रहे हैं, तो फिर आप लामायुरू मोनेस्ट्री घूमना न भूलें। लामायुरू मोनेस्ट्री सिर्फ लामायुरू गांव का ही नहीं, बल्कि पूरे लेह लद्दाख का सबसे प्राचीन मठ माना जाता है।
लामायुरू मोनेस्ट्री के बारे में कहा जाता है कि इस मोनेस्ट्री को 11वीं शताब्दी में महासिद्धाचार्य नारोपा ने खोजा था। यह पवित्र मठ पांच मंजिला है, जिसका निर्माण पहाड़ी का किया गया है। इस मोनेस्ट्री से आसपास का अद्भुत नजारा भी देख सकते हैं।
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