केले लोकप्रिय फलों में से एक हैं। यह अपनी न्यूट्रिशनल वैल्यू के लिए जाने जाते हैं और इसलिए इन्हें अलग-अलग तरह से खाया जाता है। हालांकि, केले का स्वाद बहुत ज्यादा पकने पर पसंद नहीं आता है। वहीं, केले की एक सामान्य विशेषता यह है कि पकने पर उनका रंग भूरा और गूदेदार हो जाता है।
केले के ज्यादा पकने की यह एक आम प्रक्रिया है और यह कई मायनों में उन्हें अधिक स्वादिष्ट और फायदेमंद बनाती है। मगर क्या इस तरह के भूरे हुए केले को खाया जा सकता है? आइए जानें कि केले भूरे और गूदेदार क्यों हो जाते हैं और क्या उनका आनंद ले सकते हैं।
केले के पकने के पीछे का कारण-
केले कई अन्य फलों की तरह, एथिलीन नामक एक प्राकृतिक पकने की प्रक्रिया से गुजरते हैं। एथिलीन एक रंगहीन, गंधहीन गैस है जो सिग्नलिंग अणु के रूप में कार्य करती है, जो फलों में पकने की प्रक्रिया को ट्रिगर करती है। जब केले को पहली बार काटा जाता है, तो यह आमतौर पर हरा और फर्म होता है, जिसमें स्टार्च जैसा स्वाद होता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि फल में स्टार्च की मात्रा अधिक होती है, जो इसे फर्मनेस देता है। जैसे-जैसे केला पकता है, यह अधिक एथिलीन का उत्पादन करता है, जो स्टार्च को शर्करा में तोड़ने में तेजी लाता है। यह प्रक्रिया केले को नरम, मीठा और अधिक सुगंधित बनाती है।
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केले भूरे क्यों हो जाते हैं?
केले का भूरा होना पकने की प्रक्रिया से बहुत हद तक जुड़ा हुआ है। जैसे-जैसे केला पकता है, छिलके का हरा क्लोरोफिल टूट जाता है और पीले रंग केकैरोटेनॉयड अधिक दिखाई देने लगते हैं। हालांकि, एथिलीन का उत्पादन जारी रहता है, जो पकने के अगले चरण की ओर ले जाता है, जहां केला पीले से भूरा होने लगता है।
भूरापन मुख्य रूप से केले के छिलके और गूदे में फेनोलिक कंपाउड्स के ऑक्सीकरण के कारण होता है। जब छिलका डैमेज हो जाता है या केला बहुत अधिक पक जाता है, तो इसके सेल्स टूटते हैं और ये यौगिक हवा में ऑक्सीजन के साथ प्रतिक्रिया करते हैं। इससे मेलेनिन बनता है, जो केले को भूरा रंग देता है। यह प्रक्रिया वैसी ही है जैसे सेब को काटकर हवा के संपर्क में लाने पर वह भूरा हो जाता है।
केले क्यों गूदेदार हो जाते हैं?
केला पकता है, तो उनका रंग भी बदल जाता है। इससे उनकी बनावट में काफी फर्क आता है। उनकी बनावट नरम हो जाती है। यह नरमपन इसलिए होता है क्योंकि केले के गूदे की सेल वॉल टूट जाती है, यह प्रक्रिया पकने के दौरान एक्टिव एंजाइम्स द्वारा एक्टिवेट होती है। केले में मौजूद स्टार्च ग्लूकोज और फ्रुक्टोज जैसी सिंपल शुगर में परिवर्तित हो जाता है, जो पानी में अधिक घुलनशील होते हैं। इससे केले के गूदे में पानी की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे यह नरम हो जाता है।
क्या हम भूरे और गूदे वाले केले को खा सकते हैं?
अगर केले में से बदबू आने लगी तो जाहिर है वह खराब हो गया है। हालांकि, पका हुआ केला खाया जा सकता है। अगर केला भूरा हो गया है, तो भी उसे खाना सुरक्षित है। इस तरह के केले को खाने के कई फायदे हैं-
1. बढ़ी हुई मिठास
केले में ज्यादा पकने के कारण मिठास बढ़ जाती है, जिससे वे बहुत मीठे हो जाते हैं। स्टार्च से चीनी में ट्रांजिशन का मतलब है कि केला जितना भूरा होगा, उतना ही मीठा होगा। यह प्राकृतिक मिठास पके केले को बेकिंग, स्मूदी और डेसर्ट के लिए एकदम सही बनाती है, जहां उनकी मिठास ही काफी होती है।
2. न्यूट्रिशनल वैल्यू बढ़ जाती है
केले पकने के हर फेज में पौष्टिक होते हैं, ज्यादा पके केले कुछ अलग फायदा देते हैं। इनमें एंटीऑक्सीडेंट ज्यादा होते हैं, जो ऑक्सीडेटिव तनाव से निपटने और स्वास्थ्य को सुधारने के लिए अच्छा है। बढ़ी हुई चीनी ऊर्जा का एक इंस्टेंट स्रोत प्रदान करती है, जिससे पके केले वर्कआउट करने से पहले या बाद में एक बढ़िया नाश्ता बन जाते हैं।
4. अलग-अलग तरह से खाया जा सकता है
भूरे और मुलायम केले कई रूप से खाए जा सकते हैं। इन्हें केले की ब्रेड, मफिन, पैनकेक और स्मूदी सहित कई तरह की रेसिपी में इस्तेमाल किया जा सकता है। उनकी नरम बनावट उन्हें मैश करने और बैटर में मिलाने में आसान बनाती है, जबकि उनकी मिठास अतिरिक्त चीनी की जरूरत को कम करती है।
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अधिक पके केले का उपयोग कैसे करें-
यदि केले भूरे और गूदेदार हो गए हैं, तो उन्हें फेंकने के बजाय कुकिंग में उनका उपयोग करें-
- क्या आपने बनाना ब्रेड खाई है? क्या आपको पता है कि आप केले से घर पर बनाना ब्रेड बना सकते हैं। इसे चाय के साथ खा सकते हैं। नाश्ते में जैम या बटर के साथ इसका आनंद ले सकते हैं।
- केले को अन्य फलों, दही और थोड़े से शहद के साथ मिलाकर एक प्राकृतिक रूप से मीठी और मलाईदार स्मूदी बनाएं। यह आपके लिए सुबह का बढ़िया नाश्ता होगा। शाम को भूख लगने पर भी इसका सेवन कर सकते हैं।
- केले को मैश करें और उन्हें अपने पैनकेक या वॉफल बैटर में मिलाएं। इससे न सिर्फ अच्छी डिश बनेगी, बल्कि स्वाद भी बढ़ेगा।
अगर आप भी पके हुए केले को फेंक देते हैं, तो इस आर्टिकल को पढ़कर उसे उपयोग करने के बारे में सोचें। ध्यान रखें कि पके और भूरे केले खाना एकदम सुरक्षित है।
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Image Credit: Freepik
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