किचन में इस्तेमाल होने वाले मसाले खाने में स्वाद का तड़का लगाते हैं। वहीं, ये मसाले हमारी सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद होते हैं। आपने मुख्य रूप से काली मिर्च, हल्दी और लौंग का इस्तेमाल कई बीमारियों के लिए किया होगा, लेकिन किचन के और भी मसाले हैं जो सेहत को लाभ पहुंचाते हैं।
ऐसे ही मसालों में से एक है जावित्री। देखने में मुड़ी हुई छोटी लकड़ी की तरह दिखने वाली ये जावित्री हमारी सेहत को कई तरह से लाभ पहुंचाती है। इसका इस्तेमाल शाही चीज बनाने के लिए किया जाता है।
मगर कई लोगों को इसकी जानकारी नहीं होती और उन्हें समझ नहीं आता की जावित्री का इस्तेमाल कैसे करना है। तो आइए इस लेख में जायफल के बारे में विस्तार से जानते हैं और समझने की कोशिश करते हैं कि आखिर यह होता क्या है।
जावित्री कैसा होता है?
जावित्री एक प्रकार का मसाला है,जो खाद्य पदार्थों में उपयोग किया जाता है। खासकर व्यंजनों में जावित्री को खुशबूदार बनाने के लिए डाला जाता है। यह मसाला अक्सर दालचीनी के साथ मिलाकर इस्तेमाल किया जाता है।
जावित्री एक भुना हुआ अदरक और जीरा मिक्स स्वाद होता है, जो खाद्य पदार्थों में गहराई और स्वाद लाता है। इसका प्राकृतिक स्वाद और भारतीय रसोई के पकवानों में महत्वपूर्ण बनाता है। कई लोग इसका पाउडर बनाकर भी इस्तेमाल करते हैं।
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जावित्री क्या काम करती है?
जावित्री मसाले के इस्तेमाल में से एक यह भी है कि यह भोजन के प्राकृतिक स्वाद को बढ़ाता है। बिना ज्यादा तीखेपन के जावित्री खाने को एक अलग ही महक देने का काम करता है। इसे कई अन्य मसालों जैसे दालचीनी , लौंग और ऑलस्पाइस के साथ डालने से यह उन्हीं में अच्छी तरह से मिश्रित हो जाता है। आमतौर पर मीठे और नमकीन व्यंजनों में उपयोग इसका उपयोग किया जाता है।
खाना पकाने में जावित्री का उपयोग कैसे किया जाता है?
जावित्री का इस्तेमाल ज्यादातर नॉनवेज डिशेज में किया जाता है। इसे मटन बिरयानी, चिकन बिरयानी, चिकन करी, मटन कोरमा आदि में डाला जाता है। लेकिन इसका इस्तेमाल कई अन्य डिशेज जैसे वेज पुलाव, वेज बिरयानी, मीठा जर्दा और महंगे डिशेज में भी किया जाता है। हम जावित्री को कच्चे खड़े मसालों के साथ तेल में तलकर इस्तेमाल करते हैं।
क्या जायफल और जावित्री एक ही हैं?
जावित्री और जायफल दो अलग-अलग मसाले हैं, जो एक ही जायफल के पेड़ से आते हैं। जायफल अंडाकार आकार का गड्ढा होता है, जबकि जावित्री लाल जाल होता है जो गड्ढे के खोल को घेरता है। जावित्री एक पीले भूरे रंग का मसाला है, जो जायफल के बीज को ढकता है। आमतौर पर यह सूखे पत्तों या पिसे हुए रूप में उपलब्ध होता है।
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जावित्री का यह है अहम काम
अगर आपको कम भूख की वजह से कमजोरी की समस्या है, तो आपको अपने भोजन में जावित्री मसालाजरूर शामिल करना चाहिए। इसे डाइट में शामिल करने से आपकी खाने की आदतें पूरी तरह से बदलने लगेंगी और आपको भूख न लगने की समस्या से निजात मिलेगा। जावित्री के सेवन से आपको अच्छी तरह से खाने में मदद मिलेगी जिससे आप स्वस्थ महसूस करेंगे।
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