क्या है कुकिंग वाइन जो अक्सर खाने के फ्लेवर को बढ़ाने में आती है काम

कुकिंग वाइन के बारे में क्या आपको पता है? इसका इस्तेमाल कई डिशेज में किया जाता है। खाने के फ्लेवर को बढ़ाने के लिए इसका खास इस्तेमाल होता है।   
What is the purpose of cooking wine

इंडिया में भी इसका उपयोग कुछ चीजों में देखा जा सकता है। हालांकि, फिर भी अधिकतर लोगों को इसके बारे में जानकारी कम होती है और कुकिंग में कैसे उपयोग करना चाहिए वो भी पता नहीं होता। चलिए इस लेख में हम आपको कुकिंग वाइन के बारे में जरूरी जानकारी बताएं।

कुकिंग वाइन क्या है?

what exactly is cooking wine

कुकिंग वाइन एक प्रकार की वाइन है जो पीने के बजाय रसोई में उपयोग के लिए बनाई जाती है। इसमें आम तौर पर नियमित वाइन की तुलना में अधिक नमक और कम अल्कोहल होता है। नमक मिलाने से यह एक प्रिजर्वेटिव के रूप में कार्य करता है, जिससे कुकिंग वाइन को खोलने के बाद भी लंबे समय तक रखा जा सकता है। इस वाइन का उपयोग सॉस और मैरिनेड से लेकर सूप और स्ट्यू तक कई तरह के व्यंजनों में गहराई, एसिडिटी और स्वाद प्रदान करता है।

कुकिंग वाइन के प्रकार

कुकिंग वाइन कई प्रकार की होती हैं। अलग-अलग वाइन अलग कुजीन और डिशेज में उपयोग होती है। आइए आपको कुछ वाइन्स के बारे में बताएं-

रेड कुकिंग वाइन: यह वाइन लाल अंगूर से बनाई जाती है और इसका स्वाद बहुत रिच और स्ट्रॉन्ग होता है। यह बीफ स्ट्यू, टमाटर-बेस्ड सॉस और ब्रेज्ड मीट जैसे व्यंजनों में उपयोग के लिए बढ़िया है। रेड वाइन में मौजूद टैनिन मांस को नरम बनाने में मदद करते हैं और साथ ही डिश को और भी ज्यादा फ्लेवरफुल बनाते हैं।

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व्हाइट कुकिंग वाइन: सफेद अंगूर से बनी यह वाइन रेड कुकिंग वाइन के स्वाद की तुलना में हल्की होती है। यह सीफूड डिश, चिकन और क्रीमी सॉस के लिए एकदम सही है। व्हाइट कुकिंग वाइन अक्सर एक हल्की-सी एसिडिटी जोड़ती है जो डिश के स्वाद को और भी बेहतर बनाती है।

शेरी कुकिंग वाइन: शेरी एक फोर्टिफाइड वाइन है, जिसका मतलब है कि इसमें नियमित वाइन की तुलना में ज्यादा अल्कोहल होता है। शेरी कुकिंग वाइन का इस्तेमाल अक्सर सूप, स्ट्यू और सॉस में किया जाता है ताकि उसमें थोड़ा मीठा स्वाद आए।

मार्सला कुकिंग वाइन: सिसिली से आने वाली मार्सला वाइन एक और तरह की फोर्टिफाइड वाइन है। यह अपने डीप, रिच और मीठे स्वाद के लिए जानी जाती है, जो इसे चिकन मार्सला जैसे व्यंजनों या तिरामिसू जैसे रिच डेसर्ट के लिए अच्छी बनाती है।

राइस कुकिंग वाइन: एशियाई व्यंजनों में आमतौर पर इस्तेमाल की जाने वाली राइस वाइन फर्मेंट चावल से बनाई जाती है। इसका स्वाद हल्का मीठा होता है और इसका इस्तेमाल स्टर-फ्राई, मैरिनेड और सॉस में किया जाता है।

कुकिंग वाइन का उपयोग कैसे करें

how to use cooking wine

कुकिंग वाइन का उपयोग करना काफी आसान है। बस आपको पता होना चाहिए कि इसे कितनी क्वांटिटी में उपयोग करना चाहिए-

सही प्रकार की वाइन चुनें

आप जिस प्रकार की कुकिंग वाइन का उपयोग करते हैं, वह आपके व्यंजन के स्वाद के अनुरूप होनी चाहिए। उदाहरण के लिए, रेड कुकिंग वाइन रेड मीट और टोमैटो-बेस्ड व्यंजनों के साथ अच्छी लगती है। वहीं, व्हाइट कुकिंग वाइन पोल्ट्री, सीफूड और क्रीम-बेस्ड सॉस के लिए बेहतर है।

अधिक उपयोग न करें

कुकिंग वाइन का उद्देश्य आपके व्यंजन के स्वाद को बढ़ाना होता है। अगर आप इसे बहुत ज्यादा कम या ज्यादा इस्तेमाल करेंगे, तो यह व्यंजन को पूरी तरह से बदल सकता है। थोड़ी मात्रा से काम चल जाता है, इसलिए थोड़ी मात्रा डालकर स्वाद चखें। अगर आप खाने को डेप्थ देना चाहते हैं, तो इसकी क्वांटिटी बढ़ा सकते हैं।

वाइन को इवेपोरेट करें

कुकिंग वाइन का उपयोग करते समय, हार्ड और अल्कोहलिक स्वाद से बचने के लिए शराब को पकाना महत्वपूर्ण है। शराब को अपने व्यंजन में कम से कम 10-20 मिनट तक उबालें ताकि शराब इवेपोरेट हो जाए और पूरा स्वाद मिल जाए।

नमक को संतुलित करें

जैसा कि हमने आपको बताया कि कुकिंग वाइन में भी नमक होता है, इसलिए इस बात का ध्यान रखें कि आप अपने व्यंजन में कितना नमक मिलाते हैं। कुकिंग वाइन डालने से पहले नमक की मात्रा कम रखें और डिश को वाइन में मिलाकर उसका स्वाद चख लें। अगर नमक कम लगे, तो आप नमक या वाइन मिला सकते हैं।

मैरिनेड में इसका इस्तेमाल करें

cooking wine

कुकिंग वाइन मैरिनेड में बहुत बढ़िया लगती है, क्योंकि इसकी एसिडिटी मांस को नरम बनाने में मदद करती है। साथ ही, मांस में स्वाद भर देती है। इसे हर्ब्स, लहसुन और अन्य मसालों के साथ मिलाकर स्वादिष्ट मैरिनेड बनाएं जो आपके व्यंजन को और भी स्वादिष्ट बना देगा।

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कुकिंग वाइन और रेगुलर वाइन में फर्क

अब सवाल आता है कि क्या रेगुलर और कुकिंग वाइन एक ही हैं या इनमें फर्क है? कुकिंग वाइन में नमक ज्यादा होता है और अल्कोहल की मात्रा कम होती है, लेकिन कुकिंग वाइन को रेगुलर ड्रिंकिंग वाइन से बदला जा सकता है। हालांकि, आपको कुछ चेतावनियों का ध्यान रखना जरूरी है। रेगुलर वाइन में ज्यादा रिफाइन्ड स्वाद और कम नमक होता है, जो इसे उन व्यंजनों के लिए बेहतर विकल्प बनाता है जहां आप डेलिकेट स्वाद चाहते हैं।

दूसरी ओर, कुछ शेफ कुकिंग वाइन के बजाय ड्रिंकिंग वाइन का इस्तेमाल करना पसंद करते हैं, खासकर उन व्यंजनों में जहां वाइन की अहम भूमिका होती है। यह डिश के ओवरऑल स्वाद को बढ़ा सकता है।

एक बार खोलने के बाद, कुकिंग वाइन को ठंडी, अंधेरी जगह पर रखने पर यह कई महीनों तक चल सकती है। बस ध्यान रखें कि बोतल में ऑक्सीकरण को रोकने के लिए कसकर सील करें। अगर आप इसे ठीक से बंद नहीं करते हैं, तो यह स्वाद को प्रभावित कर सकता है।

हमें उम्मीद है कि अब आपको भी कुकिंग वाइन के बारे में विस्तार से जानकारी मिली होगी। वहीं, रेगुलर और कुकिंग वाइन का अंतर भी पता चला होगा।

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Image Credit: Shutterstock, shopify and times

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