इस तरह से करें शकरकंद की शुद्धता की पहचान, FSSAI ने शेयर किए टिप्स

सर्दियों में शकरकंद मिलने लगते हैं। नवरात्रि में इससे कई तरह के स्वादिष्ट डिशेज बनाए जाते हैं। मार्केट में ऐसे कई व्यापारी होते हैं, जो शकरकंद में मिलावट करके बेचते हैं।

 
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शकरकंद भारत में व्यापक रूप से मिलता है। भारत में शकरकंद की खेती अच्छे मात्रा में होती है, इससे कई तरह के स्वादिष्ट पकवान जैसे हलवा, टिक्की, मिठाई और बर्फी बनाए जाते हैं। व्रत और त्योहार के दौरान इसे और भी कई तरह के स्वीट्स और डेजर्ट्स बनाए जाते हैं। शकरकंद से मिठाई और डेजर्ट के अलावा सब्जी भी बनाए जाते हैं। ऐसे में इसका उपयोग भरपूर रूप से किया जाता है और त्योहारों के समय में ज्यादातर खाद्य पदार्थों में मिलावट की शिकायत बढ़ जाती है। मिलावटी चीजों के सेवन से गंभीर स्वास्थ्य की शिकायत होने लगती है। ऐसे में सोशल मीडिया में FSSAI भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण ने शकरकंद की शुद्धता को पहचानने के लिए टिप्स शेयर किए हैं।

सर्दियों में सड़कों में शकरकंद आसानी से मिलते रहते हैं, जिसे लोग चलते फिरते स्नैक्स के रूप में खाना पसंद करते हैं। ऐसे में लोगों को शकरकंद की शुद्धता पहचानने आनी चाहिए। यदि आपको शकरकंद की शुद्धता पहचान करने नहीं आता है, तो चलिए जानते हैं।

रंगों से करें पहचान

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अनजान लोगों के लिए फल और सब्जियों के मामले में आमतौर पर रंगों के साथ होती है। ज्यादातर लोग ऐसे ही फल खरीदते हैं, जिसका रंग गहरा और साफ हो। लोगों की यही परख और पसंद को देखते हुए व्यापारी रंग ऊपरी भाग में रंग लगाकर बेचते हैं। शकरकंद के ऊपरी परत को रंगने के लिए रोडामाइन बी का उपयोग किया जाता है। बता दें कि FSSAI के अनुसार इस रोडामाइन बी का सेवन कई स्वास्थ्य समस्याओं को बढ़ावा दे सकती है।

इस बात को ध्यान में रखते हुए शकरकंद की मिलावट को पहचान करने के लिए FSSAI के लिए इनफॉर्मेटिव वीडियो जारी किया है। इस वीडियो की मदद से आप शकरकंद में लगे रोडामाइन बी की पहचान कर सकते हैं। इस वीडियो की मदद से आप आसानी से शकरकंद में मिलावट है या नहीं इसका पहचान कर सकते हैं।

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कैसे करें शकरकंद के मिलावट का पहचान

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एक रुई के गोले को पानी या फिर तेल में डुबोएं।

अब इस कॉटन बॉल को शकरकंदके बाहरी सतह में रगड़ें।

रगड़ते वक्त यदि कॉटन बॉल साफ रहे या कोई रंग न निकले तो शकरकंद खाने लायक होता है। ऐसे शकरकंद का सेवन आप कर सकते हैं इसमें मिलावट नहीं होती है और स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक नहीं होते हैं।

बता दें कि रोडामाइन बी का इस्तेमाल कई तरह के खाद्यपदार्थ जैसे रागी या बाजरा को रंगने के लिए किया जाता है। रागी और बाजरा के अलावा और भी दूसरे खाद्य पदार्थों को रंगने (फूड कलर मेकिंग टिप्स) के लिए इसका उपयोग किया जाता है। सेहत के लिए रोडामाइन बी के सेवन को हानिकारक बताया गया है। शकरकंद या कोई भी गुलाबी रंग के खाद्य पदार्थ खरीदने जाएं तो इस तरीके से मिलावट या रंग का पहचान करें।

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Image Credit: Freepik

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