जो लोग नॉन-वेजिटेरियन होते हैं, उन्हें डाइट में विशेष रूप से मछली को शामिल करने की सलाह दी जाती है। दरअसल, अंडे व चिकन से भी ज्यादा मछली सेहत को लाभ पहुंचाती है। विटामिन बी 12 और ओमेगा-3 फैटी एसिड भी भरपूर मछली ना केवल आपकी हार्ट हेल्थ का ख्याल रखती है, बल्कि यह इम्युनिटी को बूस्ट करने से लेकर वेट लॉस में भी उतनी ही मददगार है। शायद यही कारण है कि नॉन-वेजिटेरियन लोग इसे अवश्य खाते हैं।
लेकिन फिश को खाना जितना स्वादिष्ट लगता है, इसे बनाना उतना ही कठिन होता है। खासतौर से, अगर आप इसे घर पर कुक कर रही हैं तो ऐसे में इसकी क्लीनिंग से लेकर मैरिनेशन तक आपको कई छोटी-छोटी बातों पर ध्यान देना पड़ता है। अगर आप किसी भी स्टेप्स पर चूक जाती हैं तो इससे एक लाजवाब फिश का टेस्ट आपको नहीं मिल पाता है। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको मछली बनाते समय ध्यान रखी जाने वाली कुछ जरूरी बातों के बारे में बता रहे हैं-
जब आप मछली बना रही हैं तो उसका टेस्ट मुख्य रूप से इस बात पर भी निर्भर करता है कि वह ताजी हैं या नहीं। अगर आप बासी मछली को बनाती हैं तो उसका टेस्ट अच्छा नहीं आएगा। इसलिए हमेशा फ्रेश फिश ही खरीदें। इसके लिए आप मछली को दबाकर देखें। आपको वह फर्म और चमकदार नजर आएगी। इसके अलावा, मछली की आंखें भी चेक करें। उसकी आंखें क्रिस्टल स्पष्ट होनी चाहिए और गिल्स का कलर लाल गुलाबी होना चाहिए।(अगर नहीं जानती कि कैसे खरीदें बढ़िया मछली तो ये टिप्स अपनाएं)
अगर आप पहली बार मछली बना रही हैं तो उसे कुक करने से पहले पिन बोन्स को हटाना बेहद आवश्यक होता है। पिन बोन्स वास्तव में वह छोटी बोन्स होती हैं, जिन्हें हटाना शायद आपके लिए आसान ना हो। इसलिए जब भी आप फिश खरीदें, तो ट्वीजर या नीडल नोज पिलर से उन्हें रिमूव करवा लें।
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यह एक ऐसी मिसटेक है, जो अमूमन लोग कर बैठते हैं। अगर आप मछली को बनाना चाहते हैं तो इसे बहुत अधिक लंबे समय तक मैरीनेट नहीं किया जाना चाहिए। कुछ लोग इसे मैरीनेट करके घंटों तक ऐसे ही छोड़ देते हैं। लेकिन आपको यह समझना चाहिए कि मछली का मांस कोमल होता है और अगर इसे बहुत देर तक मैरीनेट किया जाता है तो इससे आपकी डिश का स्वाद खराब हो सकता है। हालांकि, मछली को कितनी देर तक मैरीनेट करना है, यह फिश टाइप पर निर्भर करता है। मसलन, स्वोर्डफ़िश जैसी मछली को अधिकतम 2 घंटे के लिए मैरीनेट किया जा सकता है, तो ट्राउट मछली को 30 मिनट से अधिक समय तक मैरीनेट नहीं किया जाना चाहिए।(फिश करी बनाने के 8 तरीके)
फिश की मदद से कई अलग-अलग तरह की डिश तैयार की जाती हैं। जिसके लिए मछली की अलग-अलग तरह से प्रिपेरेशन करनी होती है। लेकिन अगर आप मछली को तवे पर पका रही हैं तो यह अवश्य सुनिश्चित करें कि आप मछली को तलने से पहले वह अच्छी तरह से सूखी हुई हो। इसके लिए आप उसे कुक करने से पहले एक पेपर टॉवल पर अच्छी तरह से सुखा लें।
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मछली को सही तहर से कुक करने और उसकी शेप को बनाए रखने के लिए यह आवश्यक है कि आप सही बर्तनों का इस्तेमाल करें। मार्केट में फिश को कुक करने के लिए अलग से स्पैटुला मिलते हैं और उन्हें यूज करना अधिक बेहतर माना जाता है। दरअसल, एक बार जब मछली को पैन में डाल दिया जाता है तो वह और भी अधिक नरम हो जाती है। ऐसे में अगर उसे फ़्लिप करने के लिए एक रेग्युलर स्पैटुला का इस्तेमाल किया जाए तो वह फट सकती है। इसलिए, फिश स्पैटुला में इनवेस्ट करें। यह बहुत पतले और फ्लेक्सिबल होते हैं।(मछली की बदबू को बर्तन से कुछ इस तरह आसानी से हटाएं)
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