भारत में बहने वाली प्रमुख नदियों की कहानी सिर्फ किसी एक जिले, शहर या राज्य में नहीं बल्कि दुनिया भर में प्रसिद्ध हैं। जिस तरह से भारत में गंगा, यमुना, नर्मदा, कावेरी, कृष्णा और गोदावरी नदियां फेमस हैं ठीक उसी तरह गुजरात में बहने वाली प्रमुख नदी साबरमती भी फेमस है। लेकिन कई लोग इस नदी का सिर्फ नाम ही जानते हैं। यह बहुत लोग ही जानते हैं कि साबरमती नदी कहां से निकलती है? किसी-किस राज्य में बहती है? साबरमती की सहायक नदी कौन-कौन ही है? ऐसे में इस लेख में हम आपको साबरमती नदी उद्गम स्थल और इससे जुड़े रोचक कुछ तथ्यों के बारे में बताने जा रहे हैं। आइए जानते हैं।
साबरमती नदी भारत की एक प्राचीन नदी है। इस नदी के उद्गम स्थल के बारे में कहा जाता है कि यह उदयपुर जिले के अरावली पर्वतमाला से निकलती है और फिर राजस्थान होते हुए गुजरात पहुंचती है। गुजरात के दक्षिण-पश्चिम की ओर बहते हुए सफ़र तय करती है और अंत में अरब सागर की खंभात की खाड़ी में जाकर मिल जाती है। आपको बता दें कि गुजरात की यह प्रमुख नदी है जिसे सिंचाई और बिजली उत्पादन में इस्तेमाल किया जाता है।
इसे भी पढ़ें:रेड रिवर नाम से मशहूर इस नदी का क्या है रहस्य, आप भी जानें
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि साबरमती नदी को प्राचीन काल में वाकल नदी के नाम से जाना जाता था। आज भी इसे कई लोग वाकल नदी के नाम से ही जानते हैं। इसे भोगवा नाम से भी जाना जाता है। अगर बात करें साबरमती नदी की सहायक नदी कौन ही है तो आपको बता दें कि हरवन नदी, हथमती नदी, वटराक नदी और मधुमती नदी हैं। अगर बात करें साबरमती की लम्बाई लगभग 371 किलोमीटर है।(महानंदा नदी)
साबरमती नदी का पौराणिक कथा बेहद ही दिलचस्प है। पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान शिव ने एक बार देवी गंगा नदी को गुजरात लेकर आए थे और इससे ही साबरमती नदी का जन्म हुआ।
एक अन्य कहानी है कि उस समय के सुल्तान अहमद शाह साबरमती तट पर आराम कर रहे थे और तभी उन्होंने देखा कि एक खरगोश को कुत्ता पीछा कर रहा है। खरगोश के इस साहस को देखकर उन्होंने अहमदाबाद की स्थापना करी थी। आपको बता दें कि महात्मा गांधी ने इसी नदी के तट पर साबरमती आश्रम की स्थापना कर उसे अपने घर के रूप में प्रयोग किया था।(कोसी नदी)
इसे भी पढ़ें:स्पीति वैली हुई पुरानी, अब यह वैली बनी सैलानियों की पहली पसंद
साबरमती नदी कई बांध के लिए भी जानी जाती है। कहा जाता है कि साबरमती और उसकी सहायक नदियों पर कई बांध हैं। जैसे- धरोई बांध, हाथमती बांध, हरनव बांध, गुहाई बांध और मेशवो जलाशय।आपको बता दें कि साबरमती रिवर में आप साबरमती रिवरफ्रंट का लुत्फ़ उठा सकते हैं।
अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे लाइक, शेयर और कमेंट्स ज़रूर करें। इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।
Image Credit:(@sutterstocks,wikimedia.org)
यह विडियो भी देखें
Herzindagi video
हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, [email protected] पर हमसे संपर्क करें।