महाकुंभ 2025 सिर्फ आध्यात्मिक एक्सपीरियंस और पवित्र स्नानों के लिए ही नहीं, बल्कि यहां के पारंपरिक व्यंजनों के लिए भी जाना जाएगा। भारतीय खाने की विविधता और समृद्धि का हर कोना यहां नजर आता है। अगर आप शाकाहारी खाने के शौकीन हैं, तो कुंभ मेले में मिलने वाले अनोखे और स्वादिष्ट व्यंजन आपकी ट्रिप को और खास बना देंगे।
यहां का हर व्यंजन भारतीय परंपरा और संस्कृति का स्वाद समेटे हुए है। अगर आप भी खाने के शौकीन हैं और मेले का लुत्फ उठाना चाहते हैं, तो इस जगह को जरूर एक्सप्लोर करें। यहां पर आपको सब कुछमिलेगा, तो आइए इस लेख में जानते हैं कुछ ऐसे शाकाहारी व्यंजनों के बारे में, जिन्हें आपको जरूर चखना चाहिए।
सब्जी पूरी करें ट्राई
कुंभ मेले का सबसे लोकप्रिय शाकाहारी व्यंजन है पूरी-सब्जी। यह खासतौर पर कुंभ के दौरान श्रद्धालुओं और पर्यटकों के बीच आम है। पूरी के साथ मसालेदार आलू की सब्जी का कॉम्बिनेशन न सिर्फ पेट भरने वाला होता है, बल्कि यह खाने में भी बेहद स्वादिष्ट होता है। और वैसे भी भंडारे का खाना बहुत ही लाजवाब होता है।
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कुंभ मेले के अलग-अलग हिस्सों में आपको पूरे और आलू की मसालेदार सब्जी के स्टॉल मिलेंगे। छोटे से लेकर बड़े रेस्तरां और सड़क किनारे लगे खाने के स्टॉल्स में यह व्यंजन आसानी से मौजूद होते हैं। अगर आप चाहें को पूरी-सब्जी का लुत्फ उठा सकते हैं।
खिड़ची का लुत्फ उठाएं
कुंभ मेले में शाकाहारी खाने के शौकीनों के लिए खिचड़ी एक खास और पारंपरिक व्यंजन है, जिसे न केवल स्वादिष्ट माना जाता है, बल्कि यह स्वास्थ्य के लिहाज से भी बेहद फायदेमंद है। खासकर माघ पूर्णिमा के मौके पर खिचड़ी का खास महत्व होता है।
यह व्यंजन श्रद्धालुओं के बीच लोकप्रिय है। आप यहां पर लगे स्टॉल्स पर जाकर मजेदार खाने का लुत्फ उठा सकते हैं। खिचड़ी को पापड़ और अचार के साथ खाएं, जो इसके स्वाद को और बढ़ा देते हैं।
चूरा दही को करें ट्राई
कुंभ मेले में मिलने वाले पारंपरिक शाकाहारी व्यंजनों में चूरा-दही एक खास जगह रखता है। यह व्यंजन खासतौर पर उत्तर भारत और मध्य भारत में लोकप्रिय है, और कुंभ मेले के दौरान श्रद्धालुओं के बीच इसका महत्व और स्वाद बढ़ जाता है।
चूरा जिसे पोहा भी कहा जाता है और दही जिसका इस्तेमाल कई तरह से किया जाता है। मेले के दौरान इस मिश्रण को हल्का, ठंडा और फ्रेश दही के साथ खाया जाता है, जो बॉडी को ठंडक प्रदान करता है और दिनभर की एनर्जी के लिए अच्छा होता है।
कंद मूल व्यंजन मिलेंगे
मेले में कंद मूल से जुड़े व्यंजन न हो, ऐसा हो ही नहीं सकता। ऐसा इसलिए क्योंकि भगवान श्री राम के प्रति हम सबके मन में अपार स्नेह और सम्मान है। 14 साल का उनका वनवास हम सबके लिए प्रेरणादायक है।कहा जाता है कि उन्होंने 14 सालों तक कंद मूल नाम का फल खाकर बिताया था।
यही वजह है कि इसका इस्तेमाल काफी किया जाता है। अगर आप कुछ डिफरेंट ट्राई करना चाहते हैं, तो इसके व्यंजन ट्राई कर सकते हैं। यहां पर आपको तरह-तरह के स्टॉल्समिलेंगे, जहां से आप अपनी पसंद के हिसाब से इसका लुत्फ उठा सकते हैं।
राजमा चावल का लुत्फ उठाएं
राजमा चावल भारतीय खाने का एक बेहद लोकप्रिय और पसंदीदा व्यंजन है। यह खासकर उत्तर भारत में एक पारंपरिक तौर पर पकाया जाता है। राजमा में प्रोटीन, फाइबर और विटामिन्स से भरपूर होता है। जब इसे चावल के साथ मिलाकर पकाया जाता है, तो इसका स्वाद बहुत ही अच्छा लगता है।
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राजमा चावल को आमतौर पर लंच या डिनर में खाया जाता है। यह खासतौर पर ठंडे मौसम में ज्यादा पसंद किए जाते हैं, अगर आप चाहें तो इनका लुत्फ मेले में भी उठा सकते हैं। यहां पर लगे स्टॉल्स में यकीनन यह व्यंजन आपको जरूर मिलेगा, बस आपको सही स्वाद वाली दुकान को ढूंढना होगा।
इन फूड्स का लुत्फ आप मेले में उठा सकते हैं। इन चीजों के अलावा आपको स्नैक्स, जूस और चाय भी मिलेगी। अगर हमारी स्टोरी से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के ऊपर दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से।
Image Credit- (@Freepik and shutterstock)
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