खाना पकाने या सर्व करने के लिए हमें बर्तनों की बेहद जरूरत पड़ती है। इसलिए हमारी रसोई में मसालों और बर्तनों के अलावा कुछ नहीं मिलेगा और वो भी हर तरह के बर्तन शीशे के बर्तन, चांदी के बर्तन, तांबे के बर्तन। अब तो मार्केट में एक से एक बर्तन मिलेगा, लेकिन क्या आपको पता है कि लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि जिन बर्तनों का हम रोज इस्तेमाल करते हैं, वे हमारी सेहत को प्रभावित कर सकते हैं?
कुछ बर्तन खाना पकाने के दौरान हानिकारक रसायन या धातु के कण छोड़ सकते हैं, जो हमारे शरीर के लिए नुकसानदायक साबित हो सकते हैं। सही जानकारी और सावधानी के अभाव में हम अनजाने में अपने स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर सकते हैं। इसलिए मार्केट से कुछ भी खरीदने से पहले यह समझें कि यह बर्तन हमारी हेल्थ के लिए सही है भी या नहीं।
वहीं, इन बर्तनों में से अगर आप कुछ इस्तेमाल कर भी रहे हैं, तो यकीनन आपको हमारे बताए बर्तनों से इन्हेंबदल लेना चाहिए। तो देर किस बात की आइए शेफ पंकज से जानते हैं।
प्लास्टिक की वजह सिलिकॉन बर्तनों का करें इस्तेमाल
अगर आप प्लास्टिक के बर्तन इस्तेमाल कर रहे हैं, तो इसकी जगह सिलिकॉन के बर्तन का इस्तेमाल करें। ऐसा इस्तेमाल क्योंकि प्लास्टिक के बर्तन गर्म होने पर बिस्फेनॉल-ए (BPA) छोड़ सकते हैं, जो हार्मोनल समस्याएं पैदा कर सकते हैं। माइक्रोवेव में प्लास्टिक का इस्तेमाल भी नुकसानदायक हो सकते हैं।
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इसलिए अगर आपकी रसोई में प्लास्टिक के बर्तन हैं, तो इसकी जगह सिलिकॉन के बर्तन इस्तेमाल करें। वहीं, अगर आप सिलिकॉन के बर्तन इस्तेमाल कर रहे हैं, तो कोशिश करें यह ज्यादा पुराने न हों। आप नए बर्तनों को ही इस्तेमाल करें।
नॉन स्टिक के अलावा स्टीनलेस स्टील के बर्तन करें इस्तेमाल
आजकल नॉन स्टिक बर्तन इस्तेमाल करने का ट्रेंड चल गया है। मगर क्या आपको पता है कि इन्हें इस्तेमाल करना नुकसानदायक हो सकता है। इसलिए आप स्टीनलेस स्टील के बर्तन या पैन का इस्तेमाल करें।ऐसा इसलिए क्योंकि नॉन-स्टिक बर्तन पर इस्तेमाल की जाने वाली टेफ्लॉन कोटिंग अधिक गर्मी पर टूटने लगती है।
इससे जहरीले रसायन (PFOA) छोड़ सकती है। यह कैंसर, हार्मोनल असंतुलन और सांस संबंधी बीमारियों का कारण बन सकता है। इसलिए आप स्टीनलेस स्टील के बर्तनों का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसमें जहरीले रसायन निकलने का खतरा कम होता है।
प्लास्टिक की जगह बॉम्बे कटिंग बोर्ड का इस्तेमाल करें
सब्जी काटने के लिए अक्सर कटिंग बोर्ड का इस्तेमाल किया जाता है। कुछ लोग प्लास्टिक से लेकर लकड़ी के कटिंग बोर्ड का इस्तेमाल करते हैं। मगर आप बॉम्बे कटिंग बोर्ड का इस्तेमाल करें। बॉम्बे कटिंग बोर्ड मोटे और मजबूत होते हैं, जो लंबे समय तक इस्तेमाल में आ सकते हैं। यह आसानी से टूटते नहीं हैं और इस्तेमाल भी कर लिए जाते हैं।
यह मार्केट में आपको बहुत ही आसानी से मिल जाएंगे। बस इसकी क्वालिटी बेहद ध्यान रखें और इसे गीला रखने से बचाएं और हर इस्तेमाल के बाद अच्छे से सुखाएं। साथ ही, इसपर तेल भी लगाकररखें, ताकि उसकी चमक बरकरार रहे।
प्लास्टिक की जगह शीशे बाउल का करें इस्तेमाल
प्लास्टिक की जगह शीशे के बाउल का इस्तेमाल करें। यह बाउल न सिर्फ पर्यावरण बल्कि हेल्थ के हिसाब से भी अच्छा ऑप्शन हो सकता है। वो इसलिए क्योंकि प्लास्टिक बाउल का इस्तेमाल करने से माइक्रोप्लास्टिक फैलता है, जो हेल्थ और पर्यावरण के लिए हानिकारक हो सकता है।
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इसलिए बेहतर होगा कि आप शीशे के बाउल का इस्तेमाल करें। बस आपको इसे टूटने से बचाना होगा, क्योंकि यह आंख बंद करते ही टूट जाते हैं। साथ ही, शीशे के बाउल बहुत ही आसानी से साफ भी हो जाते हैं।
इन बर्तनों को आप रिप्लेस करें और अगर आपको इन बर्तनों के अलावा भी कुछ और मालूम है तो हमें जरूर बताएं। अगर हमारी स्टोरी से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के ऊपर दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से।
Image Credit- (@Freepik and shutterstock)
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