हाथ जैसे दिखने वाला यह फल है दुर्लभ, भारत की कुछ ही जगहों में मिलता है खाने को

भारत में ऐसे कई पेड़, पौधे, फल और फूल हैं जो आमतौर पर बाजार या सभी शहरों में नहीं मिलते। ऐसे ही एक दुर्लभ फल के बारे में आज हम आपको बताने वाले हैं, जिसे बुद्ध के हाथ फल के नाम से जाना जाता है।

 
rare exotic fruits

हाथों की उंगलियों की तरह दिखने वाला यह दुर्लभ फल बुद्ध के हाथ के नाम से जाना जाता है। बहुत से बौद्ध मंदिरों में इस फल को भगवान बुद्ध को अर्पित किया जाता है। बुद्ध के हाथ फल को नींबू या खट्टे फलों के प्रजातियों में से एक माना गया है। ऐसा माना जाता है कि इस फल को बौद्ध भिक्षु भारत से चीन ले गए और वहां इसके और भी कई किस्मों को लगाया गया। देखने में यह फल हाथ जोड़ी हुई उंगलियों के समान पीले रंग की दिखती है। इस फल को लेकर लोगों के बीच यह मान्यता है कि यह फल दीर्घायु, प्रसन्नता, सौभाग्य का प्रतीक है। इस फल को चीनी लोग सौभाग्य के प्राप्ति के लिए अपने घर एवं धार्मिक स्थानों में रखते हैं। इस फल को लोग नए साल में उपहार के रूप में भी भेंट करते हैं ताकि लोगों के जीवन में सब कुछ अच्छा हो।

फिंगर साईट्रॉन फल के बारे में

buddha's hand

यह फल दिखने में नींबू पीलs रंग का होता है, साथ खाने में खट्टा और हल्का कड़वा लगता है। इस फल को लोग सजावट और औषधीय उपचार के लिए उपयोग करते हैं। यह फल बेहद ही दुर्लभ है इसलिए आपको यह हर कहीं नहीं मिलेगा। इस फल के अधिकांश किस्मों में इसका गूदा खाने लायक नहीं होता है। इसे खाने के लिए इस फल के उंगली को पहले तोड़ा जाता है फिर इसके छिलके को उतारकर खाया जाता है। इस फल को अंग्रेजी , चीनी , जापानी , कोरियाई , वियतनामी और फ्रेंच सहित कई भाषाओं में बुद्ध का हाथ कहा जाता है ।

बुद्ध के हाथ पेड़ के बारे में

फिंगर साईट्रॉन का पेड़ नींबू के पेड़ की तरह ही कांटेदार होता है, इसके अनगिनत शाखाएं होती है और यह साइज में ज्यादा बड़ा नहीं होता है। इस पेड़ की पत्ती हल्के हरे रंग की होती है, जो कि लगभग चार से छह इंच तक बढ़ती है। इस पेड़ के फूल बैंगनी रंग के होते हैं, जो कि गुच्छों में खिलते हैं। इस फल की उंगलियों में गूदा और बीज होते हैं। इस फल के पेड़ लगाने के लिए 2-3 साल पुरानी टहनी को काटकर इसका पेड़ उगाया जा सकता है।

फिंगर साईट्रॉन फल का उपयोग

buddha's hand fruit

इत्र

बुद्ध के हाथ नामक यह फूल बहुत सुगंधित होता है, जिसका इस्तेमाल चीन और जापान में इत्र (इत्र का इतिहास) बनाने के लिए किया जाता है।

धार्मिक महत्व

इस फल से जुड़े कई धार्मिक महत्व है, जैसा कि हमने ऊपर बताया है कि किसी को भेंट करने के लिए इस फल को दिया जाता है। साथ ही इस मंदिरों में प्रसाद ( मंदिरों में मिलने वाले प्रसाद) के रूप में बांटा जाता है। लोग इसके बंद उंगलियों वाले फल को कार्य के प्रतीक के रूप में रखते हैं। चीन में इस फल को लेकर यह माना जाता है कि यह सौभाग्य, दीर्घायु और प्रसन्नता का प्रतीक है।

सजावट के लिए

लोग इस फल को सजावट के लिए अपने घरों में वास और कंटेनर में स्टोर करके रखते हैं।

इसे भी पढ़ें: दुनिया भर में खाए जाते हैं ये अजीब-गरीब व्यंजन, जानकर आ जाएगी उल्टी

खाने में उपयोग

buddha's hand fruit in hindi

नींबू के अन्य किस्मों के विपरीत इस फल के अधिकांश किस्मों में गूदा या रस नहीं होता है। लोग इसे इसके सुगंध के लिए लाते हैं और इसका उपयोग विभिन्न तरह के डेजर्ट और ड्रिंक्स (खट्टे नींबू से तैयार किए जाते हैं ये डेजर्ट) के लिए किया जाता है। इसके सूखे छिलके का उपयोग दवा और टॉनिक बनाने के लिए किया जाता है।

भारत में उत्पादन

यह फल भारत में हिमालय के निचले क्षेत्र में उगाया जाता है।

इसे भी पढ़ें: भारत में मिलते हैं ये अनोखे फल, आपने चखे क्या?

बुद्ध के हाथ फुल से जुड़ी ये रही कुछ जानकारी। उम्मीद है आपको यह लेख पसंद आया हो, यह लेख पसंद आया हो तो इसे लाइक और शेयर जरूर करें और ऐसे ही लेख पढ़ते रहने के लिए जुड़े रहें हर जिंदगी के साथ।

Image Credit-Freepik and Shutterstocks

HzLogo

HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!

GET APP