जब भी कुछ तीखा और चटपटा खाने का मन होता है तो हमेशा मोमोज का नाम ध्यान आता है। ये एक ऐसी डिश है जिसे हम अपने कम्फर्ट फूड के तौर पर देखने लगे हैं। मतलब अगर कुछ भी समझ ना आ रहा हो कि क्या करें तो मोमोज खा लें, उससे काम बन जाएगा। अधिकतर लोगों को लगता है कि मोमोज सिर्फ एशियाई देशों में ही होते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है। मोमोज खाते समय अगर आपने भी चटकारे लिए हैं तो हो सकता है कि आपको उससे जुड़ी कुछ बातें भी पता हों।
मोमोज भारत में तिब्बत की तरफ से आए हैं और इसे लेकर हम बहुत खुश हैं, लेकिन क्या आपको ये पता है कि मोमोज शब्द असल में कहां से आया?
तीखे चटपटे मोमोज की दुनिया से अलग जाकर अब तो मीठे मोमोज ने भी अपनी जगह स्ट्रीट फूड के मार्केट में बना ली है। जब मोमोज हमारी जिंदगी का इतना अहम हिस्सा बन गया है तो क्यों ना हम उसके बारे में कुछ और बातें जान लें।
इसे जरूर पढ़ें- क्या आप जानते हैं स्वाद से भरे मोमोज़ की शुरुआत कहां से हुई थी
वैसे, पहला फैक्ट जो हम आपको बता रहे हैं वो कुछ लोगों को तो पसंद आएगा, लेकिन कुछ को निराश कर सकता है। एक मोमो में 35.2 कैलोरी होती है यानी अगर आप बिना सोचे-समझे 7-8 मोमोज खा जाते हैं तो 250-300 कैलोरी तो आपके पेट में जाती ही है। ये स्टीम्ड मोमोज के लिए है और फ्राई में ये आंकड़ा 500 कैलोरीज भी पार कर जाता है।
मोमोज के कम से कम 8 शेप्स तो प्रचलित हैं और हर शेप का अलग नाम भी होता है। जैसे गुजिया की शक्ल वाले मोमोज का नाम हाफ मून शेप है।
जिन्हें लगता है कि स्टीम्ड मोमोज ज्यादा खराब नहीं होते हैं उन्हें मैं ये बता दूं कि मोमोज में मोनो-सोडियम-ग्लूटामेट (MSG) नामक पदार्थ होता है जो ना सिर्फ मोटापा बढ़ा सकता है बल्कि हेल्थ इशू जैसे नर्वस डिसऑर्डर, पसीना आने की समस्या, चेस्ट पेन या फिर दिल की धड़कन बढ़ाने का काम कर सकता है।
स्टीम्ड और फ्राइड मोमोज के साथ-साथ एक और टाइप है जिसे लोग अक्सर भूल जाते हैं। ये है पैन-फ्राइड मोमोज। हालांकि, अब अफगानिस्तान के तंदूरी मोमोज भी बहुत ज्यादा प्रचलित हो रहे हैं। अगर आपको भी मोमोज पसंद हैं तो इसे बनाने के सभी तरीकों के बारे में जानें और फिर हर एक मोमो का स्वाद चखें। कई जगह अब ओपन मोमोज भी बनाए जा रहे हैं जहां आपके सामने फिलिंग्स का ऑप्शन होता है और आप खुद अपना मोमो पाउच डिजाइन कर सकते हैं।
इसे जरूर पढ़ें-Momos खाने के लिए बाहर जाने की क्या जरूरत है, घर पर ही बनाएं
मोमो के फुल फॉर्म के पीछे कई भाषाओं का मिश्रण है। दरअसल, ये एक चाइनीज शब्द है पर आया तिब्बत से है। मोमो को तिब्बतियन शब्द मॉग-मॉग (Mog-Mog) से बनाया गया है जिसका मतलब है स्टफ्ड बन। इसलिए मोमो असल में मॉग-मॉग का छोटा फार्म है।
इसी के साथ इसे नेपाली शब्द Mome (मोम) से जोड़कर भी देखा जाता है जिसका अर्थ है भाप में पकाना।
तो ये थे मोमोज के बारे में कुछ फैक्ट्स। अगर आपको इसके बारे में जानकर अच्छा लगा है तो इस स्टोरी को शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से।
Image Credit: Freepik/unsplash/ shutterstock
यह विडियो भी देखें
Herzindagi video
हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, [email protected] पर हमसे संपर्क करें।