अक्सर बच्चों को अपने माता-पिता से यह शिकायत होती है कि वह उन्हें कहीं घुमाने नहीं ले जाते। कई बच्चे ऐसे भी होते हैं जो अपने मन की बात कभी अपने माता-पिता को नहीं बताते। ऐसा इसलिए क्योंकि सभी माता-पिता अपने बच्चों को क्लास में टॉप करते हुए देखना चाहते हैं।
बच्चों को स्कूल से होमवर्क तो मिलता ही है, साथ में उन्हें ट्यूशन और कई तरह की क्लासेस जाना पड़ता है। ऐसे में आजकल के बच्चों के पास खेलने का वक्त नहीं होता। माता-पिता बच्चों पर पढ़ाई का जोर डालते रहते हैं और उन्हें कहीं बाहर नहीं लेकर जाते।
कई बच्चे दिनभर फोन में लगे रहते हैं और घर से बाहर नहीं निकलते। अगर आप अपने बच्चों को खुश और स्वस्थ देखना चाहते हैं , तो कभी-कभी आपको उन्हें कहीं घुमाने का प्लान बनाना चाहिए। भले ही आप हर हफ्ते उन्हें कहीं बाहर नहीं ले जा सकते, लेकिन आप महीने में 3 बार तो कहीं आस-पास घुमाने का प्लान बना सकते हैं।
ऐसे में पूरे हफ्ते पढ़ाई के स्ट्रेस में रहने वाले बच्चों को खुली हवा में घूमने और कुछ अलग करने का मौका मिलेगा। इससे वह अपनी पढ़ाई में मन भी लगा पाएंगे। अगर आप दिल्ली के रहने वाले हैं और बच्चों को कहीं घुमाने का प्लान बना रहे हैं, तो यह आर्टिकल आपके काम आएगा।
गार्डन ऑफ फाइव सेंसेज, दिल्ली (Garden of Five Senses)
अगर आप कम बजट में दिल्ली में बच्चों को कहीं घुमाने का प्लान बना रहे हैं, तो यहां जा सकते हैं। 20 एकड़ की जमीन पर बना यह पार्क बच्चों के खेलने के लिए बेस्ट जगह है। इस गार्डन का नाम ऐसा इसलिए क्योंकि कहा जाता है कि इसकी सुंदरता पर्यटकों के पांचों इंद्रियों को सुख प्रदान करती है। फूलों की झाड़ियां, फव्वारे, फाउंटेन ट्री और पार्क में चट्टानों से छोटी-बड़ी कई कलाकृतियां बनाई गई है।
- कैसे पहुंचे- साकेत से और कुतुब मीनार मेट्रो स्टेशन से इसकी दूरी 1 किमी है।
- यहां वयस्कों के लिए एंट्री फीस 30 रुपये और बच्चों के लिए 10 रुपये हैं।
- पार्क सुबह 9 बजे से शाम 7 बजे तक खुला रहता है।
- सोमवार को यह पार्क बंद रहता है।
राष्ट्रीय रेल संग्रहालय, दिल्ली (National Rail Museum)
भारतीय रेलवे के इतिहास को दर्शाता यह म्यूजियम बच्चों को बहुत पसंद आएगा। इस जगह की सबसे खास बात यह है कि यहां हर साल 5 लाख से भी ज्यादा लोग घूमने आते हैं। यहां आपको रेलवे के लगभग 163 वर्षों के इतिहास को जानने का मौका मिलेगा। (बेहद खूबसूरत है मध्य प्रदेश का हनुवंतिया टापू)
- चाणक्यपुरी, दिल्ली में स्थित यह जगह दुर्गाबाई देशमुख साउथ कैंपस मेट्रो स्टेशन से 1 किमी की दूरी पर है। सर एम. विश्वेश्वरैया मोती बाग मेट्रो स्टेशन से भी आपको 1 किमी की दूरी ही पड़ेगी।
- यहां एंट्री फीस 50 रुपये हैं, लेकिन अगर आप शनिवार या रविवार को जाएंगे तो आपको 100 रुपये देने होंगे।
फ़िरोज़ शाह कोटला किला, दिल्ली (Feroz Shah Kotla Fort)
बच्चों को यहां घूमने में मजा आएगा। इस किले को कोटला के नाम से भी जाना जाता है। इसे तुगलकाबाद में पानी की कमी के कारण यमुना नदी के किनारे पर बनाया गया था। यह किला खूबसूरत बगीचों से घिरा हुआ है।
ये जगह विक्रम नगर, दिल्ली में है, जहां आप सुप्रीम कोर्ट (प्रगति मैदान) मेट्रो स्टेशन से पहुंच सकते हैं। यहां से किले की दूरी 1 किमी है। इसके अलावा मंडी हाउस मेट्रो स्टेशन 2 किमी, दिल्ली गेट मेट्रो स्टेशन 1 किमी, और आईटीओ मेट्रो स्टेशन 1 किमी की दूरी पर स्थित है।
अगर हमारी स्टोरी से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के ऊपर दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे।
साथ ही आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़े रहें हर जिंदगी से।
Image Credit- Freepik
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों